अलीगढ़ मर्डर केसः बच्ची को मारने के बाद फ्रिज में रखी लाश, दुपट्टे में लपेटकर फेंका
वकीलों ने आरोपियों का केस लड़ने से मना कर दिया है.
अलीगढ़ का टप्पल. तीन दिन से खबरों में है. यहां एक ढाई साल की बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दी गई है. मर्डर की ये घटना रोंगटे खड़े करने वाली है. घटना एक हफ्ते पहले की है. मामले को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. शनिवार को पुलिस ने दो और लोगों को गिरफ्तार किया है. मुख्य आरोपी जाहिद की पत्नी और उसके भाई मेहदी को.
मामले में ताज़ा अपडेट ये है कि बच्ची की हत्या की बाद उसकी लाश को फ्रिज में रखा था. ताकि वो सड़े न. बच्ची की बॉडी को जाहिद की पत्नी के दुपट्टे में लपेटकर कूड़े में फेंका गया था. वहीं, अलीगढ़ बार असोसिएशन ने फैसला किया है कि वकील आरोपियों का केस नहीं लड़ेंगे.
आइये जानते हैं कि इस मामले में अब तक क्या हुआ-
31 मई को बच्ची अपने घर से गायब हो गई. परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. बच्ची की हत्या हुई. 1 जून की रात उसकी लाश को कूड़े के ढेर में फेंक दिया गया.
2 जून को कुछ लोगों ने कूड़े के ढेर के पास कुत्तों के मुंह में मांस का टुकड़ा देखा. शक हुआ तो करीब जाकर देखा. वहां बच्ची की लाश पड़ी थी. कुत्ते उस लाश को बुरी तरह से नोच चुके थे. पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने बॉडी को पोस्ट मॉर्टम के लिए भेज दिया और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी.
बॉडी मिलने के 4 दिन बाद यानी 6 जून को बच्ची का नाम सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा. जिस हालत में बॉडी मिली थी उसे देखकर कुछ लोगों ने रेप की आशंका जताई और सोशल मीडिया पर बच्ची से रेप और मर्डर की अफवाह फैल गई.
पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई लेकिन उसमें लिखी एक-एक बात दिल दहलाने वाली थी. रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची के बाएं पैर में फ्रैक्चर और आंखों पर चोट के निशान थे. सिर में चोट थी. उसका दायां हाथ शरीर से अलग हो गया था. पुलिस ने बताया कि बच्ची की मौत गला दबाने की वजह से हुई.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की कॉपी
इस मामले में पुलिस ने पहले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. मुख्य आरोपी का नाम जाहिद है. दूसरे आरोपी का नाम हम नहीं बता सकते हैं. क्योंकि वह पांच साल पहले यानी 2014 में अपनी ही नाबालिग बेटी से रेप के आरोप में गिरफ्तार हुआ था. उसका नाम जाहिर करने पर उसकी नाबालिग रेप विक्टिम बेटी की पहचान भी उजागर हो जाएगी. इसलिए.
जांच के लिए एसआईटी यानी स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम बन चुकी है. फास्ट ट्रैक बेसिस पर मामले की जांच शुरू हो चुकी है. पुलिस ने बच्चों को यौन शोषण से बचाने वाले स्पेशल एक्ट POCSO के तहत भी मामला दर्ज किया है. आरोपियों के खिलाफ रासुका यानी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत एक्शन लिया जाएगा.
घटना के बाद से टप्पल में तनाव की स्थिति बनी हुई है. इसे देखते हुए इलाके में सुरक्षा के इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं.
अब जानते हैं कि मर्डर हुआ क्यों
दोनों आरोपी राज मिस्त्री का काम करते हैं. जबकि बच्ची के पिता प्लंबर हैं. आरोपी जाहिद ने बच्ची के पिता से 40 हजार रुपये उधार लिये थे. 35 हजार उसने लौटा दिए थे जबकि 5 बाकी थे. इन्हीं 5000 रुपयों के लिए दोनों की कहासुनी हो गई. बदला लेने के लिए जाहिद ने बच्ची को उसके घर से उठा लिया और उसकी हत्या कर दी.
बच्ची के पेरेंट्स की मांग है कि दोनों आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए. कई नेताओं, कलाकारों और खिलाड़ियों ने इस घटना की निंदा करते हुए. जल्द से जल्द जांच की मांग की है. इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश भी की जा रही है. पिछले साल सामने आए कठुआ गैंगरेप और मर्डर मामले से इस मामले को जोड़कर एक अलग ही तरह का हेट कैम्पेन चलाया जा रहा है. जबकि चिंता की बात ये है कि चाहे हेट क्राइम हो या हजार-10 हजार रुपये का झगड़ा, बड़ों की दिमाग में भरी गंदगी का शिकार छोटे-छोटे बच्चे हो रहे हैं. यूपी और अलीगढ़ पुलिस ने लोगों से सौहार्द बनाए रखने और अफवाहों को हवा नहीं देने की अपील की है.
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