अगर कोई आप पर पानी से भरा हुआ गुब्बारा फेंके तो क्या करें
ये एक कानूनन जुर्म है.
शाम के सात बज रहे थे. वंदना अपने पीजी वापस जा रही थी. थोड़ा जल्दी में थी. अगले दिन होली थी. उसे डर था कोई पानी से भरा गुब्बारा उस पर न फेंक दे. वैसे भी उसके पीजी की लड़कियों के साथ ऐसा हो चुका था. वो अपने पीजी से 20 कदम की दूरी पर ही थी, जब एक गुब्बारा उसके सीने पर आकर फटा. कुछ सेकंड के लिए वंदना की सांसे थम गईं. वो बुरी तरह से डर गई. जब उसकी सांसे नार्मल हुई तो उसने अपने कपड़े देखे. वो भीग गयी थी. वंदना तेज़ी से अपने पीजी की तरफ़ भागी.
वंदना के पीजी की एक और लड़की के साथ ऐसा हुआ था. उन्होंने जाकर वार्डन को पूरी बात बताई. पर कुछ करना तो दूर, उन्होंने वंदना को ही शांत रहने के लिए कहा.
उनका कहना था कि पुलिस इस मामले में क्या ही कर लेगी. ऐसा तो नहीं है कि लड़कियों को छुआ गया है. बस गुब्बारा ही तो फेंका गया है. ये कोई जुर्म थोड़ी न है.
ग़लत. किसी पर ज़बरदस्ती पानी, सीमेन, या किसी और चीज़ से भरा हुआ गुब्बारा फेंकना एक जुर्म ही है.
अगर कोई ऐसा करता है तो उसे संविधान की धारा 188 के तहत सज़ा हो सकती है.
(फ़ोटो कर्टसी: Pixabay)
क्या है सेक्शन 188
आसान भाषा में समझें तो अगर कोई पब्लिक अथॉरिटी या ऑफिसर कोई फ़रमान जारी करता है, और कोई जानबूझकर उसके ख़िलाफ़ जाता है तो पुलिस को उसे पकड़ने की आज़ादी होती है.
इस केस में पुलिस लोगों को गुब्बारे फेंकने से मना करती है. फिर भी अगर कोई ऐसा करता है तो उसके ख़िलाफ़ सेक्शन 188 के तहत मामला दर्ज हो सकता है.
किस तरह की सज़ा मिलती है
अगर किसी के ख़िलाफ़ सेक्शन 188 के तहत मामला दर्ज होता है तो आपको FIR दर्ज करवाने की ज़रूरत नहीं है. बस पुलिस के पास जाकर शिकायत कराना काफ़ी होता है. अगर इस मामले में सज़ा होती है तो तो दो साल या उससे कम होती है.
एक बार अगर किसी के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कर दी गई और मामला साबित भी हो गया, तो कम से कम एक महीने की जेल और 200 रुपए जुर्माना है. हां, ये कोर्ट पर निर्भर करता है कि वो गलती करने वाले को जेल भेजता है या उस पर सिर्फ़ जुर्माना लगाता है.
एक बात और. अगर की गई हरकत की वजह से किसी की हेल्थ या ज़िन्दगी का नुकसान होता है तो सज़ा छह महीने और 1000 रुपए जुर्माना है. पर ये पूरी तरह कोर्ट पर ही निर्भर करता है कि गलती करने वाले को जेल होगी या जुर्माना.
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आपको शिकायत दर्ज करवाने के लिए क्या करना होगा
1. आपको पुलिस के पास जाकर शिकायत लिखवानी होगी. हो सकता है पुलिस आपको शिनाख्त करने के लिए पुलिस स्टेशन भी बुलाए.
2. अगर किसी को अरेस्ट किया जाता है तो उसे 24 घंटों के अंदर कोर्ट में पेश किया जाएगा.
3. आपको अपना स्टेटमेंट देने कोर्ट जाना पड़ेगा. आपको बस जज को ये बताना होगा कि आपके साथ क्या-क्या हुआ.
शिकायत दर्ज करवाना कोई मुश्किल काम नहीं है. आपको बस अपने सबसे नज़दीकी पुलिस स्टेशन जाना होगा.
अक्सर लड़कियां पुलिस के चक्कर में नहीं पड़ना चाहतीं. इसलिए वो शिकायत भी दर्ज नहीं करवातीं. पर अगर आपके साथ ऐसा हुआ है तो आपको चुप नहीं बैठना चाहिए. क्योंकि ऐसा करना न सिर्फ़ हैरेसमेंट है बल्कि बहुत रिस्की भी.
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गुब्बारे फेंकने से कैसी चोटें लग सकती हैं?
बुरा न मानो होली है! इस कहावत को लोगों ने बहुत ज्यादा सीरियसली ले लिया है. सड़क पर जा रही लड़कियों पर पानी, रंग, सीमेन से भरे गुब्बारे फेंकना उन्हें एक आम बात लगती है. पर ऐसा नहीं है. ये काफ़ी रिस्की भी होता है.
जैसे पानी से भरे गुब्बारे भारी होते हैं. उनसे काफ़ी तेज़ चोट लग सकती है. अगर ये आंखों पर ज़ोर से मारे जाएं तो आंखों से सॉकेट में फ्रैक्चर आ सकता है. अगर ज्यादा तेज़ चोट लग जाए तो इंसान अंधा तक हो सकता है. अगर यही पानी से भरा गुब्बारा कान के पास फट जाए तो कान के पर्दे फट सकते हैं. ये सब सुनने में कितना डरावना लग रहा है. है न? अजी, ये तो कुछ आम चोटें हैं.
लड़कों को गुब्बारे लड़कियों के ब्रेस्ट पर मारना बहुत अच्छा लगता है. जानते हैं ये कितना खतरनाक है. अगर बॉडी के साथ कॉन्टैक्ट में आने के बाद गुब्बारा नहीं फटा तो ये हार्ट के लिए बहुत खतरनाक है. कार्डिएक अरेस्ट तक हो सकता है. सब इसपर निर्भर करता है कि गुब्बारा कितने फ़ोर्स से फेंका गया है, उसका साइज़ क्या था, और पानी का तापमान क्या था.
आशा है जो लोग ऐसा करते हैं, वो इस साल होली पर राह चलते हुए लोगों को बक्श दें.
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