क्या है सोरायसिस बीमारी जिसकी वजह से रश्मि देसाई टीवी से गायब हो गई थीं?
सोरायसिस नाम की ये बीमारी छूने से नहीं फैलती.

कुछ समय पहले एक सीरियल आता था उतरन. उसमें रश्मि देसाई तपस्या का किरदार निभाती थीं. सीरियल बहुत पॉपुलर हुआ था. इस शो से रश्मि काफी फेमस हो गई थीं. बाद में उन्होंने कई रियलिटी शोज में भी हिस्सा लिया. लेकिन, कुछ वक्त पहले से रश्मि टीवी पर नजर नहीं आ रही थीं. इसकी वजह हाल ही में रश्मि ने अपने फैन्स को बताई है. हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में रश्मि ने कहा:
“पिछले कुछ महीनों से में अपनी सेहत से जूझ रही हूं. दिसंबर, 2018 में डॉक्टरों ने बताया मुझे सोरायसिस है. ये एक तरह की स्किन की बीमारी होती है. इसे ठीक होने में बहुत समय लगता है. कभी-कभी ये पूरी तरह से ठीक भी नहीं होता. पिछले चार महीनों से मुझे जो दवाइयां दी जा रही थीं, उनकी वजह से मैनें काफ़ी वेट गेन किया. मुझे धूप में निकलना मना था. क्योंकि धूप में निकले से ये दिक्कत और बढ़ जाती है. साथ ही स्ट्रेस से भी ये बीमारी और बढ़ती है. इसलिए स्ट्रेस नहीं लेना चाहिए. पर स्ट्रेस कैसे नहीं होगा. मैं एक एक्टर हूं. और हमारे बिज़नेस में चेहरा बहुत कुछ होता है. मैं बहुत डर गई थी. मेरे दोस्तों ने मुझे सलाह दी कि मैं किसी से इस बारे में बात न करूं. मैं इसके बारे में अब इसलिए बात कर रही हूं क्योंकि मुझे लगता है लोगों को इस बीमारी के बारे में पता होना चाहिए. ये पता होना चाहिए कि ये ठीक हो सकती है. साथ ही इसमें डरने वाली कोई बात नहीं है. मुझे पता है कुछ एक्टर्स के बारे में जिन्हें ये बीमारी है. पर वो डर के मारे चुप रहते हैं.”
(फ़ोटो कर्टसी: ट्विटर)
तो क्या है ये सोरायसिस? ये जानने के लिए हमने डॉक्टर अश्विन त्रिवेदी से बात की. वो मुंबई में स्किनकेयर स्टूडियो नाम का एक क्लिनिक चलाते हैं.
क्या होता है सोरायसिस
डॉक्टर त्रिवेदी बताते हैं:
“सोरायसिस स्किन की बीमारी है. हमारी स्किन सेल्स से बनी होती है. सोरायसिस में ये सेल्स जमा होने लगते हैं. इससे स्किन बहुत खुरदरी हो जाती है. आपको अपनी खाल के ऊपर एक परत जैसी महसूस होने लगती है. साथ ही इसके आसपास सूजन हो जाती है. और स्किन लाल हो जाती है. कभी-कभी ये परतनुमा चीज़ फट जाती है और इसमें से खून निकलने लगता है.”
क्यों होता है सोरायसिस
जैसा कि हमने आपको बताया कि आपकी स्किन सेल्स से बनी होती है. ये सेल्स खाल के काफ़ी अंदर बनते हैं और धीरे-धीरे ऊपर आते हैं. फिर ये झड़ जाते हैं. ऐसा हर महीने होता है. पर जिन लोगों को सोरायसिस होता है उनमें सेल्स के ऊपर आने की स्पीड काफ़ी तेज़ होती है. यानी कुछ ही दिनों में सेल्स खाल के ऊपर आकर जमा होते जाते हैं. ये इसलिए होता है क्योंकि आपके व्हाइट ब्लड सेल्स चमड़ी के सेल्स पर ही हमला बोल देते हैं. अब ये व्हाइट ब्लड सेल्स क्या होते हैं? ये सेल्स इन्फेक्शन और बाकी बीमारियों से लड़ते हैं. आपके शरीर की इम्यूनिटी यानी बीमारियों से लड़ने की ताकत को बचाकर रखते हैं.
(फ़ोटो कर्टसी: ट्विटर)
शरीर के किस अंग में होता है सोरायसिस
ये परत ज़्यादातर आपके जॉइंट्स पर बनती है. जैसे आपकी कोहनी और घुटने. पर ये बाकी जगह भी हो सकता है जैसे हाथ, पैर, गला, खोपड़ी, और चेहरा. कभी-कभी ये आपके नाख़ून, मुंह, और प्राइवेट पार्ट के आसपास भी हो जाता है.
सोरायसिस के क्या-क्या लक्षण हैं
वैसे तो इसके इसके लक्षण हर इंसान के लिए अलग ही होते हैं. खासतौर पर ये परत कितनी फैलती है इस पर भी निर्भर करता है. पर कुछ आम लक्षण भी हैं. जैसे:
-स्किन दरदरी हो जाती है. उसके आसपास सूजन होती है और स्किन लाल हो जाती है.
-लाल रंग की परत पर सफ़ेद रंग की लाइनें भी नजर आती हैं.
- स्किन इतनी सूख जाएगी कि फटने लगेगी. उससे खून भी निकलता है.
- इन पैचेस में दर्द रहेगा
- स्किन में जलन और खुजली होगी
- जोड़ों में सूजन होगी
(फ़ोटो कर्टसी: ट्विटर)
किन चीज़ों से सोरायसिस होने का ख़तरा ज़्यादा होता है
- स्ट्रेस
- शराब
- कोई चोट
- कुछ तरह की दवाइयां
- स्किन इंफेक्शन
क्या इसका इलाज हो सकता है
जवाब है हां. इसका इलाज मुमकिन है. पर इसके लिए आपको समय रहते डॉक्टर के पास जाना पड़ेगा.
-कुछ दवाइयां आपको दी जाएंगी जो आप इफेक्टेड एरिया पर लगा सकती हैं
-कुछ दवाइयां आपको खाने के लिए दी जाएंगी और कुछ आपकी बॉडी इंजेक्ट की जाएंगी. ध्यान रहे. इन दवाइयों के साइड इफ़ेक्ट भी होते हैं.
-इनके अलावा लाइट थेरेपी भी काफ़ी फ़ायदेमंद होती है. इसमें अल्ट्रावॉयलेट रोशनी यूज़ की जाती है.
सबसे ज़रूरी बात. सोरायसिस छूने से नहीं फैलता.
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