क्या होता है, जब एक लड़का और एक लड़की साथ रहने लगते हैं

नहीं नहीं, आप जो सोच रहे वो नहीं होता.

ऑडनारी ऑडनारी
फरवरी 04, 2019

हे अखंड सिंगलत्व को प्राप्त युवाओं/युवतियों!

या हे लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप के शोषितों!

समय है जाग जाने का. प्यार-व्यार बहुत सही चीज है. हमेशा से रहा है, हमेशा रहेगा. लोग प्रपोज करते हैं. आगे बढ़ते हैं और भौतिक रूप से साथ रहने लगते हैं. शादी भी कर लेते हैं. सारी कहानियां यहां आकर विराम पा जाती हैं. लेकिन दो प्यार करने वाले जब साथ रहते हैं तो असल में क्या होता है, सिंगल या दूर-दूर के प्रेमी कम ही जान पाते हैं.

विशेषज्ञों की राय, भुक्तभोगियों के अनुभव और स्व की ऑब्जरवेशन स्किल्स से हम वास्तविक जीवन की कुछ ऐसी ही बातें निकाल लाएं. जिनके लिए आप अभी से तैयार रहें. जानिए क्या होता है, जब प्यार में पड़े लड़का-लड़की साथ रहते हैं.

1. पता लगता है ड्रूलिंग इज नॉट क्यूट

हमारे गांव में ड्रूलिंग करने वालों को लरबहना कहते हैं. इंसान की आदत होती है, सोते-सोते लार बहा देता है. कभी कम कभी ज़्यादा. प्रेम से सोए, निश्चिंत होकर सोए, तो लार बहने की संभावना ज़्यादा होती है. रेडिट जैसी बेवसाइट इसे 'the cutest thing a girl can do' भी घोषित कर देती है. लेकिन ड्रूलिंग इज नॉट क्यूट. ये आपको तब महसूस होता है, जब अगला आपके ऊपर लार बहा दे और आप फेफरिया जाएं. कई बार अपनी प्यारी तकिया में लार बहा देखना भी काफ़ी ऑफुल हो जाता है.

2. आप एक-दूसरे को लग जाते हैं 

ये उतनी ही गंभीर और रियल चिंता है, जितनी ग्लोबल वार्मिंग. प्रेम में पड़ा आदमी टेररिज्म से कम परेशान होता है, एक-दूसरे को लगने से ज़्यादा. आप जब सारा समय एक-दूसरे के आसपास रहते हो तो संभावना बढ़ जाती है कि आपकी कुहनी सामने वाले को टकरा जाए या उसके बाल आपकी आंख में घुस जाए. सबसे खतरनाक (ज़िंदा सपनों के मर जाने से कम!) होता है, गलती से बिस्तर से उठते समय एक-दूसरे की हाथ-पैर या जांघ की चमड़ी को खुद की देह के नीचे पिछल देना.

3. फुंसी फोड़ने के दर्द 

ये बहुत ही घिनौना है परंतु सत्य है. लोग पहली बार में स्वीकारते नहीं, लेकिन ये मानते हैं कि साथ रहते-रहते वो एक-दूसरे को इतना जानने लगते हैं कि अगले के शरीर में नया पिंपल या फुंसी कहां है. तत्काल जान जाते हैं और अगर कोई खुरपेंची निकला तो फोड़ने चल देता है.  तो दुआ करिए कि दुनिया में भगवान हों, और अगर हों तो आपको पिंपल/फुंसी न दें और अगर दें तो आपके साथी को 'साथी हाथ बढ़ाना' वाला साहस न दें वर्ना चिटकियों में फुंसी दबने का घिनापन और दर्द आप ही झेलेंगे.

4. 'बिस्तर में उस तरफ़ सोना है वाली' लड़ाई    

राम-रावण युद्ध समाप्त हो चुका है. भारत-पाकिस्तान में कभी होगा नहीं. संबित-सुरजेवाला भी एक दिन गले मिल लेंगे. तमाम युद्ध थम जाएंगे, क्रांतियां रुक जाएंगी. लेकिन एक मोर्चे पर जंग छिड़ी रहेगी. लड़ाई इस बात पर चलेगी कि उसे भी बिस्तर के उसी तरफ़ सोना है, जिधर आप सोएंगे/सोएंगी.

हमने कुछ प्रेमी कपल्स जो इस बात पर एक-दूसरे की कपाल-क्रिया करने को भरे बैठे हैं, से इस विवाद के बारे में बात की. पता लगा.

1- जिस दिन मैं दाईं ओर सो जाऊं, वो कहने लगती/लगता है कि मुझे उधर सोना है.

2- अगले दिन मैं अगर दाईं तरफ़ उसके लिए छोड़ दूं तो उसे बाईं ओर सोना होता है क्योंकि दाईं ओर का गद्दा उसके मुताबिक़ दब गया है.

3- अगले दिन अगर मैं ये मानूं कि आज तो वो बाईं तरफ का गद्दा दबने की वजह से दाईं तरफ सोएगी/सोएगा और बाईं तरफ चला जाऊं तो उसे वापस बाईं तरफ सोना होता है क्योंकि एक दिन सोकर उसने गद्दे में अपना सोने वाला गड्ढा बना  लिया है.  

4- अगले दिन अगर मैं खुद बाईं तरफ का गद्दा छोड़ दूं तो उसे दाईं ओर सोना होता है क्योंकि गड्ढ़े में सोने से उसकी पीठ में दर्द है.

5- अगले दिन मैं अगर दाईं तरफ का हिस्सा छोड़ दूं तो उसका कहना होता है, मैं बाईं ओर सो जाऊं, क्योंकि आज उसे ये रियलाइज हो गया है कि हर दिन साइड बदलकर उसने मुझे 4 दिन से बहुत परेशान किया है.

5. कपड़ों की लड़ाई

बाज़ार में भांति-भांति के कपड़े हैं, जिन्हें खरीदने के क्रम में आप दोनों के पास पैसे तक नहीं बचे हैं. तब भी आपकी प्रेमिका का कहना है कि उसके पास न कपड़े बचे हैं न कपड़े रखने की जगह. ऐसे में आपके कपड़े निशाना बनेंगे. जिस टी-शर्ट को आपने गर्भ में पल रहे शिशु जैसे दुनिया की नज़रों से बचाया है, उसे वो बेदर्दी से पहन लेगी. बिना ये समझे कि गई-बीती सी दिखने वाली टी-शर्ट कितनी नाज़ों से पाली गई होती है और ऐसे घर में पहनने के लिए नहीं होती. 

कई बार सामने वाले को आपके कपड़े पहनना क्यूट लगता है, इस बात पर झगड़ा होता है. कई पति और बॉयफ्रेंड उस मनोरोग से जूझते पाए गए हैं, जिसमें खुद की बुश्शर्ट पहने लड़की उन्हें क्यूट लगती है. वो जबरन उन्हें अपने कपड़े पहनाने लगते हैं और इस क्रम में नाक में चोट लगवा बैठते हैं.  (क्रमांक 2 पढ़ें!)

6.समय की कमी

यथा, अभी सोच रहे थे कि लिखते-लिखते 10 बिंदु बता दें. लेकिन बुलावा आ गया है. पानी गरम करने जाना है. बाकी बातें किसी और मौके पर.

ऑडनारी के लिए ये स्टोरी आशीष प्रदीप ने की है.

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