आपके शरीर पर अगर ब्लैकहेड्सनुमा दाने हो रखे हैं तो हो सकता है आपको ये प्रॉब्लम हो

ये नॉर्मल दाने नहीं होते.

सरवत फ़ातिमा सरवत फ़ातिमा
अगस्त 15, 2019
(फ़ोटो कर्टसी: Pixabay)

हम अपनी चेहरे की स्किन का तो बहुत ध्यान रखते हैं. उसपर दाने या ब्लैकहेड्स हो जाएं तो बड़ी परेशानी होती है. पर बाकी शरीर की स्किन के साथ सौतेला बर्ताव क्यों? खैर, नतीजतन अकसर कोहनी के पास, जांघों के ऊपर, और कूल्हों पर छोटे-छोटे दाने निकल आते हैं. ये काफ़ी सख्त होते हैं.

दुनिया में लगभग 50 फ़ीसदी लोगों को ये दिक्कत होती है. हर 10 में से चार लोगों के शरीर पर ये सख्त दाने निकल आते हैं. दरअसल ये एक कंडीशन है जिसे केराटोसिस पिलारिस कहते हैं.

ऐसा क्यों होता है?

हमारी स्किन की बाहरी परत एक तरह का प्रोटीन बनाती है. इसका नाम है केराटिन. जब ये प्रोटीन हद से ज़्यादा मात्रा में बनने लगता है तो केराटोसिस पिलारिस की दिक्कत होती है.

ये प्रोटीन आपकी पोर्स (रोमछिद्र) या बालों की जड़ों में जम जाता है. यहां ये गाढ़ा होता रहता है. इसकी वजह से जिस पोर से बाल निकलते हैं वो जाम हो जाता है. इस कारण आपकी स्किन पर छोटे-छोटे दानेनुमा चीज़ हो जाती हैं. ये कभी-कभी लाल रंग के होते हैं. देखने में ये रोंगटे खड़े जैसे दिखते हैं.

क्यों होता है ऐसा?

इसकी कोई पुख्ता वजह अभी पता नहीं चली है. हलाकि डॉक्टर्स के मुताबिक जींस इसमें बड़ा रोल प्ले करते हैं. साथ ही ड्राई स्किन और एलर्जी भी एक वजह हैं.

पसीना और सफ़ाई न रखना इनको और बदतर बना देते हैं.

वैसे इनके होने से आपकी हेल्थ को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है.

कैसे निपटें इस दिक्कत से?

-वो चीज़ें खाइए जिसमें ओमेगा-3 होता है. इससे आपकी स्किन सेल सही तरीके से काम करते हैं. जैसे की मछली और सोयाबीन आयल.

-डॉक्टर्स का ये भी कहना है कि अगर आपको केराटोसिस पिलारिस की शिकायत है तो दूध से बनी हुई चीज़ों से दूर रहें.

-उन स्किनकेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करें जिसमें परफ्यूम होता है.

-शरीर के जिन हिस्सों पर आपको ये दिक्कत हैं वहां ऐसी क्रीम या लोशन लगाएं जिनमें लैक्टिक एसिड, यूरिया, और ग्लिसरीन हो.

एक बात याद रखिए. इन्हें जाने में थोड़ा समय लगता है. तो सब्र करिए.

पढ़िए: स्किन पर सफेद रंग के धब्बे क्यों हो जाते हैं?

 

लगातार ऑडनारी खबरों की सप्लाई के लिए फेसबुक पर लाइक करे      

Copyright © 2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today. India Today Group