स्किन के अंदर होने वाले उन मुहासों से कैसे निपटें जो दिखते नहीं पर दुखते बहुत हैं
ऐसे दानों को ब्लाइंड पिंपल कहते हैं क्योंकि ये नज़र नहीं आते.
पिंपल. ये एक ऐसा शब्द है जिससे दुनिया का हर इंसान नफ़रत करता है. कुछ लोगों में इन्हें पॉप करने यानी फोड़ने की खुरक भी बहुत होती है. जैसे ही कोई पिम्पल दिखा, फोड़ दिया. वैसे बता दें कि ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए. इससे न सिर्फ इन्फेक्शन हो सकता है बल्कि निशान भी छूट जाते हैं. लेकिन कुछ दाने स्किन के ऊपर नहीं बल्कि अन्दर निकलते हैं. ये दिखते नहीं हैं बस महसूस होते हैं. और बेहद दुखते हैं. इन्हें ‘ब्लाइंड पिम्पल’ कहते हैं.
ब्लाइंड पिंपल मतलब?
ये नॉर्मल दानों और मुहासों से अलग होते हैं. बाकि पिंपल स्किन के ऊपर निकलते हैं. उनका मुंह बनता है. पर ब्लाइंड पिंपल स्किन के अन्दर निकलते हैं. ये बहुत ज़्यादा सेंसिटिव होते हैं. इन्हें छूने में भी इतना दर्द होता है कि जान निकल जाए. इन्हें पॉप नहीं किया जा सकता. इसलिए कोशिश भी न करें. ये छूने से गांठ जैसे महसूस होते हैं.
क्यों होते हैं ब्लाइंड पिंपल
ये जानने के लिए हमनें बात की डॉक्टर वैशाली सिंहा से. वो गुरुग्राम में स्किन की डॉक्टर हैं. अपनी प्राइवेट क्लिनिक चलाती हैं. उन्होंने बताया-
‘हमारी स्किन एक चीज़ बनाती है जिसका नाम है सीबम. ये तेलनुमा चीज़ होती है. पर जब ये हद से ज़्यादा मात्रा में बनने लगता हैं या फिर बैक्टीरिया या गंदगी के कांटेक्ट में आता है तो सब गंदगी मिलकर पोर्स के अंदर इकट्ठा हो जाती है. तब जन्म लेते हैं ब्लाइंड पिंपल. जिन लोगों की ऑयली स्किन होती है या पोर्स बड़े होते हैं उन्हें इसकी ज़्यादा शिकायत रहती है. ज़्यादा डीप फ्राइड खाना खाने से भी ये हो सकते हैं. साथ ही जब हॉर्मोन्स में उथल-पुथल मची हो तो अक्सर ब्लाइंड पिंपल हो जाते हैं.’
कुछ ऐसे दिखते हैं ब्लाइंड पिंपल. (फ़ोटो कर्टसी: Pixabay)
कैसे निपटें ब्लाइंड पिंपल से
-किसी साफ़ कॉटन के कपड़े को तवे पर हल्का गर्म होने दीजिए. फिर इससे सिकाई करिए. ऐसा 10 से 15 मिनट के लिए दिन में चार बार करिए. इससे दाने में फंसा पस निकलेगा और दर्द से निजात भी मिलेगी.
-मार्केट में टॉपिकल एंटीबायोटिक नाम का जेल आता है. इसे पिंपल पर लगाना चाहिए. ये सूजन और रेडनेस दोनों पर कंट्रोल करेगा. पर आप कोई भी जेल ऐसे नहीं लगा सकतीं. इसके लिए किसी डॉक्टर से सलाह लीजिए. ये जेल आपको दिन में दो बार लगाना होता है. अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है तो दिन में एक बार काफ़ी है.
-आप ऐसे दानों पर शहद भी लगा सकती हैं. शहद न सिर्फ़ बैक्टीरिया से लड़ता है बल्कि सूजन भी कम करता है. आप शहद रातभर दाने पर लगाकर छोड़ सकती हैं. सुबह गुनगुने पानी से इसे साफ़ कर लीजिए.
-मार्केट में टी ट्री ऑइल आता है. आप इसे नारियल के तेल के साथ मिलकर दाने पर लगा सकती हैं.
सबसे ज़रूरी बात ये है कि आप ऐसे दानों को पॉप मत करिए. एक तो दर्द बहुत होगा और दूसरा ये कि पस आपकी स्किन के अंदर रह जाएगा जो और ज्यादा नुकसान करेगा.
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