सिर्फ शादी ही क्यों, पैरेंट्स से इन 5 चीजों के लिए भी परमिशन लेने की प्रतिज्ञा लीजिए

गुजरात में 10 हजार स्टूडेंट्स को शपथ दिलवाई जा रही है कि अगर मां-बाप ने मना किया तो लव मैरिज नहीं करेंगे.

लालिमा लालिमा
फरवरी 13, 2019
प्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स

गुजरात में एक जिला है सूरत. वहां के कुछ स्कूलों और कॉलेजों में वेलेंटाइन डे पर एक प्रोग्राम होने वाला है. 'शपथ ग्रहण समारोह'. इसमें बच्चे शपथ लेंगे, वेलेंटाइन डे के दिन. कैसी शपथ? मां-बाप की मर्जी के बिना लव मैरिज न करने की शपथ. यानी अगर कोई लव मैरिज करना चाहता है, तो उसे पहले मां-बाप की परमिशन लेनी होगी (इसमें कुछ गलत नहीं है). लेकिन अगर वो मानते नहीं हैं, तो फिर उसे अपना रिलेशनशिप तोड़ना होगा. मतलब वो उस इंसान से शादी नहीं कर पाएगा, जिससे वो प्यार करता है.

हास्यमेव जयते नाम से एक ऑर्गेनाइजेशन है. यही ऑर्गेनाइजेशन 'शपथ ग्रहण समारोह' को ऑर्गेनाइज कर रहा है. अभी तक जितनी जानकारी मिली है, उसके मुताबिक करीब 10 हजार लड़के-लड़की इस समारोह में हिस्सा लेने वाले हैं. और शपथ लेंगे. एक लाफ्टर थेरेपिस्ट हैं कमलेश मसालावाला. यही हास्यमेव जयते ऑर्गेनाइजेशन को चलाते हैं. शपथ ग्रहण समारोह ऑर्गेनाइज कराना, मसालावाला का ही आइडिया है. इस पूरे कार्यक्रम में यूथ नेशन नाम का एक एनजीओ भी हास्यमेव जयते का साथ दे रहा है.

rtx24a03_021319124819.jpgप्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स

हमने इस मामले पर कमलेश मसालावाला से बात की. पूछा कि ऐसा अजीब सा शपथ ग्रहण समारोह करवाने का मकसद क्या है. उन्होंने जवाब दिया,

'वेलेंटाइन डे का दिन आज के युवाओं को अच्छे से याद होता है. और आजकल के बच्चे मां-बाप को भूलते जा रहे हैं. हम बच्चों को एक अच्छा मैसेज देना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि बच्चे इस बात को बिल्कुल भी न भूलें कि मां-बाप बहुत जरूरी हैं. और महत्वपूर्ण हैं. आज के टाइम पर बच्चे बहुत जल्दी कोई भी फैसला ले लेते हैं. वो किसी से प्यार करने लगते हैं और उससे शादी करने का फैसला भी ले लेते हैं. कुछ तो घर से भागकर शादी कर लेते हैं. कुछ तो मां-बाप को दुखी करके अपनी मर्जी से शादी कर लेते हैं. कुछ तो बताते भी नहीं. कुछ के अगर मां-बाप नहीं मानते, तो उन्हें दुखी करके शादी करते हैं. यानी अपनी मर्जी से ही काम करते हैं. लेकिन ये सही नहीं है. इससे मां-बाप को दुख पहुंचता है. मैं चाहता हूं कि बच्चे मां-बाप की कीमत समझें. इसलिए उनकी परमिशन के बिना लव मैरिज न करें.'

51511146_2044266005649295_4167857382392594432_n_750x500_021319124855.jpgकमलेश मसालावाला. फोटो- फेसबुक

जब हमने मसालावाला के सामने कास्ट का मुद्दा उठाया, उनसे ये पूछा कि कई बार तो मां-बाप केवल कास्ट की बात कहकर बच्चों को लव मैरिज की परमिशन नहीं देते हैं, तो ऐसे में क्या करना चाहिए. तब उन्होंने कहा, 'बच्चों को इस मामले में मां-बाप से बात करना चाहिए. उन्हें समझाना चाहिए कि आप क्यों उस लड़का या लड़की से शादी करना चाहते हैं. उन्हें समझाइए. वो समझ जाएंगे.'

अब शपथ ग्रहण में एक छूट भी है. वो ये कि अगर बच्चा शपथ लेना नहीं चाहता है, तो न ले. उसकी मर्जी. ये ठीक है. ये कार्यक्रम सूरत जिले के करीब 30-35 स्कूल/कॉलेजों में हो रहा है.

rtsw9e0_021319124920.jpgप्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स

खैर, ये सही है कि पैरेंट्स को दुखी नहीं करना चाहिए. उन्हें खुश रखना चाहिए. लेकिन इसका ये मतलब तो कतई नहीं है कि अगर पैरेंट्स किसी सही काम के लिए भी आपको मना कर रहे हैं, तो चुपचाप उनकी बात सुन ली जाए. विरोध न किया जाए. ऐसा नहीं होना चाहिए. सम्मान अपनी जगह और विवेक अपनी जगह. प्रतिज्ञा दिलानेवालों का क्या है, वो तो कल ये भी प्रतिज्ञा दिलवा देंगे कि पब्जी नहीं, टेम्पल रन खेलो. मान थोड़े ही न लेंगे. इससे हमें आईडिया आया. सिर्फ शादी ही क्यों, पैरेंट्स से और भी कई सारी बातों के लिए परमिशन लेनी चाहिए. और उन परमिशन्स के लिए प्रतिज्ञा भी लेनी चाहिए. ये कुछेक मसलें हैं जिनके लिए मां-बाप की परमिशन कंपलसरी हो जानी चाहिए, और इसके लिए प्रतिज्ञा भी लिखी जानी चाहिए-

# किसी से प्यार करना और उसे प्रपोज करना-

अरे भई, क्या पता आगे चलकर मां-बाप लव मैरिज के लिए माने ही न. इसलिए पहले ही उनसे परमिशन ले लो कि प्यार करें या नहीं? उनसे पूछ लीजिए, 'प्यार कर लूं?' 'इस लड़का या लड़की (जिसे भी आप पसंद करते हों) उसे प्रपोज कर दूं?'

पता चला कि आपने प्यार के लिए मां-बाप की परमिशन नहीं ली, और शादी के टाइम पर पैरेंट्स मना कर दें, तो आपकी कई साल की मेहनत, इमोशन्स, टाइम सब हुआ न बर्बाद. इसलिए बताए दे रहे हैं कि प्यार और शादी के लिए भी परमिशन ले लीजिएगा.

propose_750_021319124941.jpgफिल्म 'कार्तिक कॉलिंग कार्तिक' का एक सीन.

और इसके लिए भी शपथ ग्रहण समारोह होना चाहिए. जिसमें ये शपथ ली जानी चाहिए कि मां-बाप की मर्जी के बिना किसी से प्यार नहीं करेंगे, या किसी को प्रपोज नहीं करेंगे.

# किस करने के लिए परमिशन

जिसे आप पसंद करते हैं, उसे किस करना चाहते हैं. बस वो मोमेंट करीब आ गया है. बस अब किस होने ही वाला है... ठहर जाइए. रुकिए. जेब या पर्स से फोन निकालिए. मम्मी या पापा को कॉल लगाइए. पूछिए 'किस कर लूं. कैसी किस करूं. फ्रेंच या नॉर्मल. जीभ इस्तेमाल कर लूं, फर्स्ट किस में?' क्या पता सामने से कोई अच्छी सलाह मिल जाए आपको. प्रतिज्ञा ले लीजिए, किस करने से पहले मां-बाप से परमिशन लेने की प्रतिज्ञा.

couple-3064048_960_720_750_021319125010.jpgप्रतीकात्मक तस्वीर. Pixabay

इसके लिए भी प्रतिज्ञा होनी चाहिए, कि मां-बाप की मर्जी के बिना किसी को किस नहीं करेंगे.

# इमरान हाशमी की फिल्म देख सकते हैं?

टीवी पर इमरान हाशमी की फिल्म आ रही है. या यूं समझ लीजिए कि आपके फोन पर पड़ी हुई है. आप उसे देखना चाह रहे हैं, लेकिन रुकिए, फिल्म ऑन करने से पहले मम्मी-पापा से पूछिए. परमिशन लीजिए कि क्या वो इमरान की फिल्म देखने देंगे? उन्हें कोई दिक्कत तो नहीं? अरे भई, क्या पता फिल्म में कैसे सीन हों. इमरान हाशमी की फिल्म होगी न. इसलिए कुछ भी हो सकता है. परमिशन जरूर लें. क्या पता पैरेंट्स हां बोल दें, और कोई अच्छी फिल्म भी सजेस्ट कर दें. 'लकी यू'.

imran_750_021319125029.jpgजन्नत फिल्म का एक सीन.

और इसके लिए प्रतिज्ञा भी लें, कि मां-बाप की परमिशन के बिना इमरान हाशमी की फिल्म न देखें. एकदम त्याग कर दें.

# पॉर्न फिल्म देख लूं?

जरूर लीजिए प्रतिज्ञा. यही कि मां-बाप की मर्जी के बिना पॉर्न फिल्म का पोस्टर भी न देखेंगे. लेकिन अब अगर मन करे कि फिल्म देखना है. तब तुरंत पापा को कॉल करें. पूछें कि मैं ये फिल्म देख लूं? कौन सी देखूं? मिया खलीफा की? क्या पता परमिशन मिल भी जाए. अगर आप अति लकी हुए, तो आपको फिर कुछ अच्छी फिल्मों का सुझाव भी मिल सकता है. इसलिए आज्ञाकारी बनें, और प्रतिज्ञा जरूर लें.

dyf0sxdvaaaftpn_750_021319125052.jpgमिया खलीफा

# वोट किस पार्टी को करूं?

इलेक्शन होने वाले हैं. प्रतिज्ञा ले लो. यही कि मां-बाप की परमिशन और उनसे पूछकर ही वोट देंगे. और किसे देंगे, ये भी मां-बाप समझा देंगे. किस मुहूर्त में देना है वोट, ये भी पूछकर कीजिए. सही मुहूर्त, और सही पार्टी मां-बाप से जान लीजिएगा, तभी वोट दीजिएगा. अरे भई, देश के भविष्य का सवाल है. अगर आपकी पसंद की पार्टी आ गई, और वो पार्टी आपके पैरेंट्स को पसंद नहीं है, तो वो फिर दुखी हो जाएंगे.

rtsba5y_750_021319125141.jpgप्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स

मां-बाप की खुशी के लिए 10 हजार स्टूडेंट्स शपथ लेने वाले हैं. बिना परमिशन के लव मैरिज न करने की. फिर भले ही उनका ब्रेकअप ही क्यों न हो जाए. पैरेंट्स को दुख नहीं पहुंचाना चाहिए, अच्छी बात है. फिर ऐसे में रात में सोते वक्त भी पैरेंट्स से पूछ लेना चाहिए कि किस दिशा की तरफ सिर या पैर करके सोया जाए. दिन में कितना ग्लास पानी पिया जाना चाहिए. और हां, अगर किसी दिन सफेद शर्ट पहनने का मन करे, तो उसके लिए भी परमिशन ले लीजिएगा.

rtswtut_021319125156.jpgप्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स

वैसे भी हमारे यहां प्रतिज्ञा का बहुत मोल होता है. देश के आधे स्कूलों में रोज़ सुबह प्रतिज्ञा होती है. बताया जाता है कि 'भारत हमारा देश है (ये पैदा होने के बाद ही जान जाते हैं), हम सब भारतवासी भाई-बहन हैं....' हमने भी ये प्रतिज्ञा ली है. कई बार ली है. रोज़ लेते थे. तब मन में एक लाइन जरूर जोड़ देते थे इस प्रतिज्ञा में, भाई-बहन वाले पॉइंट के बाद. यही कि 'एक को छोड़कर', प्रतिज्ञा में कहीं ऐसा लिखा नहीं है. लेकिन हम जोड़ देते थे. आप चाहें तो एक, दो, तीन, चार, जितनों को छोड़ना चाहें, छोड़ दें. आपकी मर्जी. हम तो बस आपको प्रतिज्ञा का मोल समझा रहे थे.

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