क्या PM मोदी की आंखों के सामने महिला मंत्री का यौन शोषण हुआ और कोई कुछ नहीं बोला?
एक वायरल वीडियो ऐसा ही बता रहा है. सच क्या है?

एक वीडियो वायरल हो रहा है. त्रिपुरा का है. वीडियो में दिख रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्टेज पर खड़े हैं. कोई उद्घाटन समारोह है. और उनके सामने खड़ा एक व्यक्ति, अपने सामने खड़ी महिला की कमर में हाथ रख रहा है, जिसे महिला बाद में हटा देती है. खैर, आगे बढ़ने से पहले सीन क्लीयर कर देते हैं.
दरअसल, 9 फरवरी को अगरतला में पीएम मोदी की रैली थी. वहां एक उद्घाटन कार्यक्रम भी था. महाराज बीर बिक्रम किशोर मानिक्य बहादुर के स्टेच्यू के उद्घाटन का कार्यक्रम. जिसमें पीएम को पर्दा हटाना था. स्टेज पर पीएम मोदी खड़े थे, राइट साइड में. उसी स्टेज पर लेफ्ट साइड में त्रिपुरा के स्पोर्ट्स एंड यूथ अफेयर्स मिनिस्टर मनोज कांति देब भी खड़े थे. उनके सामने खड़ी थीं संतना चकमा. वो त्रिपुरा में सोशल एजुकेशन एंड सोशल वेलफेयर मिनिस्टर हैं. इसके अलावा राइट और लेफ्ट साइड में और भी ढेर सारे लोग खड़े थे.
सीन क्लीयर हुआ? अब आगे चलते हैं. जैसे ही पीएम मोदी ने पर्दा खींचना शुरू किया. देब ने संतना की कमर में हाथ रख दिया, जिसे संतना ने हटा दिया. इसी घटना का एक वीडियो जमकर वायरल हुआ और हो रहा है. लोगों ने वीडियो शेयर करते हुए ये कहा, कि देब ने संतना को गलत तरीके से टच करने की कोशिश की है. उनका हैरेसमेंट किया है. पहले ये वीडियो देख लीजिए-
Modi ji2,9,2019 ku tripura pucha oha Ek udgatan pe tripura ki #bjpneta ki halat dekiye #santanachakma minister social welfare bar bar inki kamar par hat dalte #manojkantideb minister of youth affairs ek minister honeki bad khud suraksit nahi@abhisar_sharma @dhruv_rathee pic.twitter.com/oc0x2F8Aj8
— Zakaria Ahmed (@zakariaahmed332) February 10, 2019
विपक्षी पार्टियां कांग्रेस और सीपीआई (एम) ने मनोज कांति देब के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग कर दी. त्रिपुरा कांग्रेस के वाइस-प्रेसिडेंट तापस डे हैं. इन्होंने इस घटना पर जांच की मांग की. कहा, 'ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए. ये बिल्कुल भी सही नहीं है. इसमें अच्छे से जांच होनी चाहिए'. सीपीआई (एम) के महिला ऑर्गेनाइजेशन, ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक विमन्स एसोसिएशन (AIDWA)ने 11 फरवरी को अगरतला में रैली भी निकाली. रैली में देब की गिरफ्तारी की मांग की. माने अच्छा-खासा बवाल काटा.
अब सच्चाई जानते हैं
फिर आया बीजेपी का बयान. त्रिपुरा में बीजेपी की ही सरकार है. बीजेपी के प्रवक्ता अशोक सिन्हा ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए जबरन इस मुद्दे को उछाला जा रहा है. खैर, इस पूरे वायरल वीडियो मामले में दो मंत्री शामिल हैं. एक दो मनोज कांति देब खुद, दूसरा संतना चकमा. हमारे स्ट्रिंगर प्रबीर दास के जरिए हमने संतना से इस मामले पर बात की. संतना ने साफ कहा कि विपक्ष इसे जबरन मुद्दा बना रहा है. देब ने उन्हें गलत तरीके से छूने की कोई कोशिश नहीं की.
मनोज कांति देब. तस्वीर- ट्विटर
ऐसे में सवाल आता है कि वीडियो में जो दिखा, वो क्या है? इस पर भी संतना ने क्लीयर कट जवाब दिया. कहा-
'स्टेज बहुत छोटा था. लोग ज्यादा थे. हर कोई पर्दा खुलता देखना चाहता था. अब क्योंकि देब मेरे पीछे खड़े थे, ऐसे में मेरी वजह से उन्हें सामने जो कुछ हो रहा था, वो ठीक से नहीं दिख पा रहा था. इसलिए उन्होंने मुझे धीरे से हटाने की कोशिश की. वो खुद के लिए थोड़ी जगह बना रहे थे. उन्होंने मेरे कान में भी साइड देने की बात कही. ऐसा कहते हुए, वो मुझे अपने हाथ से थोड़ा साइड हटा रहे थे. बस और कुछ नहीं. उन्होंने मुझे गलत तरीके से छूने की कोई कोशिश नहीं की. वो मेरे बड़े भाई जैसे हैं. न तो मैं उनके बारे में ऐसा सोच सकती हूं, और न ही वो. ये सारा नाटक विपक्ष कर रहा है. अपने खुद के फायदे के लिए. लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, इसलिए वोट पाने के चक्कर में ऐसा बकवास काम कर रहा है विपक्ष'.
वहीं न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने इस मामले में मनोज कांति देब से बात की. देब ने भी अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. कहा, 'ये सबकुछ गलत प्रोपेगैंडा है, जो मेरे खिलाफ किया जा रहा है. वीडियो में साफ दिख रहा है कि संतना मेरे सामने खड़े हो गई थीं. गलती से मैंने उन्हें हटाने के लिए टच कर दिया, लेकिन मेरा मकसद गलत नहीं था. मैं केवल उन्हें साइड करना चाह रहा था, ताकि मैं सामने आ सकूं, और उद्घाटन होता देख सकूं'.
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