12 फरवरी 2019 का अखबार पढ़ा आपने? कुछ नया नहीं मिलेगा, बस 3 नन्ही बच्चियों का क्रूर रेप है

बच्ची की स्कूल ड्रेस अश्लील रही होगी. या वो शराब पीकर पार्टी कर रही होगी. है न?

लालिमा लालिमा
फरवरी 12, 2019
प्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स

आज सुबह-सुबह जब न्यूज़ पेपर पढ़ने बैठी, तो दिमाग खराब हो गया. गुस्सा आया इस समाज पर, यहां के लोगों पर. उनकी करतूत पर. एक अखबार के पहले पन्ने पर खबर थी, 'बेटे ने 7 साल की बच्ची का रेप किया, बाप ने बच्ची के कत्ल में उसका साथ दिया'. मार डाला दोनों ने मिलकर उस बच्ची को. डॉक्टर बनने के सपने देखती थी वो बच्ची. सपने टूट गए उसके, क्योंकि वो उन्हें देखने के लिए जिंदा ही नहीं बची.

ये तो एक खबर हुई. ऐसी ही दूसरी खबर भी है, तीसरी भी है, चौथी भी है, पांचवीं भी है, छठी, सातवीं, आठवीं... गिनती खत्म ही नहीं होगी. बढ़ते चले जाएगी. और लोग एक के बाद एक ऐसी खबरें पढ़कर भूलते चले जाएंगे. फिर एक दिन ऐसा आएगा, जिस दिन लोग इन खबरों को पढ़ना भी बंद कर देंगे. ये सोचने लगेंगे कि ये तो आम बात है. ऐसा होता रहता है, इसमें नया क्या है? फिर लोगों की नजरों में ये न्यूज़ ही नहीं रहेगी. क्योंकि इसमें कुछ 'न्यू/नया' नहीं होगा. जो कि न्यूज़ की बेसिक डिमांड होती है.

rtr2tpij_021219012244.jpgप्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स

खैर, गनीमत है कि कम से कम अभी तो इन खबरों को लोग रिपोर्ट कर रहे हैं. बच्चियों के साथ रेप के तीन मामले 12 फरवरी के सभी अखबारों में रिपोर्ट हुए हैं. तीनों बेहद डराने वाले हैं.

# दिल्ली के स्कूल में 10 साल की बच्ची का रेप

10 साल की रूही (नाम बदल दिया गया है), दिल्ली के शाहदरा इलाके में नगर निगम के स्कूल में पढ़ती थी. चौथी क्लास में थी. मां-बाप यूपी में रहते थे. और वो शाहदरा में अपने मौसी-मौसा के साथ रहती थी. स्कूल की छुट्टी होने के बाद उसके मौसा या मौसी उसे स्कूल से लेने आते थे. 5 फरवरी के दिन भी स्कूल की छुट्टी के बाद रूही अपने परिजन का इंतजार कर रही थी. सारे बच्चे अपने घर चले गए थे. केवल रूही बची थी. रूही को चौकीदार के भरोसे छोड़ क्लासटीचर भी घर चली गई. अब वो चौकीदार के भरोसे अकेले स्कूल में थी.

तभी स्कूल में सफाई का काम करने वाला श्योराज रूही के पास आया. वो 38 साल का था, सफाई कर्मचारी था. वो रूही को क्लास के पीछे बने एक खाली कमरे में लेकर चला गया. डरा-धमकाकर उसने रूही का रेप कर दिया. उसे जान से मारने की धमकी दी. उसने रूही का गला भी दबाया. कहा कि अगर उसने ये बात किसी को बताई तो वो उसे जान से मार देगा. रूही डर गई. घर पहुंचकर भी उसने इस बारे में किसी को कुछ नहीं बताया. दूसरे दिन उसने कुछ खाया-पिया भी नहीं. स्कूल भी नहीं गई. अगले दिन उसे बुखार हो गया.

rtr1ta7d_021219012302.jpgप्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स

रूही के मौसाजी उसे लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे. डॉक्टर को शक हुआ. रूही से डॉक्टर ने पूछा कि आखिर उसके साथ हुआ क्या. तब रूही ने सारी बात बता डाली. पुलिस के पास मामला दर्ज कराया गया. छानबीन हुई. आरोपी श्योराज के खिलाफ रेप और पॉक्सो एक्ट की कई धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ. उसकी गिरफ्तारी हो गई.

खैर, इस मामले को निगम ने भी सीरियसली लिया. एक कमेटी बनाई. उप निदेशक अंबुज कुमार की अध्यक्षता में, चार लोगों की कमेटी बनी. कमेटी ने जांच की. और निगम को रिपोर्ट सौंपी. जिसके बाद 11 फरवरी को निगम ने एक बड़ी कार्रवाई की. चार लोगों को सस्पेंड किया. स्कूल के प्रिंसिपल विनय कुमार, क्लास टीचर अनिराधा, चौकीदार बिजेंद्र सिंह और विद्यालय सहायक सतेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. अभी इस मामले में पुलिस की कार्रवाई चल रही है.

rtr4aijb_021219012315.jpgप्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स

# बेटे ने बच्ची का रेप किया, फिर बाप ने गुनाह छिपाने के लिए उसे मार दिया

7 साल की आरोही (काल्पनिक नाम) डॉक्टर बनना चाहती थी. जब भी उसकी तबियत खराब होती, और उसकी मां उसे लेकर डॉक्टर के पास जाती, तब वो अपनी मां से कहती, 'मां मैं भी बड़ी होकर डॉक्टर बनूंगी'. बच्ची की बात सुनकर मां भी कहती, 'हां बेटा, जरूर डॉक्टर बनना'. लेकिन अब उसकी मां आरोही से ऐसा कुछ नहीं कह सकती. कभी नहीं कह पाएगी, क्योंकि उसकी आरोही उसे छोड़कर जा चुकी है. वो मर गई है. उसे मार दिया गया है. उसकी हत्या हो गई है. उसके डॉक्टर बनने के सपने की भी हत्या हो गई है. वो अब कोई सपना नहीं देखेगी, कभी नहीं देखेगी.

rtx5dvr_021219012327.jpgप्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स

घटना दिल्ली के निहाल विहार की है. हमारे रिपोर्टर तनसीम हैदर ने बताया कि 9 फरवरी की रात 7 साल की आरोही अपनी छोटी बहन के साथ चाऊमीन खरीदने के लिए मार्केट गई थी, लेकिन दुकान बंद थी, इसलिए अपनी बहन के साथ वापस घर लौट रही थी. रास्ते में किसी ने आरोपी का अपहरण कर लिया. छोटी बहन दिव्यांग थी. बोलने-सुनने से लाचार थी. वो रोते हुए, भागते हुए घर पहुंची. बड़ी बहन के गायब होने के बारे में किसी तरह घर पर बताया. आरोही के न मिलने पर पैरेंट्स ने तुरंत ही पुलिस में रिपोर्ट दी. लेकिन रात भर में भी पुलिस आरोही का कोई पता नहीं लगा सकी.

दूसरे दिन सुबह पास मौजूद एक पार्क में आरोही की लाश मिली. उसके गले में फंदा लगा हुआ था, हाथ-पैर बंधे हुए थे, सिर कुचला हुआ था. लाश पूरी तरह से खून से लथपथ थी. आरोही के पैरेंट्स के मुताबिक अगर पुलिस जोर लगाती तो उनकी बच्ची समय पर मिल जाती और वो आज जिंदा होती.

rtx11ryw_021219012342.jpgप्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स

आरोही की लाश मिलने के बाद, पुलिस ने पार्क तक पहुंचने वाले सभी रास्तों के सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया. एक फुटेज में आरोही के पड़ोस में रहने वाला राजेंद्र (21 साल), उसका बाप रामशरण (51 साल), स्कूटर पर कहीं जाते दिखे. उनकी स्कूटर पर काले रंग का एक बैग भी रखा था. थोड़ी ही देर बाद वो लोग लौटते हुए दिखे. उस वक्त उनकी स्कूटर पर बैग नहीं रखा था. इससे पुलिस को उन पर शक हुआ. पुलिस ने दोनों को शक के आधार पर गिरफ्तार किया. पूछताछ हुई. राजेंद्र ने गुनाह कबूल कर लिया.

पुलिस के मुताबिक, आरोही जब अपनी बहन के साथ घर लौट रही थी, तब रास्ते में राजेंद्र ने उसे टॉफी का लालच दिया. और अपने साथ अपने घर लेकर चला गया. घर में उसने आरोही के हाथ-पैर रस्सी से बांधे और उसका रेप किया. उस वक्त घर पर कोई नहीं था. राजेंद्र अपने बाप रामशरण के साथ रहता था. थोड़ी देर में रामशरण घर आया. उसने राजेंद्र को ये सब करते देखा. मारे डर के कि कहीं उसका बेटा फिर से* गिरफ्तार न हो जाए, एक प्लान बनाया. फिर से गिरफ्तार का मतलब ये है कि राजेंद्र के ऊपर पहले भी रेप के आरोप लग चुके हैं. मामला क्या था आगे बताएंगे. अभी आरोही के साथ क्या हुआ, वो जानिए.

rtr3d368_021219012408.jpgप्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स

रामशरण और राजेंद्र ने आरोही को मार डाला. फिर उसकी लाश को पास के पार्क में ले जाकर फेंक दिया. रामशरण को इस बात का शक था कि आरोही मरी है या नहीं, इसलिए वो बाद में फिर पार्क गया. वहां उसने आरोही के सिर को पत्थर से कुचल डाला.

साल 2016 में राजेंद्र के ऊपर एक नाबालिग लड़की के रेप का आरोप लगा था, लेकिन उस वक्त वो खुद नाबालिग था, इसलिए उसे जमानत मिल गई थी. पुलिस का कहना है कि राजेंद्र के खिलाफ इस तरह का कोई और केस भी दर्ज है क्या, इस बारे में पड़ताल होगी.

# सुलभ शौचालय के कर्मचारी ने कई बार बच्ची का रेप किया

दिल्ली में एक इलाका है नारायण. तीसरा मामला इसी इलाके का है. प्रिया (काल्पनिक नाम) 5 साल की है. 6 फरवरी को वो नारायण इलाके के सार्वजनिक शौचालय गई थी. वहां 40 साल का एक आदमी सफाई का काम करता था. जब प्रिया शौचालय पहुंची, तो उस आदमी ने प्रिया को डरा-धमकाकर उसका रेप किया. उसके मां-बाप को जान से मारने की धमकी दी. कहा कि अगर वो ये बात किसी को बताएगी, तो उसके मां-बाप को वो मार देगा. साथ ही जब प्रिया ने आदमी की हरकतों का विरोध किया, तब उसने प्रिया को पीटा भी.

rtr268zn_021219012423.jpgप्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स

प्रिया गंभीर हालत में घर पहुंची. उसकी मां ने उससे पूछा कि उसे क्या हुआ है. प्रिया ने कुछ नहीं बताया, डर के मारे वो चुप रही. मां-बाप ने कई बार पूछा, तब जाकर प्रिया ने सच्चाई बताई. प्रिया के पैरेंट्स ने दिल्ली महिला आयोग में मामले की शिकायत की. और प्रिया को अस्पताल ले जाया गया. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर आरोपी सफाई कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है. उसका नाम कैलाश है. इसके अलावा ये भी कहा जा रहा है कि इससे पहले भी उसने प्रिया का रेप किया था. लेकिन प्रिया ने डर के कारण ये बात किसी को बताई नहीं थी. पुलिस ने इस बात की आशंका जताई है, कि कैलाश ने प्रिया के अलावा भी कई और बच्चियों का रेप किया है. इस मामले में अभी पुलिस जांच कर रही है.

rtr21oto_021219012440.jpgप्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स

ये तीनों मामले रेप के हैं. छोटी बच्चियों के रेप के मामले हैं. उन बच्चियों के साथ ये वारदात हुई, जो 'रेप' शब्द का मतलब भी ठीक से नहीं जानती थीं. अब इन घटनाओं को सुनकर लड़कियों को सलीके से रहने की सीख देने वाले 'ज्ञानी' लोग क्या कहेंगे. वो लोग जो ये कहते हैं कि लड़कियों को 'अच्छे, सभ्य' कपड़े पहनने चाहिए. वो लोग जो ये कहते हैं कि लड़कियों के 'भड़काऊ' कपड़ों की वजह से ही मर्दों का दिल डोलता है, और वो अपना आपा को देते है, और 'रेप' हो जाता है. क्या कहेंगे ऐसी सोच रखने वाले 'सभ्य' लोग. जो समाज को 'सभ्य' बनाने का ठेका ले रखे हैं. क्या स्कूल ड्रेस अश्लील है? क्या फ्रॉक पहनने वाली 6 साल की बच्ची का शरीर मर्दों को ललचाता है? जवाब दीजिए. अब चुप क्यों हैं ये सारे 'ज्ञानी' लोग, जो लड़कियों को संभलकर रहने की सलाह देते हैं.

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