रेप के आरोपी सेंगर की तस्वीर अखबार के पहले पन्ने पर छपी, उसे डिफेंड करने वाले की बातें सुनिए

एक बार पंजाब में भी निर्भया रेप केस के दोषी की तस्वीर पोस्टर में लगाई गई थी.

उमा मिश्रा उमा मिश्रा
अगस्त 16, 2019
अखबार में छपा विज्ञापन, जिसमें आरोपी कुलदीप की तस्वीर लगी हुई है.

उन्नाव रेप केस. हाल में ही सुर्ख़ियों में वापस आया था. विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का नाम उसमें शामिल था. हाल में उस मामले में कथित पीड़िता का एक्सीडेंट हुआ. उसके बाद मामले पर नेशनल अटेंशन गई. बीजेपी ने सेंगर को पार्टी से निकाल दिया. लेकिन इससे उनके समर्थकों को कोई फर्क नहीं पड़ा है. शायद इसी वजह से उनकी तस्वीर एक न्यूजपेपर के विज्ञापन में दिखाई दी. ये विज्ञापन रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक डेली न्यूजपेपर में लगी हुई है, जिसे उन्नाव नगर के पंचायत अध्यक्ष अनुज कुमार दीक्षित ने छपवाया है. उनके मुताबिक, ये उनका व्यक्तिगत विज्ञापन है. और उनके क्षेत्र के विधायक अभी भी कुलदीप सिंह ही है.

इस पूरे मामले में हमने इंडिया टुडे से जुड़े विशाल से बात की. उन्होंने बताया कि ये फुल फ्रंट पेज विज्ञापन है. इसमें कुलदीप की तस्वीर के साथ-साथ उनकी पत्नी संगीता सेंगर, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और दो-तीन बीजेपी नेताओं की तस्वीर भी है. वहीं, नीचे की तरफ सबसे बड़ी तस्वीर अनुज दीक्षित की है.

untitled-design-5_081619051923.jpgन्यूजपेपर में लगा फुल पेज विज्ञापन.

अनुज कुमार का कहना है कि कोर्ट में अभी मामला विचाराधीन है. कुलदीप जिस क्षेत्र के विधायक हैं, लोग वहां आकर देखें, और फिर आरोप लगाएं. उनका कहना है कि आरोप तो हर किसी पर लगाए जाते हैं. ये विज्ञापन उनका है, न कि सरकार का, जो लोग बेवजह इतना हल्ला मचा रहे हैं.

अनुज के मुताबिक, कुलदीप उनके विधायक थे, और आज भी हैं. और इसीलिए विज्ञापन में उनकी तस्वीर निकाली गई है. अनुज कहते हैं कि कुलदीप निर्दोष हैं. उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. जब तक कोर्ट से फैसला न आए, कोई उन पर आरोप न लगाए.

बीजेपी ने कुलदीप को पार्टी से निकाला है या नहीं, ये बात अनुज दीक्षित को मालूम नहीं है.

kk_081619045257.jpgकुलदीप सेंगर और अनुज दीक्षित.

आपको याद होगा, कुछ दिन पहले कुछ ऐसा ही वाकया सुनने को मिला था. जब पंजाब के होशियारपुर में चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर एक पोस्टर लगाया गया था. उसमें ब्रांड अम्बेस्डर की तस्वीर में निर्भया गैंगरेप के आरोपी मुकेश की फोटो लगी हुई थी.

मामला सामने आने पर चुनाव आयोग दफ्तर होशियारपुर के अधिकारियों में अफरा-तफरी मच गई. चुनाव आयोग के मुख्य दफ्तर होशियारपुर से सभी जगह से फ्लेक्स बोर्ड और आरोपी की फोटो लगे पोस्टरों को उतरा गया था.

ll_081619045429.jpgपंजाब में निर्भया रेप केस के आरोपी की तस्वीर एक पोस्टर में ब्रांड अम्बेस्डर के तौर पर लगाई गई थी.

उस पोस्टर पर लिखा था:

लोकतंत्र के सुंदर रंग

मेरा वोट मेरा मान है

हमें पता है कि हर एक वोट की गिनती है.

तो ये दो तरह के मामले थे. एक पहले हुआ था और एक अब. एक किसी की गलती के कारण हुआ या फिर जानकर, मालूम नहीं. पर अब जो हुआ, उसमें तो अनुज दीक्षित ताल ठोंक कर कह रहे हैं, कि उन्होंने अपने विधायक की तस्वीर लगवाई है, किसी आरोपी की नहीं. क्योंकि अभी आरोप साबित नहीं हुआ है.

इस मामले में कोई शिकायत दर्ज होती है या कार्रवाई होती है या नहीं, ये देखना है. वरना एक रेप आरोपी की तस्वीर अपने पहले पन्ने पर छापने वाले अख़बार की ज़िम्मेदारी पर सवाल उठने भी जायज़ हैं. भले ही वो विज्ञापन के तौर पर ही क्यों न हो.

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