पार्टी में सैकड़ों लोगों के सामने डांस कर रहा था ट्रांसजेंडर, आदमी पीछे से आया और चला दी गोली
पेशावर, जहां ट्रांसजेंडर्स को हर वक्त रहता है जान का खतरा.
पाकिस्तान का एक सूबा है- खैबर-पख्तूनख्वा. अफगानिस्तान की सीमा पर है. इसकी राजधानी है पेशावर. यहां पश्तो भाषा बोली जाती है. किसी न किसी कारण से, ये शहर अक्सर ही खबरों में बना रहता है. हर शहर, और राज्य की तरह, यहां भी कई सारी दिक्कतें हैं. लेकिन पेशावर की एक समस्या ऐसी है जो सालों से चली आ रही है, लेकिन कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. वो समस्या है- ट्रांसजेंडर्स के ऊपर होते अत्याचार.
एक वीडियो सोशल मीडिया पर इस वक्त काफी वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक ट्रांसजेंडर, किसी पार्टी-फंक्शन में डांस करते दिख रहा है. बहुत सारे लोग मौजूद हैं. जिस वक्त डांस चल रहा होता है, पीछे से एक आदमी, बड़ी सी गन लेकर आता है, और डांस करते हुए ट्रांसजेंडर को डराने लगता है. अफरा-तफरी मच जाती है. गाना बंद कर दिया जाता है. और धायं-धायं बंदूक चलने की आवाज आती है.
Another transgender gun down in Peshawar Bazid Khel area in live performance by a armed man visible in video clip. The genocide of most innocent people going through. Shame.#Transgender #Peshawar pic.twitter.com/lo8OipSeTC
— Abdullah Malik (@AbdullahMalikJ) January 7, 2019
पहले कहा जा रहा था, इस फायरिंग में उस ट्रांसजेंडर की मौत हो गई है. लेकिन राहत की खबर ये है, कि ऐसा कुछ हो नहीं हुआ है. फायरिंग तो हुई, लेकिन किसी की मौत नहीं हुई. उस ट्रांसजेंडर का नाम है- दानिश एलियास बेबो. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 8 जनवरी को पुलिस ने फायरिंग करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया. उसका नाम है रास खान.
प्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स
एक फंक्शन में दानिश डांस कर रहे थे. उस वक्त रास खान वहां पहुंचा, और दानिश को बंदूक दिखाकर डराने लगा. जान से मारने की धमकी दी. किडनैप करने की भी धमकी दी. दानिश ने इस मामले में प्राइम मिनिस्टर कंप्लेंट सेल में शिकायत की. उसके बाद पुलिस ने वायरल हुए वीडियो को खंगाला. जिसके जरिए रास खान की पहचान हुई, और बाजेद खेल इलाके से उसे गिरफ्तार किया गया. बाद में बेबो का एक और वीडियो सामने आया, जिसमें उन्होंने पुलिस को कड़ा एक्शन लेने के लिए थैंक्यू कहा.
दानिश लकी थे, बच गए. और आरोपी भी पकड़ा गया. लेकिन पेशावर में ट्रांसजेंडर्स बहुत ही बुरी हालत में रहने के लिए मजबूर हैं. उन्हें हर वक्त जान का खतरा बना रहता है. पिछले साल, अगस्त के महीने में एक ट्रांसजेंडर महिला नाजो को बहुत ही बुरी तरह से मार दिया गया था. उसके शरीर के कई टुकड़े कर दिए गए थे. खैर, बाद में पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया था.
प्रतीकात्मक तस्वीर. रॉयटर्स
नाजो की मौत के बाद पेशावर में रहने वाले ट्रांसजेंडर्स, सड़कों पर उतरे थे. पेशावर प्रेस क्लब के सामने प्रदर्शन किया था. सुरक्षा की मांग की थी. 'हम सुरक्षा चाहते हैं. हम हमारे अधिकार और सम्मान चाहते हैं' ये नारे लगाए थे. फरजाना जान, ट्रांसजेंडर एसोसिएशन की प्रेसिडेंट हैं. बताती हैं कि कि खैबर-पख्तूनख्वा में साल 2015 से 2018 के बीच, करीब 62 ट्रांसजेंडर्स मारे जा चुके हैं. ये आंकड़ा अगस्त 2018 तक का है, अब तक खैबर-पख्तूनख्वा में मारे जाने वाले ट्रांसजेंडर्स की संख्या इससे कहीं ज्यादा बढ़ चुकी होगी.
अगस्त 2018 में, पेशावर में जो विरोध प्रदर्शन हुआ था, उसमें एक्टिविस्ट ग्रुप ट्रांस एक्शन पाकिस्तान भी शामिल था. ये ग्रुप ट्रांसजेंडर्स के अधिकारों के लिए आवाज उठाता है. इस ग्रुप ने बताया कि 2015 से 2017 के बीच खैबर-पख्तूनख्वा में, ट्रांसजेंडर्स के ऊपर करीब 1150 बार जानलेवा हमले हुए थे. ये आंकड़ा 2017 तक का बस है, अब तक तो इसकी संख्या भी काफी बढ़ चुकी होगी.
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