टिंडर की वो डरावनी डेट, जिसे मैं कभी नहीं भूल पाउंगी
'मेरी टिंडर डेट बाकी लड़कियों के लिए एक सबक है.'

ये ब्लॉग हमें हमारी एक रीडर ने भेजा है. वो 27 साल की हैं. उनकी निजता का सम्मान करते हुए हम इनका नाम नहीं बता रहे है. उनके व्यूज़ पर्सनल हैं. ऑडनारी उनकी राय से सहमत या असहमत नहीं है.
मेरी लाइफ में एक वक्त ऐसा आया जब मेरे दोस्त मेरे लिए ब्लाइंड डेट्स फिक्स करने लगे. तब मेरी मुलाकात एक से बढ़कर एक ऊटपटांग लड़कों से हुई. मां के लाडले से लेकर अपनी मर्दानगी का दम भरने वाले, हर तरह के लड़कों से मैं मिली. मेरा ये एक्सिपीरिएंस दिलचस्प रहा. सो मैंने सब कुछ अपने कंट्रोल में लेने का फैसला किया. अब अच्छा लड़का ढूंढने के लिए दोस्तों की क्या ज़रूरत? मैंने सोचा कि आज के समय में सब कुछ डिजीटली ऑर्डर हो जाता है, चाहे दवाई हो या सामान, तो फिर लड़का ढूंढना कितना ही मुश्किल है. इस तरह मैंने लड़का खोजने की शुरुआत कर दी. मैं भी टिंडर के चक्कर में पड़ गई. और कई बार लेफ्ट स्वाइप करने के बाद एक राइट स्वाइप हुआ.
ये बंदा किसी दोहरे रिलेशन या बीवी को धोखा देने वालों की तरह डेस्परेट नहीं दिख रहा था. उसके और मेरे इंटरेस्ट मिलते-जुलते थे. हमने बात करनी शुरू की तो पता चला कि वो गुड़गांव की किसी मल्टी नेशनल कंपनी के लिए काम करता है. और पार्ट टाइम मॉडलिंग करता है. वह अपने बारे में कुछ ज्यादा ही बात करने लगा, अपनी पर्सनल डिटेल्स देने लगा तो मैं अनकंफर्टेबल हो गई. क्योंकि प्रैक्टिकली हम दोनों एक-दूसरे को इतने अच्छे तरीके से नहीं जानते थे कि उस तरह की बातें शेयर करे. मैंने बात करना कम कर दिया. मैं बातचीत को दोस्ती तक ही सीमित रखना चाहती थी. थोड़ी बातचीत के बाद फेसबुक पर बात करने की रिक्वेस्ट की. क्योंकि मैं ऑनलाइन डेटिंग से ज्यादा परिचित नहीं थी तो मैंने विरोध नहीं किया. साथ ही, मुझे फेसबुक की ज्यादा समझ थी तो इसके इस्तेमाल पर मुझे भरोसा था. उसके पेज पर बहुत सारी फोटोज़ थी. जिसमें से ज्यादातर किसी फोटोशूट में खींची गई थीं. मैंने जल्दी से इन्हें देखा और उसे ब्लॉक करने की तैयारी कर ली थी अगर कुछ भी गड़बड़ लगती तो.
मैंने सोचा कि आज के समय में सब कुछ डिजीटली ऑर्डर हो जाता है तो फिर लड़का ढूंढना कितना ही मुश्किल है. (फ़ोटो कर्टसी: Pixabay)
10 मिनट तक उसका फेसबुक अकाउंट खंगालने के बाद मैंने उसे मन ही मन क्लीन चिट दे दी. तीन हफ्ते की बातचीत के बाद उसने मुझे मिलने के लिए कहा. मुझे लगा ये नॉर्मल प्रोग्रेस है. सो हम दिल्ली के सेफ इलाके कनॉट प्लेस में मिले. मैं पूरी तैयारी के साथ पहले से तय जगह पहुंची. पहले से तय टाइम से 20 मिनट ज्यादा देरी तक वो नहीं पहुंचा. मैंने फेसबुक खोला तो उसके मैसेजों से इनबॉक्स भरा पड़ा था.
उसने मेरा नंबर मांगने के लिए मैसेज किया था चूंकि उसे कुछ इमरजेंसी थी और वो मुझसे बात करना चाहता था. कोई और ऑप्शन नहीं था तो मैंने भी नंबर दे दिया. 10 मिनट बाद मेरा फोन बजा. उसने मुझे बताया कि उसकी कार मूलचंद (दिल्ली का एक इलाका) के पास ख़राब हो गई है, तो वो कनॉट प्लेस नहीं आ सकता. मैं मीटिंग को टालने ही वाली थी कि उसने अजीब सी रिक्वेस्ट कर दी. उसने कहा कि उसका दोस्त कोई आसपास ही है, जो मुझे छोड़ (मूलचंद की ओर) सकता है ताकि मैं उससे मिल लूं और कोई और प्लान बना लूं. कॉमन सेंस की बात है, मैंने न ही कहा. और उस लड़के सा बातचीत बंद कर दी.
वो लगातार फोन करता रहा पर मैं बात करने के मूड में नहीं थी. अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें इतना खौफ़नाक क्या है. है न?
वैल, मैं एक महीने बाद मेरी एक दोस्त से मिली जिसने टिंडर पर साइन-अप किया था. बातचीत करते हुए हमने उसके डेटिंग एक्सिपीरिएंस की बात करनी शुरू कर दी. उसके कुछ एक्सिपीरिएंस तो हैरान करने वाले थे. बात बताते हुए उसकी टोन बदल गई. उसने एक डेट के बारे में बताया जहां उसे खड़ा रहना पड़ा. उसे मिलने आ रहे लड़के की गाड़ी ख़राब हो गई थी और उसने लड़की से गुज़ारिश की कि पिक-अप के लिए उसका किसी दोस्त को आने दे.
डेटिंग ऐप्स पर मिले लोगों पर अंधा भरोसा करना बंद करिए. (फ़ोटो कर्टसी: Pixabay)
अब मैं सन्न थी. ये काफ़ी हद तक संयोग था. मैंने उसे बताया कि मेरे साथ भी यही हुआ है. मैने उसे लड़के की प्रोफाइल फोटो दिखाने को कहा क्योंकि मैंने उसे ब्लॉक कर दिया था.
और वही हुआ, ये लड़का वही निकला जो मेरे केस में था. क्या ये संभवा है कि ठीक वही बात दोबारा हो जाए? और कोई क्यों अपने 'दोस्त' को डेट के लिए गाड़ी से पिक करने को कहेगा? शायद उसका कुछ छुपा हुआ मकसद था और हैंडसम लड़के की वो तस्वीरें सिर्फ लड़कियों को जाल में फंसाने के लिए थीं.
मैंने मेरी दोस्त को उसी वक्त लड़के को रिपोर्ट (सोशल मीडिया पर रिपोर्ट) करने को कहा, और उसने किया. मैंने ऑनलाइन डेटिंग से आजिज़ आ गई थी. मैंने फिर से मेरी डेटिंग लाइफ को अपने भरोसेमंद दोस्तों के हाथ में सौंपने का फैसला किया.
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