21 की उम्र में रेप हुआ, स्केच बनाकर अबतक 1200 अपराधियों को जेल भिजवा चुकी हैं

गिनीज बुक में दर्ज है नाम

अभिषेक कुमार अभिषेक कुमार
अगस्त 14, 2019
फोटो साभार: Twitter

लुइस गिब्सन अमेरिका में रहती हैं. पेशे से स्केच आर्टिस्ट हैं. उम्र 69 साल हो गई है. उनकी कहानी बड़ी बेसिसाल है. लुइस का जन्म 1950 में हुआ था. बचपन में उनका सपना था कि उन्हें लोगों के चेहरे कागज पर उतारने का काम मिले. लेकिन जिस वजह से वो इस पेशे में आईं, उसकी कल्पना उन्होंने कभी नहीं की थी.

एक रात ने बदल दी जिंदगी

1971 का साल. लुइस आम लड़कियों की तरह ही ज़िंदगी के गीत बुन रही थीं. उनके मन में भी आसमां छू लेने की तमन्नाएं छलांगें मार रहीं थी. 21 की उम्र में इंसान की चहक सबसे उम्दा दौर में होती है. लेकिन उस रात की घटना ने उन्हें लंबे समय के लिए चुप करा दिया. लुइस के घर में एक अपराधी जबरदस्ती घुस आया. लुइस ने पूरी ताकत से खुद को बचाने की कोशिश की. लेकिन नाकाम रहीं.उस आदमी ने लुइस के साथ तब तक रेप किया, जब तक कि वो बेहोश नहीं हो गईं. जब वो आदमी लुइस को मरा समझकर छोड़ गया, उस वक्त लुइस की आंखों और मुंह से खून निकल रहा था. जब होश आया तो उनके सोचने-समझने की शक्ति खत्म हो चुकी थी. उन्होंने खुद को घर के अंदर बंद कर लिया. उनकी आवाज गुम हो चुकी थी. लोकलाज की वजह से पुलिस में शिकायत भी नहीं की.

लुइस गिब्सन दुनिया की सबसे सफल फोरेंसिक आर्टिस्ट हैं. (फोटो साभार: ट्विटर/ @MichaelAvenatti)लुइस गिब्सन दुनिया की सबसे सफल फोरेंसिक आर्टिस्ट हैं. (फोटो साभार: ट्विटर/ @MichaelAvenatti)

एक अजीब संयोग

रेप की घटना के 6 हफ्तों के बाद. उनकी कार ने रॉन्ग टर्न लिया. जिस रास्ते में उनकी कार घुसी थी. वहां उनको पुलिस की गाड़ियां दिखी. पुलिसवाले एक व्यक्ति को पीटते हुए हथकड़ी पहना रहे थे. लुइस को उस व्यक्ति का चेहरा जाना-पहचाना लगा. दिमाग पर जोर डाला तो उन्हें हफ्तों पुरानी उस रात की घटना याद आ गई. यह वही व्यक्ति था जिसने उनके साथ रेप किया था. समय ने हिसाब बराबर करने की कोशिश की थी.

लॉस एंजिलिस से पलायन

कुछ समय बाद लुइस ने लॉस एंजिलिस छोड़ने का फैसला कर लिया. वह टेक्सास के सेन एंटोनियो शहर आ गईं. लॉस एंजिलिस से 1353 किलोमीटर दूर. लुइस ने मॉडलिंग में हाथ आजमाया. टीवी शोज में डांस किए. और, अपने खाली समय में दोस्तों और पड़ोसियों के स्केच भी बनाती रहीं. शौक के लिए. लुइस ने शादी कर अपना घर भी बसा लिया था.

यूं शुरू हुआ स्केच आर्टिस्ट बनने का सफर

तब तक तारीख 1980 के साल में पहुंच चुकी थी. जिंदगी पटरी पर अपनी रफ्तार में चले जा रही थी. लुइस अपनी दोस्त के घर पर टीवी देख रही थी. एक खबर फ्लैश हुई कि एक डांस इंस्ट्रक्टर का रेप हुआ है. उसके स्टूडेंट्स के सामने. पुलिस अपराधी का पता लगाने की कोशिश कर रही थी. लुइस को लगा कि वो इस मामले में पुलिस की मदद कर सकती है. वो पुलिस स्टेशन पहुंची और मदद की पेशकश की. पुलिस को भरोसा नहीं था. काफी दलीलें देने के बाद पुलिसवालों ने उन्हें एक मौका दिया. विक्टिम के बताए हुलिए के अनुसार लुइस ने स्केच बनाया और वो सटीक साबित हुआ. रेपिस्ट पकड़ा गया. 1989 में लुइस गिब्सन हॉस्टन पुलिस डिपार्टमेंट में फॉरेंसिक आर्टिस्ट बनकर आईं.

2017 में उनका नाम गिनीज बुक में दर्ज हुआ. (फोटो साभार: ट्विटर/@GWR)2017 में उनका नाम गिनीज बुक में दर्ज हुआ. (फोटो साभार: ट्विटर/@GWR)

एक स्केच जिसने व्हाइट हाउस में हलचल मचा दी

अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर देश है. वहां का राष्ट्रपति दुनिया का सबसे प्रभावशाली इंसान. व्हाइट हाउस इसी इंसान का घर है. अमेरिकी सत्ता का प्रतीक. 2016 में डॉनल्ड ट्रंप चुनाव जीतकर अमेरिका के राष्ट्रपति बने. 2018 में ट्रंप पर एक एडल्ट फिल्म स्टार स्टोर्मी डेनियल्स ने आरोप लगाया कि उसके और ट्रंप के बीच संबंध थे. 2011 में ट्रंप ने स्टोर्मी को धमकाने के लिए एक आदमी को भी भेजा था. ताकि वो ट्रंप के साथ पुराने रिश्ते को लेकर चुप रहे. अप्रैल 2018 में स्टोर्मी उस आदमी का स्केच लेकर मीडिया में पहुंची थी. वह स्केच लुइस गिबसन ने तैयार किया था. व्हाइट हाउस में इस घटना की हलचल लंबे समय तक देखी गई.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम

इस रोल में उन्हें पहला केस मर्डर का मिला. उनको हत्यारे का स्केच बनाने का काम मिला. पहले ही केस में सौ फीसद सटीकता थी. उनके बनाए स्केच ने पुलिस की राह आसान कर दी. हत्यारा पकड़ा गया. 2017 तक उनके खाते में 751 सफलताएं दर्ज हो चुकी थीं. चोरी, छिनैती से लेकर रेप और मर्डर तक के अपराधों में शामिल दोषियों को सलाखों के पीछे भेज चुकी हैं. इस कारनामे की वजह से उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में उकेरा गया. दुनिया की सबसे सफल फॉरेंसिक आर्टिस्ट के आगे. लुइस गिब्सन ने 1000 से ज्यादा केस सुलझाने में कानून की सहायता की है.

लुइस अब 69 साल की हैं. उनका अपना फोरेंसिक ड्राइंग का स्कूल है जहां वो नई प्रतिभाओं को स्केच आर्ट की बारीकियां सिखाती हैं. वो फॉरेंसिक आर्ट पर दो किताबें लिख चुकी हैं. आज भी उनकी कूचियों की रफ्तार थमी नहीं है. अपराधियों की काली करतूतों पर पूर्ण विराम का ठप्पा लगाने और आम इंसानों की ज़िंदगी में राहत के कुछ रंग भरने का काम बदस्तूर जारी है.

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