सवाल पूछने पर डायरेक्टर ने इस एक्ट्रेस को पड़वाए थे 30 थप्पड़, Cannes में दिखाई गई फिल्म

फ़िल्म को बनाने का मकसद फिल्म इंडस्ट्री में होने वाले शोषण को दिखाना है.

वू के शी कान रेड कारपेट पर. (फ़ोटो कर्टसी: ट्विटर)

कान फ़िल्म फ़ेस्टिवल सिर्फ़ अपने रेड कारपेट तक ही नहीं सिमटा है. यहां दुनियाभर से फ़िल्में और डाक्यूमेंट्री दिखाई जाती हैं. अपनी रिलीज़ से पहले. उन्हीं फ़िल्मों में से एक है ‘नीना वू’. ये ताइवान की एक्ट्रेस वू के शी की फ़िल्म है. उन्होंने इसे लिखा है और इसमें एक्टिंग भी की है. फ़िल्म बेस्ड है फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव और शोषण पर. इसे बनाने के पीछे वू के शी का मकसद था उन लोगों की पोल खोलना जो अपने पॉवर का इस्तेमाल कर दूसरों का शोषण करते हैं. ये शोषण हमेशा सेक्सुअल नहीं होता.

वू के शी के साथ ख़ुद ऐसा ही चुका है. अपने करियर की शुरुआत में वह एक वीडियो गेम के लिए ऐड शूट कर रही थीं. शूट के दौरान उन्होंने डायरेक्टर से एक सवाल पूछा. उन्हें जवाब मिला थप्पड़ के रूप में. वू के शी ने डायरेक्टर से पूछा कि वो किस तरह का शॉट लेंगे. लॉन्ग या क्लोज अप? ताकि वो उसके हिसाब से तैयारी कर सकें. ये बहुत ही जायज़ सवाल था. पर ये पूछने पर पता है वू के शी के साथ क्या हुआ?

डायरेक्टर ने क्रू मेंबर्स से कहा कि ऐड के लिए जितने नोट इस्तेमाल किए जा रहे थे उन्हें इकट्ठा करें. डायरेक्टर ने उनसे एक पंखा बनाया. फिर सेट पर मौजूद एक एक्टर को बुलाया. एक्टर से कहा कि उस पंखे से वो वू के शी को तीस थप्पड़ मारे. इतना ही नहीं. इसे शूट भी किया. वो भी क्लोज़-अप के साथ. ये सब स्क्रिप्ट में नहीं लिखा था. सेट पर हर कोई शॉक में था. ये एक सज़ा थी. सवाल पूछने की. डायरेक्टर को ये नागवार गुज़रा कि छोटा सा पार्ट करने वाली एक एक्ट्रेस ने उनसे सवाल पूछा.

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वू के शी  उस घटना के बाद काफ़ी समय तक परेशान रहीं. (फ़ोटो कर्टसी: ट्विटर)

वू के शी ने एक अंग्रेज़ी वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा:

“इसके बाद सेट पर कुछ अजीब सी चीज़ हुई. सबने मुझसे दूरी बना ली. उन्हें चुनना था कि वो किसकी साइड पर हैं. और कोई भी अपने काम से हाथ नहीं धोना चाहता था इसलिए कोई भी मुझसे बात नहीं कर रहा था. पर इतने पर भी चीज़ें नहीं रुकीं. मेरे वहां होने से ही लोगों को दिक्कत होने लगी. बाकी लोगों ने भी मुझे बुली करना शुरू कर दिया. इसके बाद मैं घर चली गई. दो हफ़्तों तक मुझे ये बात सताती रही. मुझे रात में नींद नहीं आती. बहुत शर्मिंदगी महसूस होती. उस डायरेक्टर की आवाज़ मेरे दिमाग में घूमती रहती.”

इस बात ने वू के शी के दिमाग पर गहरा असर किया. वो काफ़ी डिस्टर्ब रहने लगीं. उन्हें ये एहसास हुआ कि जो उनके साथ हुआ बहुत ज़्यादा बुरा नहीं था तो उनका ये हाल था. जिन लोगों के साथ सेट पर शोषण होता है, उनका क्या हाल होता होगा. वू के शी काफ़ी समय तक ये सब सोचती रहीं.

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वू के शी ताइवान की एक्ट्रेस हैं. (फ़ोटो कर्टसी: ट्विटर)

2009 में साउथ कोरिया की एक एक्ट्रेस ने सुसाइड कर लिया था. वजह थी स्टूडियो हेड के द्वारा किया गया शोषण. और भी कई अभिनेत्रियों ने शोषण के कई साल बाद सुसाइड करने की कोशिश की थी. ये सारी बातें वू के शी को परेशान करती रहीं. इसलिए उन्होंने इसपर फिल्म बनाने की ठानी. ये फ़िल्म सच्चाई से प्रेरणा ज़रूर लेती है पर किसी असली इंसान पर आधारित नहीं है.

वू के शी चाहती हैं कि ये फ़िल्म लोगों को सोचने पर मजबूर कर दे.

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