चुनाव ख़त्म हो गए, पर आज़म खान की जयाप्रदा के लिए टुच्चई नहीं ख़त्म हुई

इस बार बेहूदगी की हद पार कर दी आजम खान ने.

रजत रजत
जुलाई 02, 2019
जया प्रदा को आजम खान ने ही दिलवाई थी राजनीति में एंट्री.

चुनाव के वक्त तमाम तरह की बेतुकी बयानबाज़ी होती है. नेता जो मन में आता है वो एक दूसरे के खिलाफ बोलते हैं. चुनाव ख़त्म होने पर उम्मीद होती है कि ऐसी हरकतें बंद हो जाएंगी. 'माननीय' अपने अंदर की कुंठा पर लगाम लगा लेंगे. लेकिन कुछ लोग होते हैं सदाबहार. जो हमेशा गलीज़ बातें करते रहते हैं. माननीय बनने के बाद भी ओहदे का एहतराम नहीं करते. अंट-शंट कमेंट करना फितरत बन जाती है इनकी. ऐसे लोगों में शुमार हैं आज़म ख़ान. रामपुर से समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद हैं. सपा में खासा रसूख है इनका. लगातार विधायक, सांसद, मंत्री बनते रहे हैं. लेकिन संसदीय भाषा क्या होती है, शायद इन्हें मालूम ही नहीं. चुनाव के वक्त ये एक महिला नेता के 'अंडरवियर का रंग' बता रहे थे. जैसा कि आपको बताया, ये सदाबहार हैं. यानी लगातार ऐसी घटिया बातें बोलने का रिकॉर्ड है इनका. अबकी बार मामला और आगे बढ़ गया है. आज़म ने 'बिना किसी का नाम लिए' जया प्रदा पर निशाना साधा है. पहले सपा से दो बार सांसद रह चुकीं जया ने भाजपा की टिकट पर रामपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा था. हालांकि, जीत आज़म ख़ान के हिस्से आई. अब बात करते हैं आज़म ख़ान के नए बयान की.

शनिवार, 29 जून को आज़म खान एक क्रिकेट टूर्नामेंट के प्राइज़ ड्रिस्ट्रिब्यूशन फंक्शन में पहुंचे थे. नेता जी को माइक मिल गया तो हो गए चालू. आज़म खान ने जया प्रदा के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया. कहा-

'हमने यहां रं*%&$* नहीं खोला, न नाचघर (डांसबार) खोला है ". मैं रं*%&$* लफ्ज़ खास तौर पर इस्तेमाल कर रहा हूं और लोग जान रहे हैं कि यह लफ्ज़़ कहां जाकर लग रहा है. जिस समाज में इस लफ्ज़ को मोहतरम (सम्मानजनक) मान लिया जाएगा, क्या तरक्की करेगा वह समाज? वह कैसे सिर उठाकर चलेगा?'

इस साल मार्च में बीजेपी में शामिल हुई थीं जया प्रदाइस साल मार्च में बीजेपी में शामिल हुई थीं जया प्रदा

'शरीफों की इज्जत वो लोग उतारेंगे? लोग रास्ते बताएंगे? ऐसे लोग, देवी—देवता अपने आपको बनाएंगे? हमारे मरे हुए मां—बाप तीन दिन तक टेलीविजन पर डिस्कस होंगे? देखा आपने, अंजाम क्या हुआ? कितनी दौलत खर्च हुई, कितनी ताकत लगाई गई. कहते थे कि आजम खान जीत गया तो जड़ से नाक निकल जाएगी, अरे नाक नहीं जाने क्या-क्या निकल गया.'

आगे आज़म खान ने कहा-

'क्या हम इतने बुरे हैं, सिर्फ इसलिए कि हम बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं? हम बच्चों के हाथ में कलम देना चाहते हैं? हम उन्हें एक बाइज्जत जिंदगी देना चाहते हैं? लोग सिर्फ हमारे बच्चों से साइकिल के पंक्चर जुड़वाना चाहते हैं, कोठी बंगला बनवाना चाहते हैं, हम चाहते हैं कि वे बच्चे भी कुर्सियों पर बैठें.''

वीडियो आप यहां देख सकते हैं-

ये पहली बार नहीं है जब आज़म ने जया प्रदा के बारे में बेहूदी बात कही हो. चुनाव के वक्त अपनी प्रतिद्वंदी जया प्रदा के 'अंडरवियर का रंग' बताने में आज़म खान नहीं हिचके थे. 14 अप्रैल को एक रैली में कहा था-

'क्या राजनीति इतनी गिर जाएगी. 10 बरस जिसने रामपुर वालों का खून पिया…लहू पिया. जिसकी उंगली पकड़कर हम रामपुर में लेकर आए. रामपुर की गलियां…रामपुर की सड़कों पहचान कराई. किसी का कांधा नहीं लगने दिया उसके शरीर से…आप गवाही दोगे…उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लगे…मैं 17 दिन में पहचान गया…कि इनके नीचे का जो अंडरवियर है, वो खाकी रंग का है. मैं 17 दिन में पहचान गया.'

यहां खाकी रंग का मतलब भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से था. इसके बाद विवाद हुआ. लेकिन आज़म की गलती की माफी तक नहीं मांगी. इसके बाद चुनाव आयोग हरकत में आया था. आज़म पर 48 घंटे का बैन लगाया गया था. आज़म का बेटा अब्दुल्ला भी बाप से पीछे नहीं था. उसने जया प्रदा को अनारकली तक कह दिया था.

पिता आज़म खान के साथ खड़े दिख रहे हैंं अबदुल्लाह आज़म खान.पिता आज़म खान के साथ खड़े दिख रहे हैंं अब्दुल्ला आज़म खान.

इस पूरी घटना में आज़म खान के अलावा आयोजकों और समर्थकों समेत 11 लोगों पर मामला दर्ज कर लिया गया है. भाजपा के स्थानीय नेता आकाश सक्सेना की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ है. एसपी अजयपाल शर्मा ने कहा-

आकाश सक्सेना की ओर से शिकायत आई थी, जिसमें जया प्रदा के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल का आरोप था. इस मामले में आजम खान, कार्यक्रम के आयोजक और वीडियो सर्कुलेट करने के आरोपियों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

इसे भी पढ़ें- 15 की उम्र में 5 बार की चैम्पियन वीनस विलियम्स को हराने वाली 'कोको'

 

लगातार ऑडनारी खबरों की सप्लाई के लिए फेसबुक पर लाइक करे      

Copyright © 2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today. India Today Group