चेहरे की वैक्सिंग करवाने का प्लान कर रही हैं तो इन बातों का ध्यान रखें
आपके चेहरे की स्किन पूरे शरीर में सबसे ज़्यादा सेंसिटिव होती है.

चेहरे पर आने वाले बालों से छुटकारा पाने के दो तरीके होते हैं. वैक्सिंग और लेज़र. अब लेज़र तो मोटा ख़र्चा है. ऊपर से हर कोई ये करवाना भी नहीं चाहता. दूसरा तरीका बचता है वैक्सिंग. क्या आप भी चेहरे की वैक्सिंग करवाने की सोच रही हैं? इसे लेकर श्योर नहीं हैं? कितना दर्द होगा? सेफ़ होगा कि नहीं? ये करवाना चाहिए या नहीं? वगैरह, वगैरह. घबराइए मत. हम हैं न. आपके कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए.
चेहरे की वैक्सिंग से जुड़े सवालों के जवाब के लिए हमने डॉक्टर हेमा पंत से बात की. ये काया स्किन क्लिनिक, नई दिल्ली में स्किन की डॉक्टर हैं.
तो क्या आपको चेहरा वैक्स करना चाहिए?
जवाब है हां. पर क्या हर कोई ऐसा कर सकता है? तो इसका जवाब है नहीं.
डॉक्टर पंत कहती हैं:
“अगर आपके चेहरे पर अनचाहे बाल हैं तो उन्हें हटाने का एक ऑप्शन वैक्सिंग है. पर ये सबके लिए नहीं है. अगर आपको कोई स्किन इन्फेक्शन है या दाने आते हैं तो चेहरे को वैक्स मत ही करिए. अगर आपके चेहरे पर बाल बहुत ज़्यादा है और ये जेनेटिक है या किसी हार्मोनल उथल-पुथल की वजह से है, तो आपको लेज़र करवाना चाहिए. वैक्सिंग नहीं. अगर आपकी ठुड्डी या गालों पर कड़े, काले बाल निकल रहे हैं तो फौरन डॉक्टर को दिखाइए. वैक्सिंग एक परमानेंट सॉल्यूशन नहीं है. पर हां, अगर आपके चेहरे पर बहुत ज़्यादा हेयर ग्रोथ नहीं है तो वैक्सिंग करवा सकती हैं.”
सेंसिटिव स्किन वालों को चेहरे पर वैक्सिंग नहीं करवानी चाहिए. (फ़ोटो कर्टसी: Pixabay)
क्या ये सेफ़ है?
हां. चेहरा वैक्स करवाने में कोई ख़तरा नहीं है. पर दो वैक्सिंग सेशन के बीच में कम से कम सात हफ़्तों का समय होना चाहिए.
डॉक्टर पंत के मुताबिक:
“आपका कितनी जल्दी-जल्दी वैक्स करवाती हैं, ये बहुत अहम सवाल है. कभी भी वैक्सिंग करवाने में जल्दी मत करिए. अपने बालों को पूरी तरह उगने दीजिए. फिर वैक्स करवाइए. ये आपकी स्किन को ‘टर्न-अराउंड टाइम’ देता है. कहने का मतलब है कि आपके चेहरे की स्किन नाज़ुक होती है. वैक्सिंग के बाद वो और सेंसेटिव हो जाती है. उसे दोबारा नॉर्मल होने में समय लगता है. वैसे भी आपको साल में छह बार से ज़्यादा चेहरे को वैक्स करने की ज़रूरत नहीं है. अगर आप चेहरे को जल्दी-जल्दी वैक्स करेंगी तो आपको फोलिक्युलाईटिस होने का ख़तरा है. अब ये फोलिक्युलाईटिस क्या होता है? सरल शब्दों में कहें तो बैक्टीरिया आपके बालों की जड़ों तक जा सकते हैं. इससे इन्फेक्शन होता है.”
किस तरह के वैक्स से वैक्ससिंग करवानी चाहिए?
आप किस तरह के वैक्स से वैक्सिंग करती है, ये बहुत ज़रूरी है. आप चाहें तो रेगुलर वैक्स का इस्तेमाल कर सकती हैं, या फिर चॉकलेट या पर्शियन. अगर आपकी सेंसिटिव स्किन है तो पर्शियन वैक्स आपके लिए परफेक्ट है. इसमें कपड़ा या पेपर का इस्तेमाल नहीं होता. ये आपके चेहरे पर लगाया जाता है और कुछ सेकंड बाद रोल करते हुए चेहरे से हटा दिया जाता है. ये चेहरे के बालों को भी अपने साथ ले जाता है. इसमें दर्द भी नहीं होता.
सही तरह का वैक्स इस्तेमाल करना बहुत ज़रूरी है. (फ़ोटो कर्टसी: Pixabay)
किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
आप उसी पार्लर से अपना चेहरा वैक्स करवाएं जिसपर आपको यकीन हो. यानी आपको पता हो कि वहां सही प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही यहां काम करने वाले लोग ट्रेन्ड हैं. आपके चेहरे की स्किन शरीर के दूसरे हिस्सों की तुलना में ज़्यादा सेंसिटिव होती है. इसलिए सफ़ाई का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है. वैक्सिंग करवाने से पहले वैक्स कितना गर्म है ये जरूर जांच लें.
डॉक्टर पंत कहती हैं:
“अगर आप अपना चेहरा पहली बार वैक्स करवाने जा रही हैं तो पहले किसी स्किन डॉक्टर से मिल लीजिए. डॉक्टर आपकी स्किन की जांच करेगा. एक बार वो आपको हरी झंडी दे दें, तो आप अपना चेहरा वैक्स करवा सकती हैं.”
उम्मीद है कि आपको चेहरे की वैक्सिंग से जुड़े अपने सभी सवालों के जवाब मिल गए होंगे.
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