दलित महिला को 8 दिन तक थाने में रखकर पीटा, पुलिसवालों ने किया गैंगरेप!

छह पुलिसवालों के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज.

उमा मिश्रा उमा मिश्रा
जुलाई 14, 2019
पीड़ित महिला की तस्वीर, और राजस्थान पुलिस की सांकेतिक तस्वीर,

राजस्थान का एक जिला है, चुरु. यहां एक दलित महिला ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पुलिस वालों ने चोरी के आरोप में उसके देवर को गिरफ्तार किया और उसके साथ उसे भी थाने ले गए. आरोप है कि महिला को बिना वजह 8 दिन तक थाने में रखा गया. वहां पुलिसवालों ने उसकी पिटाई की और उसका गैंगरेप भी किया. महिला के देवर की पुलिस कस्टडी में ही मौत हो गई.

आखिर पूरा मामला क्या है, जानिए:

इस पूरे मामले में हमने 'इंडिया टुडे' से जुड़े विजय से बात की. उन्होंने बताया कि छह महीने पहले एक चोरी हुई थी. चोरी का आरोप उस युवक पर लगा. उसकी उम्र 22 साल है. सरदार शहर पुलिस ने 3 जुलाई को उसे उसके घर से गिरफ्तार किया.

उसके साथ पुलिस उसकी भाभी को भी ले गई. उसकी भाभी की उम्र 35 साल है. कस्टडी में लेने के बाद पुलिस युवक और उसकी भाभी को लगातार टॉर्चर करती रही. 6 जुलाई को युवक की मौत हो गई. युवक की मौत के बाद भी पुलिस ने महिला को नहीं छोड़ा. आरोप है कि पुलिसवाले उसके साथ मारपीट और उसका रेप करते रहे.

महिला का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. इसमें वह पुलिस की हरकतों के बारे में बताती दिख रही है. हम महिला की पहचान उजागर नहीं कर सकते हैं. इसलिए वीडियो प्रकाशित नहीं कर रहे हैं. वीडियो में महिला कह रही है:

'मेरे को पुलिस ने मारा 4,5,6 पुलिस वाले थे, मुझे रस्सियों से बांधकर मारा. साथ ही मेरी बेज्जती (छेड़छाड़- रेप) भी की. मुझको लटका कर मारा. शराब पीकर मारा. और मुझे भी शराब पीने के लिए कहा गया. मैंने दारू नहीं पी तो मुझे और मारा. फिर मुझे दूसरे कमरे में ले गए. फिर मुझे रात को 12:00 बजे तक मारा. फिर 4:00 बजे मारा, फिर 5:00 बजे फिर मारा.

यह नहीं पता बयान मेरे किसने लिए, मुझे होश नहीं था. मेरे पूरे शरीर में चोट है, पूरे शरीर में मुझे मारा गया. मेरी हालत खराब है. मेरा पूरा शरीर दर्द कर रहा है, मेरे पूरे नाखून नोंच लिए. इन लोगों ने मेरी आंखों में मिर्ची डाल दी.'

वहीं, महिला के ससुर ने कहा:

'पुलिस वालों ने रात के 2 बजे घर में तोड़फोड़ की. बहू के कमरे के ताले तोड़ दिए. उनके साथ में कोई भी लेडीज पुलिस नहीं थी. सिर्फ 10 पुलिस वाले थे, वह भी पुरुष. वो लोग उसे लेकर चले गए. हम अपनी बहू से मिलना चाहते थे, पर किसी ने मिलने क्या, देखने तक नहीं दिया. पुलिस वालों ने 6 महीने पुरानी बात को लेकर गिरफ्तारी की थी.

यह भी नहीं पता किसलिए पकड़ा. बकरी की चोरी के लिए पकड़ा या भेड़ की चोरी के लिए. हमारी बहू को तो उन लोगों ने बुरी तरह मारा, जबकि लड़के को उन्होंने खत्म कर दिया. हमारी बहू भी गुम थी, पुलिस वालों को फोन करो, तो कोई बात नहीं करता था. 6 जुलाई की रात 9 या 10 बजे गाड़ी में लड़के को ले आए और अंतिम संस्कार कर दिया.'

उसके बाद महिला के ससुर ने चुरु, बिकानेर आईजी जोस मोहन को 10 जुलाई को एक लेटर लिखा. उसमें उन्होंने महिला के गायब होने की बात लिखी. उसके अगले दिन यानी 11 जुलाई को पुलिस महिला को घर पर छोड़ गई. हालांकि महिला की हालत बेहद खराब थी, उसके शरीर पर चोट के निशान थे, शरीर में सूजन थी और वह ठीक से खड़ी भी नहीं हो पा रही थी. इसके बाद गांव के लोगों ने 12 जुलाई को डीसीपी को पत्र लिखकर आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. 

woam-1-750x500_071419032250.jpgलेटर, जिसमें कार्रवाई की मांग की गई.

लोगों ने बताया कि लौटने के बाद महिला की हालत ऐसी थी कि वो अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पा रही थी. गांव वालों के मुताबिक, चोरी के आरोप में दोनों को पकड़ा और बहु को 8 दिन तक हिरासत में रखा, उसका गैंगरेप किया.

महिला के पति का कहना है:

'मेरे भाई को पुलिस ने 30 जून को गिरफ्तार किया था. एक चोरी के केस में. 3 जुलाई को वो उसे साथ में लेकर आए, पर उसे उसी दिन वापस भी ले कर चले गए. साथ में मेरी पत्नी को भी ले गए. पुलिस ने टॉर्चर किया और 6-7 जुलाई को भाई की मौत हो गई.

मेरी पत्नी गवाह है, कि पुलिसवालों ने मेरे भाई को टॉर्चर किया. उसने बताया कि उन लोगों ने उसका गैंगरेप किया. पुलिस ने उसके हाथ और पैर के नाखून निकाल लिए हैं, उसकी आंखों को नुकसान पहुंचाया है. भाई की मौत के बाद भी पुलिस ने पत्नी को 11 जुलाई तक हिरासत में रखा.'

ghar-750x500_071419033223.jpgमहिला का घर, जहां से उसे पुलिस लेकर गई थी.

हालांकि पुलिस के आलाधिकारी इस मामले में अपना बचाव करते नजर आ रहे हैं. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, चुरु के एडिशनल सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस यानी ASP प्रकाश कुमार शर्मा ने कहा कि युवक को पुलिस ने 3 जुलाई को गिरफ्तार किया था और उसी दिन उसे घर भेज दिया गया था. शर्मा ने आगे कहा:

'बाद में पता चला कि उसी आदमी को लोकल पुलिस ने 6 जुलाई को एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया है. करीब रात के पौने एक बजे वो आदमी बीमार पड़ने लगा, उसे अस्पताल ले जाया गया. जहां पर उसकी सवा दो बजे मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये आया है कि उसकी मौत कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुई है. मामले की जांच हो रही है. महिला को पुलिस ने जयपुर अस्पताल में भर्ती करवाया. तभी उसके द्वारा लगाए गए रेप के आरोपों की जानकारी हुई.'

कार्रवाई क्या हुई:

चुरु के एसपी राजेंद्र कुमार शर्मा को पद से हटा दिया गया है. कार्मिक विभाग के संयुक्त शासन सचिव आशीष मोदी ने उन्हें APO यानी अवेटिंग फॉर पोस्टिंग पर रखा है. वहीं सरदारशहर डीएसपी भंवरलाल मेघवाल को सस्पेंड कर दिया गया है. इस मामले में अपडेट ये है कि 6 पुलिसवालों के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज किया गया है.

rajendra-750x500_071419032551.jpgएसपी राजेंद्र कुमार, जिन्हें एपीओ पर रखा गया है.

एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस, क्राइम बीएल सोनी ने 'द संडे एक्सप्रेस' को बताया कि महिला का स्टेमेंट रिकॉर्ड कर लिया गया है. महिला के आरोपों के आधार पर ही केस दर्ज किया जाएगा, और मामले की जांच क्राइम ब्रांच करेगी. चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए हैं.

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वीडियो भी देखें : 

 

 

 

 

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