1600 के लहंगे के चक्कर में 38 हजार चले गए, हाथ में आया रद्दी का एक टुकड़ा

चूना लगाकर कल्टी मारने वाली वेबसाइट्स से बचकर रहिए.

लालिमा लालिमा
जुलाई 17, 2019
प्रतीकात्मक तस्वीर.

ऑनलाइन शॉपिंग का भी अपना क्रेज़ है. और ये क्रेज़ बढ़ता ही जा रहा है. कई सारी वेबसाइट्स आ चुकी हैं, जो ये दावा करती हैं कि आपको सस्ते में अच्छा सामान देंगी. ढेर सारे ऑफर्स निकलते हैं. कई बारी इन ऑफर्स से फायदा होता है, तो कई बारी भारी-भरकम नुकसान भी हो जाता है. कई वेबसाइट्स तो आपकी नाक के नीचे आपको चूना लगाकर कल्टी मार जाती हैं, और आप देखते रह जाते हैं.

आए दिन आपको बेवकूफ बनाने वाली कुछ वेबसाइट्स अस्तित्व में आती हैं, और फिर काम निकालकर अस्तित्व से चली भी जाती हैं. हाल ही में ऐसी दो वेबसाइट्स का पता चला है. एक का नाम है नारी परिधान डॉट कॉम, जो अब आपको इंटरनेट पर कहीं दिखेगी नहीं, क्योंकि ये गायब हो चुकी है. और दूसरी वेबसाइट का नाम है शॉपऋषि डॉट कॉम. ये भी गायब हो चुकी है. इन दोनों ही वेबसाइट्स ने नोएडा के दो आदमियों का पैसा लूट लिया. एक के अकाउंट से अपने आप 38 हजार रुपए कट गए, तो दूसरे ने 16 हजार रुपए गवां दिए.

पहले दोनों मामले जान लेते हैं.

पहला मामला है नारी परिधान वेबसाइट का. ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर में कुलदीप श्रीवास्तव रहते हैं. उन्हें अपनी पत्नी के लिए लहंगा लेना था. इसके लिए उन्होंने कुछ वेबसाइट्स छान मारी. नारी परिधान डॉट कॉम में उन्हें सस्ते में अच्छा लहंगा दिखा. उन्होंने 1600 रुपए का लहंगा मंगवा लिया. ऑनलाइन पेमेंट भी कर दी. कुलदीप ने 9 जून को ऑर्डर किया था. 13 जून को उनके घर पर सामान की डिलीवरी हो गई. जब कुलदीप ने बक्सा खोलकर देखा, तो दिमाग सुन्न हो गया. क्योंकि उसमें लहंगा नहीं था, बल्कि एक रद्दी कपड़े का टुकड़ा था.

कुलदीप ने गूगल से वेबसाइट के कस्टमर केयर का नंबर निकाला. कॉल मिलाया. शिकायत की. कस्टमर केयर वाले ने कुलदीप से कहा कि वो तुरंत पैसा वापस कर देंगे. उन्होंने कुलदीप से उनकी बैंक अकाउंट की डिटेल्स मांगी. खाते से जुड़ा यूपीआई मोबाइल नंबर भी मांगा. कुलदीप ने सारी डिटेल्स दे दीं. बस फिर क्या था, कुलदीप के खाते में पैसे रिफंड होने की बजाए, पैसे कट गए. वो भी पूरे 38,700 रुपए.

thagii-1_071719012219.pngये सीन 'फिर हेरा-फेरी' फिल्म का है. इस फिल्म में बिपाशा बसु नकली कंपनी खोलती है. और अक्षय कुमार से पैसे ठग लेती है.

कुलदीप ने पुलिस में केस दर्ज करवाया है. हमने कुलदीप से इस बारे में बात की. वो बहुत परेशान हैं इस वक्त. उन्होंने बताया कि आए दिन पुलिस स्टेशन के चक्कर काट रहे हैं. लेकिन इसके अलावा उन्होंने हमें पुलिस की कार्रवाई की ज्यादा जानकारी देने से फिलहाल मना कर दिया है. कहा है कि वो इस बारे में पूरी जानकारी, यानी केस कहां पहुंचा है, ये सबकुछ हमें कुछ दिन बाद बताएंगे. हम उनकी इच्छा की रिसपेक्ट करते हैं. इसलिए हमने उनसे ज्यादा पूछताछ नहीं की.

दूसरा मामला-

नोएडा सेक्टर-62 में रवि (नाम बदल दिया गया है, वो अपना असली नाम नहीं बताना चाहते थे.) रहते हैं. वो स्टूडेंट हैं. सीए की तैयारी कर रहे हैं. अपनी मां को मोबाइल फोन गिफ्ट करना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने ऑनलाइन सर्च करना शुरू कर दिया. शॉपऋषि डॉट कॉम वेबसाइट पर उनकी नज़र पड़ी. उसमें रवि को सस्ते दामों में अच्छे स्मार्ट फोन्स मिल रहे थे. उन्होंने पहले अपनी तरफ से वेबसाइट के बारे में इंटरनेट के जरिए ही सारी जानकारी जुटाई. जो भी जांच-पड़ताल उनसे करते बन रही थी, उन्होंने की. जब रवि को ये विश्वास हो गया कि वेबसाइट फ्रॉड नहीं है, तब उन्होंने एक फोन ऑर्डर किया. फोन 16,499 रुपए का था. वेबसाइट पर पेमेंट के गेटवे के तौर पर फोनपे ऐप का ऑप्शन था. रवि ने उसके जरिए पेमेंट कर दी.

6 मई 2019 के दिन रवि ने फोन ऑर्डर किया. शॉपऋषि की वेबसाइट पर बकायदा कस्टमर केयर का नंबर भी था. रवि ने वहां बात भी की थी. उन्हें बताया गया था कि उसे 12 मई तक फोन मिल जाएगा. लेकिन जब 12 मई को फोन डिलीवर नहीं हुआ, तब रवि ने 13 मई को शॉपऋषि की वेबसाइट खोलने की कोशिश की. लेकिन तब तक वेबसाइट गायब हो चुकी थी. रवि ने कस्टमर केयर का नंबर लगाया, तब लगा नहीं. बड़ी मुश्किल से, कई बार कोशिश करने पर उनकी बात कस्टमर केयर में हुई. तब उनसे कहा गया कि उन्हें पैसे रिफंड कर दिए जाएंगे. रवि इंतजार करते रहे, लेकिन उनके पैसे रिफंड नहीं हुए. बाद में कस्टमर केयर का नंबर भी मिलना बंद हो गया.

fir-1_071719011534.pngरवि की शिकायत की एफआईआर कॉपी. फोटो- स्पेशल अरैंजमेंट

हमने इस मामले में रवि से बात की. हमें ये पता चला कि शॉपऋषि के मालिक का नाम दीपक कुमार है. रवि ने फोनपे के जरिए पेमेंट किया था, इसलिए उन्होंने फोनपे के कस्टमर केयर पर भी कॉल किया. लेकिन वहां से भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली. उन्होंने अपनी तरफ से दो महीने तक इस केस को फॉलो किया. जब कहीं से कुछ नहीं हो सका, तब उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई.

रवि, नोएडा सेक्टर-24 पुलिस स्टेशन में 13 जुलाई के दिन गए, एफआईआर दर्ज करवाने के लिए. लेकिन पुलिस ने 15 जुलाई के दिन केस दर्ज किया. और इसे अब नोएडा सेक्टर-58 पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर कर दिया गया है.

नारी परिधान और शॉपऋषि, ये दोनों ही वेबसाइट्स अब बंद हो चुकी हैं. इसके अलावा दोनों से जुड़े सारे नंबर्स भी बंद हो चुके हैं. ऐसा ही एक और मामला अभी कुछ दिन पहले ही सामने आया था. ये मामला वुडबेरीज़ वेबसाइट का था. जिसमें एक आदमी के अकाउंट से 1 लाख रुपए निकाल लिए गए थे.

आप फ्रॉड वेबसाइट से बच सकते हैं. ऐसे-

# अंधाधुंध डिस्काउंट मिल रहा हो तो शक करिए.

# ख़राब डिज़ाइन और भाषा हो वेबसाइट की तो शक करिए.

# गड़बड़ डोमेन नेम पर तो ज़रूर शक होना चाहिए.

# अगर HTTPS लिखा है हरे रंग में, तो ही ठीक है, ठीक है? ओके.

# लंबे समय से साइट न चल रही हो तो शक करें.

# अगर पेमेंट ऑप्शन गड़बड़ हो, तो कभी पेमेंट न करें.

# अगर कॉन्टेक्ट इन्फॉर्मेशन न दी हो, तो भी पैसा ना लगाएं. कहां जाएंगे पैसे वापस लेने?

# रिफंड पॉलिसी की सीधा ज़िक्र न हो, तो भी पैसा न दें.

(नारी परिधान और शॉपऋषि वेबसाइट के मामले में अभी पड़ताल चल रही है, जो भी अपडेट आएगा. इस स्टोरी में जोड़ दिया जाएगा.)

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