महबूबा मुफ़्ती की बेटी इल्तिजा ने अमित शाह को चिट्ठी लिखी, कहा धमकियां मिल रही हैं
लेटर में लिखा है कि उन्हें एक अपराधी की तरह ट्रीट किया जा रहा है
5 अगस्त, 2019. इस दिन गृहमंत्री अमित शाह एक बिल लेकर संसद पहुंचे. उस बिल का नाम था- 'जम्मू-कश्मीर री-आर्गनाइजेशन'. इन सब के बीच मीडिया में एक और बात चर्चा में थी. और वो थी नजरबंदी के बारे में.
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और नेशनल कान्फ्रेंस अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और फारुक अब्दुल्ला को नजरबंद यानी हाउस अरेस्ट कर दिया गया था. इन्होंने आरोप लगाया था कि ये केंद्र सरकार ने किया है. पर सरकार ने इस तरह से आरोपों को खारिज कर दिया था. खैर.
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा जावेद ने अब गृहमंत्री अमित शाह को एक लेटर लिखा है. उनका कहना है उन्हें भी हाउस अरेस्ट किया गया है. इसके कारण उन्हें न तो बाहर जाने दिया जा रहा है, और न ही किसी से मिलने दिया जा रहा है.
इल्तिजा की ओर से अमित शाह को लिखा गए लेटर की तस्वीर. फोटो आभार: द वायर.
इल्तिजा कहती हैं कि वो अपनी नज़रबंदी के सिलसिले में जानकारी की तमाम असफल कोशिशें कर चुकी हैं. और अब उनके पास लिखने के अलावा कोई चारा नहीं था. उन्हें उम्मीद है औरवो प्रार्थना करती हैं कि उन्हें अपने मौलिक अधिकारों में बारे में सवाल करने पर दंडित या गिरफ्तार नहीं किया जाएगा.
इल्तिजा का कहना है कि उनकी मां को 5 अगस्त के दिन हाउस अरेस्ट कर लिया गया था. 10 दिन से ज्यादा कर्फ्यू लगे हो गया है, किसी से कॉन्टैक्ट नहीं हो पा रहा है, जिससे कश्मीरी परेशान हैं. उनका कहना है कि पूरा देश तो स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, पर कश्मीरियों को जानवरों की तरह कैद करके रखा गया है. और उन्हें उनके अधिकारों से भी दूर रखा गया है.
इल्तिजा कहती हैं कि वो एक आम नागरिक हैं, किसी पॉलिटिकल पार्टी से जुड़ी हुई नहीं हैं. फिर भी उन्हें नजरबंद करके रखा गया है. साथ ही धमकी भी दी जा रही है, क्योंकि उन्होंने कई मीडिया पोर्टल और न्यूजपेपर को इंटरव्यू दिया था.
गृहमंत्री अमित शाह.
इसमें उन्होंने 370 के बाद कश्मीरियों की हालत के बारे में बताया था. इसीलिए उन्हें कहा जा रहा है कि अगर उन्होंने दोबारा मीडिया से बात की तो उसका नतीजा उन्हें भुगतना पड़ेगा. इल्तिजा ने लेटर में लिखा है कि उन्हें एक अपराधी की तरह ट्रीट किया जा रहा है. वो अपने साथ-साथ उन कश्मीरियों के लिए भी डर रही हैं, जिन्होंने अपनी बात रखी है.
इल्तिजा ने जो लेटर लिखा है, उसमें अमित शाह से जवाब मांगा है. वो कहती हैं कि अगर अमित शाह उन्हें ये बताने का कष्ट करें कि उन्हें किस कानून के तहत हिरासत में रखा गया है, और इस हिरासत की अवधि कितनी लंबी है, तो वो इस बात के लिए आभारी रहेंगी.
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