पहली बीवी को मनाकर दूसरी शादी की, फिर दोनों पत्नियों को बेरहमी से मार डाला
शौक दो पत्नियां 'रखने' के थे, पर रोज़गार नहीं था.

दिल्ली में एक इलाका है जैतपुर. यहां से किसी ने 27 जून के दिन पुलिस को कॉल किया था. सूचना दी गई थी कि एक घर से बहुत ही गंदी बदबू आ रही है. फोन मिलने पर पुलिस वहां पहुंची. घर का दरवाजा तोड़ा, तो देखा कि घर के अंदर दो औरतों की लाशें पड़ी हुई हैं. और घर के दो लोग गायब हैं. पहला इन दोनों औरतों का पति, (कॉमन पति) और दूसरा 13 साल का एक लड़का. पुलिस ने छानबीन शुरू की. और एक हफ्ते की खोजबीन के बाद, 2 जुलाई के दिन, लापता आदमी (दोनों औरतों के पति) को पकड़ लिया. आदमी का नाम है मोहम्मद जमशेद. कड़ी पूछताछ के बाद आदमी ने ये कुबूल किया कि उसने ही दोनों मर्डर किए हैं.
यहां पढ़ें पूरा मामला-
जमशेद बिहार के अररिया जिले के एक गांव में रहता था. साल 2000 में जब वो 18 का हुआ, तब उसकी परवीन नाम की एक लड़की से हो गई. 6 साल बाद, 2006 में दोनों को एक बेटा हुआ. सब ठीक चल रहा था, कि तभी जमशेद को एक दूसरी औरत पसंद आ गई. दोनों का अफेयर शुरू हो गया. उस औरत का नाम था ज़बीना. दोनों ने शादी का फैसला किया. जमशेद ने किसी तरह परवीन को अपनी दूसरी शादी के लिए मनाया. शुरू में परवीन नाराज हुई, विरोध किया, लेकिन बाद में मान गई. जमशेद ने ज़बीना से शादी कर ली और अपने घर ले आया.
कुछ सालों में परवीन और ज़बीना ने एक-दूसरे के साथ किसी तरह एडजस्ट करना सीख लिया. फिर साल 2016 में जमशेद ने दिल्ली शिफ्ट होने का फैसला किया. उसने सोचा कि दिल्ली जाएगा, अच्छा कमाएगा, अच्छे से रहेगा. वो परवीन, ज़बीना और अपने बेटे को लेकर दिल्ली आ गया. किराए का घर लिया. लेकिन जैसा उसने सोचा था, वैसा कुछ हुआ नहीं. उसे कहीं अच्छा काम मिला नहीं, थोड़ा बहुत काम मिलता था, वो भी बहुत कोशिशों के बाद. इसलिए घर में पैसों की तंगी रहने लगी. जिसकी वजह से आए दिन झगड़े भी होने लगे.
27 जून को परवीन और जुबीना की लाशें मिलने के बाद पुलिस ने पहले तो उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा. प्रतीकात्मक तस्वीर.
कमाई कम होने की वजह से परवीन और ज़बीना जमशेद को ताने मारने लगीं. इन सबसे तंग आकर जमशेद ने तलाक लेने का फैसला किया. लेकिन दोनों बीवियों ने इसके लिए मना कर दिया. और इधर झगड़े बढ़ने लगे. फिर जमशेद ने फैसला किया, कि वो दोनों को मार देगा और अपने बेटे के साथ शांति से रहेगा.
वो मर्डर की प्लानिंग करने लगा. 26 जून की शाम तीनों ने खाना खाया. और फिर तीनों में झगड़ा हो गया. जमशेद ने गुस्से में आकर पहले परवीन की चुन्नी से उसका गला दबा दिया. उसके बाद उसने जुबीना का भी गला दबाकर उसे मार दिया. फिर अपने बेटे को लेकर वो अररिया वापस चला गया.
27 जून को परवीन और जुबीना की लाशें मिलने के बाद पुलिस ने पहले तो उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा. फिर आस पड़ोस वालों से पूछताछ की. जमशेद के गायब होने का पता चला तो उसकी खोजबीन शुरू हुई. सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. उसमें दिखा कि एक आदमी एक बच्चे के साथ बैग लेकर कहीं जा रहा है. आस पड़ोस वालों ने पुलिस को बताया कि जमशेद अररिया का रहने वाला है. पुलिस के वहां पहुंचने के पहले ही वो वहां से भी गायब हो गया. लेकिन जल्द ही पकड़ में भी आ गया. पुलिस ने 1 जुलाई के दिन दिल्ली के बाड़ा हिंदू राव से जमशेद को अरेस्ट कर लिया. कड़ी पूछताछ के बाद उसने अपना जुर्म कुबूल किया. इस वक्त वो पुलिस की गिरफ्त में है.
इसे भी पढ़ें- ट्रिपल मर्डर का वो केस, जिसमें आदमी ने अपनी बेटी के शव को उबालकर कुत्ते को खिला दिया
लगातार ऑडनारी खबरों की सप्लाई के लिए फेसबुक पर लाइक करे