क्रिकेटर के तौर पर खुद को देखने के मामले में स्मृति मंधाना के अंदर बड़ा बदलाव आया है
महिला क्रिकेटर्स और पुरुष क्रिकेटर्स से पूछे जाने वाले सवालों में बड़ा अंतर होता था.

स्मृति मंधाना, शानदार क्रिकेटर हैं. भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उप कप्तान हैं. अभी जो महिलाओं का आईपीएल हो रहा है, उसकी एक टीम ट्रेलब्लेजर्स की कप्तान हैं. दनादन रन बनाने के लिए जानी जाती हैं. हाल ही में समाचार एजेंसी आईएएनएस ने मेल के जरिए स्मृति से कुछ सवाल पूछे थे. जिसके जवाब में स्मृति ने महिला क्रिकेट को लेकर कुछ बहुत ही जरूरी बातें कही.
स्मृति का कहना है कि मैदान में उनकी पहचान उनके खेल से होती है, न कि उनके जेंडर से. साथ ही उन्होंने ये भी कहा, कि अब महिला क्रिकेटर्स से जेंडर के आधार पर पूछे जाने वाले सवालों की संख्या भी कम हो गई है. स्मृति ने कहा,
'मैं अब खुद को एक महिला क्रिकेटर के तौर पर नहीं देखती, बल्कि एक सामान्य क्रिकेटर के तौर पर ही देखती हूं. जब जरूरत नहीं है तो किसी तरह के जेंडर का लेबल लगाना ही क्यों? उस वक्त बहुत ज्यादा भार महसूस होता है, जब आपको केवल अच्छा प्रदर्शन ही नहीं करना होता, बल्कि साथ में आपको आपके जेंडर की वजह से ये भी साबित करना होता है कि आप इस खेल में क्यों हैं? मुझे उस वक्त निराशा होती है, जब पुरुष क्रिकेटर्स से उनके खेल और प्रदर्शन के बारे में सवाल किया जाता था, वहीं मेरे से जेंडर स्टीरियोटाइप से जुड़े हुए सवाल किए जाते थे. साथ ही मेरे जेंडर के कारण खेल में बने रहने की मेरी क्षमता के बारे में पूछा जाता था.'
स्मृति जब 9 साल की थीं, तब पहली बार बल्ला उठाया था.
स्मृति ने ये भी कहा कि अब वो जेंडर के आधार पर सोसायटी में होने वाले भेदभाव से ऊपर उठ रही हैं, और अपने सपनों को बिना किसी समझौते से पूरा कर रही हैं.
बता दें कि स्मृति मंधाना धाकड़ क्रिकेटर हैं. केवल 22 साल की हैं, लेकिन ऐसा खेलती हैं, जिसे देखकर बड़े-बड़े खिलाड़ियों के पसीने निकल जाएं. वो टी-20 में सबसे तेजी से 50 रन बनाने वाली, पहली भारतीय महिला क्रिकेटर हैं.
क्रिकेट के मैदान में स्मृति एक के बाद एक दमदार कमाल करते जा रही हैं. 2018 के आखिरी दिन, यानी 31 दिसंबर को एक लिस्ट निकली थी. आईसीसी की लिस्ट थी, जिसमें स्मृति मंधाना 'आईसीसी विमंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर' बनी थीं. उन्हें 'आईसीसी विमंस ओडीआई प्लेयर ऑफ द ईयर' भी चुना गया था. बहुत छोटी सी उम्र से ही स्मृति क्रिकेट खेल रही हैं. वैसे तो अभी भी वो केवल 22 की ही हैं, लेकिन उन्होंने क्रिकेट खेलने की शुरुआत, तब कर दी थी, जब वो 9 साल की थीं.
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