भाई ने प्रेगनेंट बहन को गोली मार दी क्योंकि उसने दूसरी जाति के लड़के से शादी की थी

हत्या के बाद खुद ही थाने पहुंचा नाबालिग भाई

पति के साथ मृतका की शादी की तस्वीर

मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में रावद गांव है. यहां सीमा और पंकज (नाम बदल दिए हैं) रहते थे. दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे. अलग-अलग जाति से थे. सीमा के परिवार को इस बात का पता चल गया. परिवार ने उसे रोका, धमकाया. उस पर पाबंदियां लगाईं.

परेशान होकर सीमा घर से भाग गई. 8 महीने पहले. उसने पंकज से आर्य समाज मंदिर में जाकर शादी कर ली. सीमा के परिवार वाले तब भी नहीं माने. वे सीमा को धमकाकर अपने साथ घर ले आए. पंकज ने सीमा को वापस बुलाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी. वो पुलिस के पास पहुंचा, कोर्ट गया. कोर्ट ने आदेश दिया कि परिवार वाले सीमा को  उसके पति के साथ रहने से नहीं रोक सकते हैं. इसके बाद वह पंकज के पास आ गई. परिवार से लगातार धमकियां मिल रही थीं इसलिए दोनों पीतमपुर शिफ्ट हो गए.

सीमा प्रेगनेंट थी. 22 जून को सीमा और पंकज गांव आए. सीमा के परिवारवालों को इस बारे में पता चला. उसका 17 साल का भाई बंटी (बदला हुआ नाम) 10-12 लोगों को लेकर उसके ससुराल पहुंच गया. यहां उन लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. छोटे भाई को लड़ता देखकर सीमा उसे समझाने आई.

लेकिन बंटी ने अपनी बहन पर ही पिस्टल तान दी. उसने सीमा के सिर में गोली मार दी. बुरी तरह घायल सीमा को ससुराल के लोग प्रायवेट हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. यहां से उसे इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव अस्पताल ले जाया गया. यहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

रावद गांव बेटमा पुलिस स्टेशन के क्षेत्र में आता है. गोली मारने के बाद बंटी खुद ही पुलिसथाने पहुंचा और खुद को सरेंडर कर दिया.

मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी पीआरके राय के मुताबिक, मृतक सीमा के सगे भाई ने उसे गोली मारी है. मृतका का परिवार दूसरी जाति के युवक से शादी करने की वजह से नाराज था. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. उससे पूछताछ की जा रही है और मामले की जांच चल रही है.

पिछले कुछ सालों में ऑनर किलिंग के मामले बढ़े हैं. 2016 में जिन राज्यों में ऑनर किलिंग की घटनाएं सबसे ज्यादा थीं. उनमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब और महाराष्ट्र टॉप पर हैं. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों की बात करें तोः

-2014 की तुलना में 2015 में ऐसी घटनाएं 796 परसेंट बढ़ी हैं.

- नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक, 2017 में पूरे देश में ऑनर किलिंग की 77 घटनाएं हुईं.

- पिछले तीन सालों में 300 से ज्यादा ऐसे मामले थे, जिसमें परिवार के लोगों ने ही बेटे या बेटी की हत्या की.

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