ब्रेस्ट पंप का इस्तेमाल करके दूध इकट्ठा करना क्या सही है?
वर्किंग मांओं को ब्रेस्ट पंप से जुडी ये बातें जरूर पता होनी चाहिए.

रुचि 27 साल की हैं. वर्किंग हैं. हाल ही में एक बेटी को जन्म दिया है. दिनभर ऑफिस में होने की वजह से उनकी बेटी की देखभाल सास करती हैं. बच्ची अभी बहुत छोटी है, इसलिए मां का दूध ही पीती है. दिनभर बच्ची भूखी न रहे इसलिए रुचि मिल्क पंप यूज़ करती हैं, लेकिन उनकी सास का मानना है कि पंप से दूध निकालकर पिलाने से बच्चे की सेहत खराब होती है. अब रुचि परेशान हैं कि सास की सलाह मानें या अपनी सुविधा के मुताबिक ब्रेस्ट पंप का इस्तेमाल करें.
वर्ल्ड ब्रेस्ट फीडिंग वीक चल रहा है. ये हर साल 1 अगस्त से 7 अगस्त के बीच मनाया जाता है. आज वीक के तीसरे दिन हम बात करेंगे ब्रेस्ट पंप से जुड़े मिथक के बारे में.
ये सिर्फ रुचि की उलझन नहीं है. औरतों को ब्रेस्ट पंप और मां का दूध बोतल में निकालकर बच्चे को पिलाने से जुड़ी अलग-अलग बातें सुननी पड़ती हैं.
सही और गलत क्या है, ये जानने के लिए हमने डॉक्टर आशा शर्मा से बात की. ये रॉकलैंड अस्पताल में डॉक्ट हैं.
डॉक्टर आशा ने बताया कि ब्रेस्ट पंपिंग से निकाला गया दूध बच्चे के लिए पूरी तरह से हेल्दी होता है. लेकिन इसके साथ कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए. जैसे कि,
-बाजार में दो तरह के मिल्क पंप आते हैं. मैनुअल और इलेक्ट्रिक. डॉक्टर आशा कहती हैं कि मैनुअल खरीदना ज्यादा बेहतर होता है. क्योंकि इन्हें अच्छी तरह धो भी सकते हैं. और बिना बिजली के भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
-दूध निकालने से पहले बोतल को गर्म पानी में पांच मिनट तक जरूर उबालें.
-पंप से दूध निकालते समय ब्रेस्ट बदलते रहें. एक ही ब्रेस्ट से लगातार दूध पंप नहीं करना चाहिए.
-दूध निकालने के बाद उसे ठंडी जगह पर रखना होता है. नहीं तो दूध कुछ मिनटों बाद खराब हो जाएगा. गर्मी के मौसम में ब्रेस्ट मिल्क को फ्रिज में ही रखना चाहिए.
-ब्रेस्ट मिल्क को 6 से 7 घंटे के लिए रखा जा सकता है. इसके बाद दूध खराब होना शुरू हो जाता है.
यानी, अगर आप भी वर्किंग हैं, और बच्चे को पालने की जिम्मेदारी भी आपके सिर पर है, तो आप ब्रेस्ट पंप का इस्तेमाल कर सकती हैं. इससे आपकी दिक्कत काफी हद तक कम हो जाएगी.
ये भी पढ़ें- बच्चे को दूध पिलाने से जुड़े 5 झूठ, आप तो इन्हें नहीं मानतीं?
लगातार ऑडनारी खबरों की सप्लाई के लिए फेसबुक पर लाइक करे