150 से ज्यादा महिला प्रोफेसर्स को रेप की धमकी देने वाला 16 साल का एक स्टूडेंट निकला

इसके पहले भी इस तरह की हरकत कर चुका था.

उमा मिश्रा उमा मिश्रा
जुलाई 12, 2019
राजस्थान यूनिवर्सिटी के एक कॉलजे की तस्वीर और दूसरी तस्वरी सांकेतिक है.

राजस्थान यूनिवर्सिटी. जयपुर में है. इस यूनिवर्सिटी की करीब 150 महिला प्रोफेसर परेशान थीं, क्योंकि उन्हें फोन और मैसेज पर रेप की धमकियां दी जा रही थीं. ये काम एक 16 साल का लड़का कर रहा था, जिसे पुलिस ने अब हिरासत में ले लिया है. पर ये उसने ये पहली बार नहीं किया है, बल्कि एक बार और ऐसी ही हरकत कर चुका है. 

पहले अभी का मामला जानिए-

इस मामले में हमने यूनिवर्सिटी के महारानी कॉलेज की प्रिंसिपल अल्पना कटेजा से बात की. उन्होंने बताया:

"पिछले दो-तीन महीनों से कई भद्दे और वल्गर मैसेज और कॉल आ रहे थे. मेरे कॉलेज की 50 महिला प्रोफेसर्स के साथ ऐसा हुआ है. यूनिवर्सिटी के दूसरे कॉलेज की महिला प्रोफेसर्स के साथ भी ऐसा हुआ है. टोटल कितनों के पास इस तरह की कॉल गई हैं, ये तो मैं नहीं बता सकती. पर हां 71 लोगों के साइन किए हुए लेटर मेरे पास है. बाकी के कॉलेज की मिलाकर करीब 150 महिला प्रोफेसर तो होंगी ही. क्योंकि कई अभी तक सामने नहीं आईं हैं. वो इस बात को शेयर करना नहीं चाह रही हैं. क्योंकि वो ये सोच रही हैं कि अब तो कार्रवाई हो ही गई है, तो सामने आने से क्या फायदा. जबकि सभी को भद्दे मैसेज और कॉल उस लड़के ने किए हैं."

इंडिया टुडे के रिपोर्टर शरत कुमार ने बताया कि महिला प्रोफेसर को आरोपी बार-बार कॉल करता और रेप करने की धमकी देता. साथ ही उन प्रोफेसर की कैम्पस में घूमने और टहलने की सटीक टाइमिंग भी बताता था. इन सब बातों से वो सभी काफी परेशान थीं. इसके बाद महिला प्रोफेसर्स ने मिलकर थाने में FIR दर्ज करवाई. उसके बाद पुलिस ने थोड़ी मशक्कत के बाद आरोपी को हिरासत में ले लिया है.

अब गिरफ्तारी कैसे हुई

दरअसल, आरोपी यूनिवर्सिटी के ही एक प्रोफेसर का बेटा है. पर उस तक पुलिस को पहुंचने में समय लग गया. कारण- आरोपी हिसार यूनिवर्सिटी के वाईफाई (WiFi) का इस्तेमाल करके राजस्थान यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर्स को परेशान करता था. उन्हें धमकी भी देता था. वो जो कॉल करता था, वो सीधे नहीं होती थी, बल्कि अमेरिका के जरिए रूट होती थी. इसी वजह से पुलिस को पकड़ने में परेशानी हो रही थी. 

capture_071219050812.jpgसांकेतिक तस्वीर.

एक दिन आरोपी ने एक महिला प्रोफेसर को ऑनलाइन बुक करके पार्सल भेजा था. 6 जुलाई को वो पार्सल मिला. पर कैश ऑन डिलीवरी होने के कारण उन प्रोफेसर ने पार्सल लेने से मना कर दिया. इसके बाद पुलिस को सूचना भी दी. पुलिस ने उस ऑनलाइन कंपनी से बात की. तो मालूम हुआ कि पार्सल हैदराबाद से बुक किया गया था.

पुलिस फिर हैदराबाद पहुंची. वहां की कंपनी से पूछताछ की. तब मालूम हुआ कि ये पार्सल तो हिसार की यूनिवर्सिटी के वाईफाई से बुक हुआ है. उसके बाद पुलिस ने उसे यूनिवर्सिटी से हिरासत में ले लिया गया. 

जयपुर ईस्ट के डीसीपी राहुल जैन ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि 

नवयुवक है, हिसार से डिटेन किया है. नाबालिग है इसलिए पहचान नहीं बताई जा सकती है. हां ये बताया जा सकता है कि ये एक छात्र हैं. उसके पापा हिसार की एक यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं. युवक का हिसार की यूनिवर्सिटी के इंटरनेट पर कंट्रोल था. वहां का वाईफाई और कई लोगों की आईडी का इस्तेमाल करता था. वहां से हैदराबाद की एक कंपनी से पार्सल बुक कराए. किसी महिला प्रोफेसर को भेजे. मामला दर्ज हुआ. हमने तफ्तीश की. फिर पूरी छानबीन की. फोन कौन-सा इस्तेमाल हुआ है, किस आईपी एड्रेस से बुक किया गया है, वाईफाई आईडी क्या है, इंटरनेट कहां का है. सब का पता लगाया. इस तरह से हिसार गए. टेक्निकल सपोर्ट मिला और युवक को गिरफ्तार किया.

युवक से बातचीत से मालूम हुआ कि ये किसी कठिन परिस्थिति से गुजर रहा है. इसके घर में कुछ वायलेंस ट्रेस रहा हो, या फिर घर में अनबन रहती हो. उस कारण से इसका ये चरित्र सामने आया है.

इसने इसके पहले 2015 में भी किया था. इसने एक बच्ची के साथ किया था. पार्सल भेजा था. फोन गिफ्ट किया था. पर रिसीव नहीं किया गया था. पापा के प्रोफेसरथे, तो उन्होंने मामला तब रफा दफा कर दिया था. युवक ने माफी भी मांग ली थी. इस कारण मामला ज्यादा उजागर नहीं हुआ था.

ये कहा जा सकता है कि बच्चा आईटी में एक्सपर्ट है. आईपी एड्रेस छिपा सकता है. थाना महेश नगर और थाना गांधी नगर में पीड़ित प्रोफेस ने मामला दर्ज करवाया था. राजस्थान के ही प्रोफेसर को ही इसलिए इस्तेमाल किया गया क्योंकि सभी के फोन नंबर यूनिवर्सिटी के साइट पर उपलब्ध थे. फोटो भी थी. तो शायद उसके मन में कुछ खुराफात करने का विचार आया हो. हालांकि वो कभी जयपुर नहीं आया है.

untitled-design-2_071219075215.jpgकॉलेज और डीसीपी राहुल जैन.

बच्चा छोटा है, और जानकार भी. पर उसने अपनी जानकारी का गलत इस्तेमाल किया. एक बार नहीं, दूसरी बार किया. उसके पापा को पहले वाकये के बारे में पता था, पर उन्होंने शायद नहीं रोका. क्योंकि अगर रोका-टोका होता, डांटा होता. नज़र रखी होता, तो आज ये हरकत वो शायद ही करता. परिवार को एक उम्र तक तो अपने बच्चों पर नज़र जरूर रखनी चाहिए, जिससे वो गलत राह पर न चले जाएं. 

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