घर से भाग मुसलमान लड़के से शादी करने वाली ये हिंदू लड़की आपसे कुछ कहना चाहती है
'मेरे भाई ने मेरी जान लेने के लिए मुझे गली-गली दौड़ाया, मैं प्रेमी का हाथ पकड़े भागती रही.'

ये ब्लॉग भेजने वाली महिला 35 साल की हैं. एक स्वस्थ रिश्ते में हैं. इनके दो बच्चे भी हैं. पर पलटकर वो दौर याद करती हैं तो डर जाती हैं. इनकी निजता का सम्मान करते हुए हम इनका नाम नहीं बता रहे है.
मैं अपनी दोस्त की शादी में उससे मिली थी. उसे पसंद करती थी. वो भी मुझे पसंद करता था. वो मुस्लिम था और मैं बंगाली. हमारी अक्सर लैंडलाइन फोन से बात होती थी. पता नहीं कैसे मेरे भाई को पता चल गया. ये भी कि वो लड़का मुस्लिम है. भाई अक्सर मम्मी से कहता था कि मुझे बाहर नहीं भेजना चाहिए था. मम्मी उसकी बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देती थीं.
एक दिन भाई ने मेरी बातें सुन ली और मुझे पीटने लगा. बहुत पीटा. जब पापा ने कभी मुझपर हाथ नहीं उठाया. तो उसे ये हक किसने दिया? क्या वो मम्मी-पापा से बढ़कर है. क्या मेरी गलती इतनी बड़ी थी कि उसपर बात नहीं की जा सकती थी?
रेहान (नाम बदल दिया है) दिल्ली में जॉब कर रहा था. मैं दिल्ली आ गई. बिना किसी को बताए. मन में बहुत गुस्सा था. मर जाना चाहती थी. क्योंकि मुझे समझने वाला कोई नहीं था. उस घर में कोई मेरी बात नहीं सुनना चाहता था. पापा भी गुस्सा थे. सच कहूं तो ये सोचकर घर नहीं छोड़ा था कि शादी करूंगी.
मेरे पीछे भाई भी दिल्ली आ गया. पागलों की तरह हमें खोजने में लगा रहा. मेरे दोस्तों से उसे पता लग गया था कि मैं कहां हूं. मैं कई दिनों तक छिपी रही. मम्मी-पापा से बात करना चाहती थी, लेकिन नहीं हो पा रही थी.
करीना कपूर ने सैफ अली खान से शादी करने के बाद कट्टर हिंदू संगठनों से काफ़ी विरोध झेला था.
एक दिन उसने मुझे और रेहान को देख लिया. वो बाइक पर था. हमने भागना शुरू किया. दौड़ते रहे गलियों में. उसके साथ और भी लड़के थे. वो हमारा पीछा कर रहा था. हम बहुत देर तक एक गली में छुपे रहे. इसके बाद हम उसके रिश्तेदार के घर छत्तीसगढ़ चले गए. कुछ दिन वहां रहे. भाई भी वापस लौट गया था. उसने मम्मी-पापा को मुझसे बात करने के लिए मना कर दिया था.
कुछ दिन मेरा और रेहान का निकाह हो गया. हम दिल्ली लौट आए. मैं मम्मी-पापा से मिलना चाहती थी. उन्हें देखना चाहती थी. गले लगाना चाहती थी. माफी मांगना चाहती थी. भाई के डर से वो भी फोन नहीं करते थे.
एक दिन बड़ी बहन का फोन आया कि पापा दुनिया छोड़कर चले गए. मेरी दुनिया खत्म हो गई. मैं पापा से बहुत प्यार करती थी. सबसे ज्यादा. मैं अब उनसे कभी नहीं मिल सकती थी. न माफी मांग सकती थी. मैं घर जाना चाहती थी, लेकिन नहीं जा सकी. पापा से आखिरी बार भी नहीं मिल सकी.
मैं आज भी अपने घर नहीं जाती हूं. मां को पड़ोस की भाभी के घर बुला लेती हूं. वहीं उनसे मिलती हूं. वो मेरे दोनों बेटों से बहुत प्यार करती हैं.
जब हम पलटकर जिंदगी को देखते हैं, तो अपने कई फैसले गलत महसूस होते है. लेकिन मैंने जो किया, उससे बहुत खुश हूं. रेहान जैसा लड़का मम्मी-पापा भी मेरे लिए नहीं ढूंढ पाते. हां बस गिल्ट है कि पापा को दुखी किया.
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