'ये रिश्ते...' में केतकी के साथ जो हुआ, वो हर लड़की के लिए सीख है
संस्कारों के नाम पर कुछ भी सहना सही नहीं है.

टीवी सीरियल ‘ये रिश्ते हैं प्यार के’ के पिछले एपिसोड में केतकी के साथ जो हुआ, उसे बहुत सी लड़कियां अच्छी तरह महसूस कर सकती हैं. घरवाले केतकी की शादी तय कर देते हैं. वो लड़के से सिर्फ एक बार मिलने के बाद शादी के लिए हां कर देती है. शादी का दिन आ जाता है.
केतकी की शादी टूट जाती है क्योंकि पता चलता है कि उसका होने वाला पति पहले से ही शादीशुदा है.
बस इसके बाद वो सारा दोष खुद के सिर मढ़ लेती है. वो सोचती है कि उसकी किस्मत खराब थी. उसमें ही कोई कमी होगी. वो परिवार की बदनामी की वजह बन रही है. शादी के इंतजाम में कितना पैसा बर्बाद हो गया और लोग क्या कहेंगे, वगैरह-वगैरह.
केतकी के लिए संस्कार सबसे जरूरी चीज है. अच्छी बात है. लेकिन क्या संस्कार के नाम पर कुछ भी सह लेना सही है?
बिना लड़के को जाने, उसके शौक, उसके थॉट्स, जिंदगी जीने का तरीका जाने शादी के लिए हां कर देना, बहुत अजीब है. यहां मां और नानी का उदाहरण काम नहीं आएगा. तब दौर अलग था. लोगों की सोच अलग थी.
दूसरी बात ये कि शादी होने से पहले टूट गई. बाद में टूटती तो शायद तकलीफ ज्यादा होती. कई लड़कियां सारी जिंदगी समाज में बदनामी के डर से समझौतों में गुजार देती हैं.
केतकी को ये सोचना चाहिए कि वो एक घटिया इंसान के साथ जुड़ने से बच गई. वो जो झूठा था, लालची था, पैसों के लिए शादी कर रहा था.
पैसा और बदनामी का डर इंसान की खुशियों से बड़ा नहीं हो सकता, न ही होना चाहिए. खुश हो कि जिंदगी ने तुमको एक मौका दिया है. खुद को समझो, अपने आसपास के लोगों को समझो. और लाइफ इंजॉय करो.
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