'जोधा-अकबर' में ऐश्वर्या को तलवार भांजते देखा, अब मिलिए असली महिला तलवारबाजों से

एशियन गेम्स में मिलेंगी ये लड़कियां.

आपात प्रज्ञा आपात प्रज्ञा
अगस्त 21, 2018
तलवारबाज़ी के खेल को पॉपुलर्ली फेंसिंग कहा जाता है. फोटो क्रेडिट- Reuters

18 अगस्त 2018 से एशियन गेम्स शुरू हो चुके हैं, 18.8.18 से. इन दो 18 के अलावा इसमें एक 18 और भी जुड़ा है. ज़कार्ता, इंडोनेशिया में आज से शुरु होने वाले एशियन गेम्स का ये 18वां संस्करण है. एशियन गेम्स में इस साल 45 देश भाग ले रहे हैं और 40 से ज़्यादा खेल प्रतियोगियाएं होने वाली हैं. भारत इनमें से 36 प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाला है. एशियन गेम्स 2018 के अधिकतर खेलों में भारतीय महिला खिलाड़ी भाग लेंगी. कुल 261 महिला खिलाड़ी एशियन गेम्स 2018 में अलग-अलग खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली हैं. कुछ खेल तो ऐसे भी हैं जिनका हमने और आपने नाम तक नहीं सुना है. पहली बार इन खेलों का नाम मैंने भी जाना. ज़ाहिर है, इच्छा जागी कि ये होते क्या हैं और खेले कैसे जाते हैं? आप भी जानिए कि वो कौन सी खेल प्रतियोगिताएं हैं जिनमें भारतीय महिला खिलाड़ी भाग ले रही हैं और हम उनके बारे में जानते तक नहीं.

261 महिला खिलाड़ी एशियन गेम्स 2018 में अलग-अलग खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली हैं. 261 महिला खिलाड़ी एशियन गेम्स 2018 में अलग-अलग खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली हैं.

इस सीरीज़ में जानते हैं ‘फेंसिंग’ के बारे में-

मुझे बचपन से ही राजा-रानी की कहानियां बहुत पसंद हैं. राजा-रानी पर बनी फिल्में भी बहुत देखी हैं लेकिन पहले इस तरह की फिल्में बहुत बनती थीं. अब फिल्मों के विषय भी बदल गए और किरदार भी. साल 2008 में जब फिल्म जोधा-अकबर आयी तो मुझे बड़ा अच्छा लगा. फिर से एक बार राजा-रानी की कहानी देखने को जो मिली. इस फिल्म का सबसे खूबसूरत सीन मुझे वो लगता है जब जोधा और अकबर तलवारबाज़ी करते हैं. दोनों उतने ही फुर्तीले, एक-दूसरे को बराबर की टक्कर देते हैं.

जोधा-अकबर फिल्म का दृश्य. फोटो क्रेडिट- यूट्यूब जोधा-अकबर फिल्म का दृश्य. फोटो क्रेडिट- यूट्यूब

अब आप सोच रहे होंगे कि ये खेलों के बीच में फिल्मों की बात कहां से आ गयी? वो क्या है न कि आज मैं तलवारबाज़ी के खेल की बात करने जा रही हूं. तलवारबाज़ी के खेल को पॉपुलर्ली फेंसिंग कहा जाता है.

क्या है फेंसिंग?

1. फेंसिंग तलवारबाज़ी का खेल है. प्रतिद्वंदी पर वार किया जाता है लेकिन उसे मारने के लिए नहीं बल्कि पॉइंट्स जीतने के लिए.

2. इसे तीन तरह से खेला जाता है. तीन अलग-अलग तलवारों से- ऐपे, फॉइल और सेबर.

फेंसिंग तीन अलग-अलग तलवारों- ऐपे, फॉइल और सेबर से खेला जाता है. फोटो क्रेडिट- यूट्यूब फेंसिंग तीन अलग-अलग तलवारों- ऐपे, फॉइल और सेबर से खेला जाता है. फोटो क्रेडिट- यूट्यूब

3. फेंसिंग दो खिलाड़ियों के बीच भी होता है और टीमों के बीच भी.

4. फेंसिंग एक लंबे प्लेटफॉर्म पर खेला जाता है. इसे ‘पीस्ट’ कहते हैं. पीस्ट की लंबाई 14 मीटर और चौड़ाई दो मीटर होती है. पीस्ट में गार्ड लाइंस, वार्निंग लाइंस और लिमिट लाइंस होती हैं.

फेंसिंग एक लंबे प्लेटफॉर्म पर खेला जाता है. फोटो क्रेडिट- यूट्यूब फेंसिंग एक लंबे प्लेटफॉर्म पर खेला जाता है. फोटो क्रेडिट- यूट्यूब

5. दोनों खिलाड़ी अपनी-अपनी गार्ड लाइंस पर खड़े होते हैं, यहां से फेंसिंग का खेल शुरू होता है. रैफरी मैच को शुरू करता है.

6. फेंसिंग का उद्देश्य है कि आप प्रतिद्वंदी खिलाड़ी के टारगेट एरिया पर वार करें. हर तलवार के लिए टारगेट एरिया अलग होता है. साथ ही ये भी ध्यान रखना होता है कि आप पर वार न हो.

फेंसिंग का उद्देश्य है कि आप प्रतिद्वंदी खिलाड़ी के टारगेट एरिया पर वार करें. फोटो क्रेडिट- Reuters फेंसिंग का उद्देश्य है कि आप प्रतिद्वंदी खिलाड़ी के टारगेट एरिया पर वार करें. फोटो क्रेडिट- Reuters

7. फेंसिंग के पॉइंट्स एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से रिकॉर्ड होते हैं. खिलाड़ी तलवार से हमला करते हैं, अगर वो सही तरह से होता है तो लाइट्स जलती हैं और खिलाड़ी को पॉइंट्स मिलते हैं. अगर एक खिलाड़ी को पॉइंट मिलता है तो क्लॉक फिर से शुरू होती है.

फेंसिंग के पॉइंट्स एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से रिकॉर्ड होते हैं. फोटो क्रेडिट- Reuters फेंसिंग के पॉइंट्स एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से रिकॉर्ड होते हैं. फोटो क्रेडिट- Reuters

8. इंडीविज़ुअल मैच के दौरान तीन मिनट के तीन पीरियड्स होते हैं. जो भी खिलाड़ी पहले 15 पॉइंट्स जीत लेता है या जिस खिलाड़ी के तीनों पीरियड्स में ज़्यादा पॉइंट्स होते हैं वो जीत जाता है.

9. टीम कॉम्पीटिशन में तीन मिनट के नौ पीरियड्स होते हैं. जो भी टीम समय खत्म होने पर ज़्यादा स्कोर करती है वो जीतती है.

फेंसिंग के लिए ‘राइट ऑफ वे’ नियम को समझना बहुत ज़रूरी है-

राइट ऑफ वे

अगर दोनों फेंसेस एक ही समय पर हमला करती हैं तो जो खिलाड़ी पहले अटैकिंग पोज़िशन में होता है या जिसने हमले को पहले शुरू किया होता है या जो अधिक अग्रेसिव होकर लड़ता है उसे पॉइंट्स मिलते हैं.

इंडीविज़ुअल मैच के दौरान तीन मिनट के तीन पीरियड्स होते हैं. फोटो क्रेडिट- Reuters इंडीविज़ुअल मैच के दौरान तीन मिनट के तीन पीरियड्स होते हैं. फोटो क्रेडिट- Reuters
 

‘राइट ऑफ वे’ के पॉइंट्स के लिए खिलाड़ी इन मूव्स का सहारा लेते हैं-

1. अटैक फर्स्ट- खिलाड़ी के पहले अटैक करने को ‘अटैक फर्स्ट’ कहते हैं.

2. फॉल शार्ट- फॉल शार्ट में खिलाड़ी दूसरे खिलाड़ी को मिस करने देते हैं और फिर खुद अटैक करते हैं.

3. पैरी एंड रिपोस्ट- पैरा एंड रिपोस्ट में खिलाड़ी दूसरे खिलाड़ी के वार को डिफ्लेक्ट कर देते हैं(खुद पर वार नहीं होने देते) फिर रिपोस्ट करते हैं यानि हमला करते हैं.

4. बीट- बीट में खिलाड़ी बिना वार्निंग के दूसरे खिलाड़ी की तलवार को हटा देते हैं. और खुद के लिए स्कोर करते हैं.

फेंसिंग. फोटो क्रेडिट- Reuters फेंसिंग. फोटो क्रेडिट- Reuters

अटैकिंग पोज़िशन

अटैकिंग पोज़िशन वो होती है जब आपका हाथ आगे की ओर बढ़ा हुआ हो और आपकी फेंस(तलवार) की टिप प्रतिद्वंदी खिलाड़ी की तरफ हो.

फेंसिंग. फोटो क्रेडिट- Reuters फेंसिंग. फोटो क्रेडिट- Reuters

फॉइल

फेंसिंग के खेल में फॉइल सबसे हल्की तलवार होती है. फॉइल फेंसिंग में खिलाड़ी दूसरे खिलाड़ी के कमर से ऊपर वाले हिस्से पर वार कर सकते हैं. इसमें खिलाड़ी के चेहरे पर वार नहीं किया जा सकता. साथ ही केवल फॉइल की टिप से दूसरे खिलाड़ी पर वार किया जा सकता है. फॉइल की साइड्स से वार करने पर पॉइंट्स नहीं मिलते हैं.

फेंसिंग. फोटो क्रेडिट- Reuters फेंसिंग. फोटो क्रेडिट- Reuters

सेबर

सेबर फॉइल से थोड़ी छोटी होती है. इसको पकड़ने का हैंडल भी थोड़ा अलग होता है. सेबर फेंसिंग में खिलाड़ी दूसरे खिलाड़ी के कमर से ऊपर वाले पूरे हिस्से में वार कर सकते हैं. साथ ही इसमें दूसरे खिलाड़ी पर सेबर की साइड्स से भी वार किया जा सकता है.

फेंसिंग. फोटो क्रेडिट- Reuters फेंसिंग. फोटो क्रेडिट- Reuters

ऐपे

ऐपे तीनों तलवारों में सबसे भारी और बड़ी तलवार होती है. ऐपे फेंसिंग में खिलाड़ी दूसरे खिलाड़ी के पूरे शरीर में कहीं भी वार कर सकते हैं. फॉइल की ही तरह इसमें खिलाड़ी को ऐपे की टिप से वार करने पर ही पॉइंट्स मिलते हैं. ऐपे फेंसिंग में राइट ऑफ द रूल लागू नहीं होता. अगर दोनों खिलाड़ी एक साथ वार करते हैं, मतलब कि दोनों खिलाड़ियों की तलवारें एक ही समय पर दूसरे पर वार करती हैं तो दोनों को पॉइंट्स मिलते हैं. 

फेंसिंग. फोटो क्रेडिट- Reuters फेंसिंग. फोटो क्रेडिट- Reuters

पेनॅल्टी

1. खेल के दौरान खिलाड़ी पीस्ट से उतर नहीं सकते.

2. दूसरे खिलाड़ी की तरफ पीठ नहीं कर सकते.

3. जिस हाथ में तलवार है उसके अलावा दूसरे हाथ का इस्तेमाल नहीं कर सकते.

फेंसिंग. फोटो क्रेडिट- Reuters फेंसिंग. फोटो क्रेडिट- Reuters

येलो कार्ड- वार्निंग के लिए

रेड कार्ड- रेड कार्ड दिखाए जाने का मतलब प्रतिद्वंदी खिलाड़ी को पॉइंट्स मिलना है.

ब्लेक कार्ड- खिलाड़ी को डिस्क्वालीफाय कर दिया जाता है.

फेंसिंग. फोटो क्रेडिट- Reuters फेंसिंग. फोटो क्रेडिट- Reuters

नॉन कंबेटिविटी- बहुत कम खेलों में ऐसा होता है कि दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे पर अटैक न करें. इस स्थिति में रैफरी नॉन-कंबेटिविटी डिक्लेयर करते हैं. यहां पर चल रहा पीरियड खत्म हो जाता है और दूसरा पीरियड शुरू होता है. 

भारत से कौन?

1. थॉदम कविता देवी

थॉदम कविता देवी थॉदम कविता देवी

2. ऐना अरोरा

ऐना अरोरा ऐना अरोरा

3. जससीरत सिंह

जससीरत सिंह जससीरत सिंह

4. ज्योतिका दुत्ता

ज्योतिका दुत्ता ज्योतिका दुत्ता

ये चारों खिलाड़ी ऐपे फेंसिंग में हिस्सा लेंगी.

 

लगातार ऑडनारी खबरों की सप्लाई के लिए फेसबुक पर लाइक करे      

Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today. India Today Group