विवेक ओबेरॉय ने अपने घटिया जोक में ऐश्वर्या को घसीट अपनी सोच का परिचय दिया है
गेट अ लाइफ़, विवेक.
अध्ययन सुमन (राज़ 3 वाले) कहते हुए पाए गए थे कि कंगना रनौत ने काला जादू कर उनका करियर ख़त्म कर दिया. बड़ी विडंबना है कि अध्ययन सुमन को अध्ययन सुमन होते हुए किसी दूसरे की जरूरत पड़ गई अपना करियर ख़त्म करने के लिए. मुझे लगा उनकी नॉन-एक्टिंग ही काफ़ी थी उनका सर्वनाश करने के लिए.
डूबता एक्टर अपना करियर बचाने के लिए क्या क्या कर सकता है. ये जानने के लिए विवेक ओबेरॉय को ही देख लीजिये. 'पीएम नरेंद्र मोदी' फिल्म का ट्रेलर देखा होगा आपने. क्या लगा आपको. मतलब आप कितने भी बड़े मोदी फैन हों. ये फिल्म देखने के पहले आप भी 4 बार सोचेंगे.
विवेक ओबेरॉय ने इधर बीच काफी फुटेज खाई है. सलमान खान के खिलाफ अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस (जिसने कथित तौर पर उनका करियर खा लिया) के बाद शायद पहली बार विवेक ओबेरॉय इतने दिनों तक ख़बरों में छाए रहे हैं. पर शायद इनको मिलने वाला अटेंशन इनके हिसाब से अब भी कम है. क्योंकि बेवजह ऐश्वर्या राय को अपने दो कौड़ी के चुटकुलों में घसीटने की और कोई वजह नहीं दिखती.
विवेक ओबेरॉय ने ट्वीट किया:
स्क्रीनशॉट लगाया है. क्योंकि क्या पता ये अपना ट्वीट डिलीट कर दें.
विवेक ओबेरॉय को शायद लग रहा है कि उनका ट्वीट कूल हैं. जिस स्त्री-विरोधी मानसिकता से ये 'मीम' गंधा रहा है. ये 'कूल' से बहुत, बहुत दूर है.
मीम में तीन तस्वीरें हैं. तीनों में एक चेहरा रिपीट हुआ है. वो है ऐश्वर्या का. तो विवेक ओबेरॉय एक ऐसे मीम को ट्वीट कर रहे हैं. जिसका अर्थ है कि चुनावी नतीजों का क्या है. आप जो भी सोचें, उसका उलट ही निकलेगा. मतलब ऐश्वर्या राय का क्या है. आपको लगा वो सलमान की होंगी. नहीं हुईं. फिर लगा विवेक ओबेरॉय की होंगी. नहीं हुईं. अंत में अभिषेक की हो गईं. एक बच्ची की मां बनीं.
मतलब ऐश्वर्या ने प्रेम तो भतेरों से किया. पर घर बसाने के लिए अभिषेक को चुन लिया. इसलिए आप भी चुनाव के ओपिनियन और एग्जिट पोल पर यकीन न करें. वो ऐश्वर्या की तरह चंचल है. एक आंकड़े से दूसरे पर जाता रहेगा. है न?
शास्त्रों में इसे 'स्लट-शेमिंग' कहा गया है. यानी औरत के चरित्र पर सवाल उठाना. क्योंकि वो औरत है.
कहा जाता है कि ऐश्वर्या राय, विवेक ओबेरॉय की सोनम गुप्ता थीं. 'बेवफ़ा' निकलीं. रातोंरात छोड़ दिया.
और चूंकि वो ऐश्वर्या ही थीं, जिन्होंने सलमान से रिश्ता तोड़ा था, सलमान ने नहीं. तो ज़ाहिर है ऐश्वर्या के चरित्र को लेकर चुटकुले बन सकते हैं.
पूरा मीम, जिसका क्रेडिट @pavansingh1985 को दिया गया है.
होना तो ये चाहिए था कि ऐश्वर्या सलमान का फिजिकल अब्यूज और गुस्सैल बर्ताव सहकर भी उनके साथ बनी रहतीं. चलो उनको छोड़ भी दिया तो कम से कम विवेक ओबेरॉय के साथ बनी रहतीं. क्योंकि ऐश्वर्या को तो हक़ ही नहीं है अपने लिए अपनी पसंद का साथी चुनने. या पिछले रिश्ते को ख़त्म करने का.
एक कहावत है: खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे
ऐश्वर्या राय को लगभग 40 अवॉर्ड्स और टाइटल मिल चुके हैं. मिस वर्ल्ड और भारतीय सरकार द्वारा दिया जाने वाला पद्मश्री मिलाकर. विवेक जी के करियर में मुझे 'साथिया', 'कंपनी', 'ओमकारा' और इनके लिए मिले एकाध डेब्यू या सपोर्टिंग रोल के अवॉर्ड के अलावा काफी अंधेरा दिख रहा है.
नहीं, मुझे गलत मत समझिये. जिनका करियर छोटा है. या जिनको कम अवॉर्ड मिलते हैं, उन्हें जज करना ठीक नहीं है. अन्याय है, बेशक. पर इस बात पर भी गौर करिए कि फिल्म इंडस्ट्री के किसी बड़े पुरुष के नाम पर चुटकुले बनाने के पहले आप सौ बार सोचते जनाब. महिला है तो चल गया. भले ही वो इनसे कितने भी गुना ज्यादा सफल हो.
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