महंगी शादियों से हम सबको कितनी दिक्कत होनी चाहिए ये उमा भारती ने बता दिया है

उत्तराखंड में हो रही है 200 करोड़ की बिग फैट इंटरनेशनल शादी.

उमा भारती. बीजेपी की सीनियर नेता हैं. नरेंद्र मोदी की  पिछली सरकार में मंत्री भी थीं. अभी उत्तराखंड दौरे पर हैं. 12 जून को उन्होंने एक साथ कई सारे ट्वीट किये हैं. ये ट्वीट वैसे तो उत्तराखंड से जुड़े हैं लेकिन समाज की एक बहुत बड़ी कमी को टारगेट कर रहे हैं. वो कमी है, शादियों में अंधाधुंध पैसे बहाने की.

दरअसल, उत्तराखंड के जोशीमठ में एक बिग फैट इंटरनेशनल वेडिंग होने जा रही है. वैसे, शादी तो सहारनपुर के गुप्ता बंधुओं के परिवार में है. लेकिन इंटरनेशनल इसलिए है कि ये परिवार साउथ अफ्रीका के सबसे अमीर बिजनेस परिवारों में से एक है. तो जाहिर है कई विदेशी मेहमान इस शादी में आएंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस शादी का बजट 200 करोड़ है. 800 लोग इस शादी की तैयारियों में  जुटे हुए हैं और सामान और मेहमानों को लाने- ले जाने के लिए 150 हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है.

d_061219070750.jpgतस्वीर : ट्विटर

जब उमा भारती ने इस महंगी शादी के बारे में अखबार में पढ़ा. उत्तराखंड दौरे में खुद शादी की तैयारी देखी तो उन्होंने ट्विटर पर महंगी शादियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. एक के बाद एक कई ट्वीट किए. 

उमा भारती ने कहा कि देश में शादी के नाम पर होने वाली फिज़ूलखर्ची ही कन्याओं की भ्रूण हत्या का कारण बन रहा है. बेटियों को बचाने और उन्हें शिक्षित करने के लिए इस तरह की शादियों पर रोक लगनी चाहिए.

e_061219070808.jpgतस्वीर : ट्विटर

इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि जोशीमठ में पानी की बहुत दिक्कत है. गरीबी है. ऐसे में भव्य पैमाने पर होने वाली ये शादी यहां रह रहे लोगों की गरीबी का मजाक बनाती है. ऐसे में कुछ पैसा इस जगह की हालत करने के लिए भी दान करें. ताकि पानी, पर्यावरण, स्कूल, अस्पताल और रोजगार की व्यवस्था हो सके.

भारत में हर साल हजारों महंगी शादियां होती हैं. जिनमें अरबों रुपया बहाया जाता है. सोशल स्टेटस को मेनटेन रखने के लिए लोग कर्ज लेकर शादियां करते हैं. गरीबी और भव्य शादियों दबाव में पैदा होते ही लड़कियों को मार दिया जाता है. भारत में जन्म से पहले लिंग परीक्षण बैन है. इसकी वजह यही है कि लड़कियों को कोख में ही मार दिया जाता था. कि बेटी हुई तो उसकी शादी कैसे करेंगे, दहेज का पैसा कहां से जुटाएंगे.

f_061219070832.jpgतस्वीर : ट्विटर

बेटी पैदा हो भी जाए तो कई परिवार उसकी पढ़ाई पर पैसे खर्च करने की बजाए उसकी शादी के लिए रुपये जुटाना प्रिफर करते हैं. ऐसे में उमा भारती के ये ट्वीट्स बताते हैं कि एक समाज के तौर पर महंगी शादियों से हमें कितनी दिक्कत होनी चाहिए. उनका कहना वाजिब है कि क्या शादियों में फिजूलखर्जी बंद कर, हमें उन पैसों को किसी गरीब की जिंदगी बेहतर बनाने या किसी किसी लड़की का फ्यूचर संवारने के लिए नहीं लगाना चाहिए?

 

 

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