सुप्रिया सुले: बारामती सीट पर लगातार तीसरी बार जीत हासिल की, बीजेपी की कंचन राहुल कुल को हराया

डेढ़ लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज की

असोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफ़ॉर्म एक एनजीओ है. स्टडी कराता है. सर्वे कराता है. 2014-2019 वाली जो लोकसभा है, उसका एनालिसिस किया. रिपोर्ट जारी की. इस रिपोर्ट में ये बताया गया है कि कितने बिल पास हुए, कितने पेंडिंग हैं. कितने पेश हुए. सांसदों की अटेंडेंस कैसी रही. किसकी सबसे ज्यादा रही, किसकी सबसे कम रही. किसने कितने सवाल पूछे. किसने सबसे ज्यादा, और सबसे कम सवाल पूछे. सबसे ज्यादा सवाल पूछने वाली सांसद हैं सुप्रिया सुले. इन्होंने इस लोकसभा में 1181 सवाल पूछे हैं.

अब ये कौन हैं?

supri-fb_750_032919021947.jpgतस्वीर: फेसबुक

एक है कांग्रेस पार्टी. एक है नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी. इसके फाउंडर हैं शरद पवार. महाराष्ट्र में नाम है बहुत. इनके भतीजे अजीत पवार भी महाराष्ट्र की पॉलिटिक्स में जाना माना नाम हैं. शरद पवार राज्य सभा के मेंबर रहे. लोगों को लगा कि उनके बाद उनकी जगह अजीत लेंगे. लेकिन अजीत की जगह आईं सुप्रिया सुले. लोगों ने ये एक्स्पेक्ट नहीं किया था. साल था 2006.

2009 में लोकसभा चुनाव लड़ा. पुणे की बारामती सीट से. पिता शरद पवार का गढ़ थी ये सीट. शरद पवार खुद म्हाडा सीट से लड़ने गए, जो शोलापुर में पड़ती है. सुप्रिया ने उस सीट का दौरा किया. चुनाव लड़ीं और जीतीं. उसके बाद 2014 में भी हुए चुनाव में जीतीं. 2011 में कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ काफी तगड़ा कैम्पेन चलाया था.

supri-tw-2_750_032919022050.jpgतस्वीर: ट्विटर

तो 2006 के पहले क्या कर रही थीं?

पुणे में पैदा हुईं. जय हिन्द कॉलेज, मुंबई से बीएससी किया. 1991 में सदानंद भालचंद्र सुले से शादी की. सदानंद के पिता बी आर सुले महिंद्रा एंड महिंद्रा के मैनेजिंग डिरेक्टर थे. शादी के बाद सुप्रिया कैलिफोर्निया चली गईं. वहां यूसी बर्कली में पानी के प्रदूषण के बारे में पढ़ाई की. फिर इंडोनेशिया और सिंगापूर में रहीं. इसके बाद मुंबई आ गईं. सेल्फ हेल्प ग्रुप चलाए. आदिवासियों के लिए काम किया. यशस्विनी नाम के सेल्फ हेल्प ग्रुप की चेयरमैन भी रहीं. साथ ही में पवार पब्लिक स्कूल भी खोला भांडुप में.

supri-fb1_750_032919022002.jpgतस्वीर: फेसबुक

चुनाव में जीतने के बाद उनके करियर में सबसे बड़ा ट्विस्ट जो आया वो थी आईपीएल कंट्रोवर्सी. सुप्रिया के पति सदानंद पर इलज़ाम लगा कि आईपीएल टेलीकास्ट करने वाली एजेंसी में उनका 10 फीसद स्टेक (stake- हिस्सा) है. सुप्रिया ने इसका जवाब दिया कि सदानंद को ये स्टेक उनके पिता से मिले हैं. ये भी आरोप लगा कि आईपीएल के टेलीविजन राइट्स लेने के लिए सदानंद ने वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप नाम की स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कम्पनी को पैसे खिलाए. सुप्रिया ने इस बात का भी विरोध किया. कहा कि उनके पति का आईपीएल की टीम्स से कोई लेना देना नहीं है. लेकिन बाद में ये खुलासा हुआ कि सुप्रिया और उनके पिता शरद पवार के सिटी कॉर्प नाम की रियल एस्टेट कम्पनी में 16 फीसद शेयर हैं. ये वो कम्पनी है जिसने पुणे की आईपीएल टीम के लिए बोली लगाई थी.

ये बवाल मचा, तो सुप्रिया ने कहा कि कम्पनी का निजी फैसला था ये. उन्होंने अपने मैनेजिंग डिरेक्टर को आईपीएल में पर्सनली पैसे लगाने की इजाज़त दी थी.

supri-tw_750_032919022031.jpgतस्वीर: ट्विटर

बीच में एक बार सुप्रिया ने उल्टी बात कर दी थी. बात 2016 की है. महाराष्ट्र के नाशिक में लड़कियों से बात करते हुए उन्होंने कह दिया था कि पार्लियामेंट में जब भाषण वगैरह बोरिंग हो जाते हैं या बहसें लम्बी चलती हैं तो वो अपने साथ की महिला सांसद से साड़ियों के बारे में डिस्कस करती हैं. इस पर बहुत बवाल मचा और सुप्रिया से इस्तीफे तक की मांग की गई.   

ये सारे पंगे होने की वजह से सुप्रिया का नाम बार-बार उछला. लेकिन इस पर कोई ख़ास एक्शन हुआ नहीं. इस बार लोकसभा चुनाव में बारामती से लड़ीं. इनके खिलाफ खाड़ी थीं बीजेपी से कंचन राहुल कुल. सुप्रिया को पोस्टल बैलट सब मिलाकर 6,86,714 वोट मिले. कंचन को 5,30,940. इस तरह 1,55,774 मतों से सुप्रिया ने बारामती सीट पर जीत दर्ज कर ली. 

 

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