चैटिंग और फोटो फ़िल्टर की इस दुनिया में कोई लड़की प्यार पाने के लिए किस हद तक जा सकती है?

फिल्म Sierra Burgess Is a Loser का रिव्यू.

प्रेरणा प्रथम प्रेरणा प्रथम
सितंबर 13, 2018

किसी भी इंसान को कैसे पहचानते हैं आप? उसकी शक्ल से? उसकी आवाज़ से? या फिर इस बात से कि आपके मन में उसकी इमेज कैसी है? अगर किसी इंसान को आपने देखा ना हो, तो क्या आप उसके साथ प्यार में पड़ सकते हैं? अगर पड़ गए तो क्या सच्चाई को परे रख उसकी छवि के साथ ही खुद को कम्फ़र्टेबल बना सकते हैं? वो छवि जो आपके मन में है?

अगर वो इंसान उस छवि से बेहद अलग हुआ, तो क्या आप उस इंसान को छोड़ देंगे, या उसकी परछाईं से प्यार करते रहेंगे? क्या वो परछाईं भी आपके लिए झूठी हो जाएगी और उसे एक बुरा सपना मानकर भूल जाएंगे आप?

Sierra Burgess Is A Loser एक टीनेजर की कहानी है, लेकिन इन सभी सवालों के बीच डूबती उतराती. रॉम-कॉम यानी रोमैंटिक कॉमेडी की दुनिया में एक और फिल्म जिसमें हाई स्कूल से कॉलेज जाने वाली पीढ़ी की जिन्दगी करीब से दिखाई गई है. सिएरा बर्जेस का किरदार निभा रही हैं शैनन पर्सर. सिएरा एक इंटेलिजेंट लड़की है, समझदार है. कमाल का लिखती है. लेकिन दिखने में सो काल्ड ‘ब्यूटीफुल’ नहीं है. दुनिया जिसे खूबसूरत मानती है, वैसी नहीं दिखती. उसे इस बात को लेकर बहुत ज्यादा इसलिए बुरा लगता है क्योंकि हाई स्कूल एक मुश्किल जगह होती है. वहां पर लोग कुछ भी बोलते करते हैं. कूल होना ज्यादा तारीफ के काबिल माना जाता है. वहां पर अगर आप एक साधारण दिखने वाले टीनेजर हो तो कोई ज्यादा भाव नहीं देता.

सिएरा की कहानी में ये सब कुछ है. मशहूर पिता का होना, जो एक दबाव क्रियेट करता है. खूबसूरत मां का होना जो सेल्फ एस्टीम पर सवाल खड़े करता है. जिस उम्र में समाज के वैलिडेशन का प्रेशर सबसे ज्यादा होता है उस समय किसी भी लड़के का आपको भाव ना देना. इन सबसे जूझती सिएरा.

फिल्म में होता ये है कि सिएरा का नंबर एक खूबसूरत चीयरलीडर (वेरोनिका- क्रिस्टीन फ्रोसेथ ने ये किरदार निभाया है) एक फ़ुटबॉल प्लेयर (जेमी- नोआह सेंटेनियो ने ये किरदार निभाया है) को दे देती है. अब जेमी को लगता है कि वो वेरोनिका से बात कर रहा है, लेकिन असल में वो सिएरा होती है. जेमी को उसकी आवाज़ से, उसके बात करने के लहजे से, उसकी इंटेलिजेंस से प्यार हो जाता है. सिएरा वेरोनिका को भी मना लेती है इसमें साथ देने के लिए, बदले में वो उसे पढ़ाई में मदद करेगी ताकि वेरोनिका इंटेलिजेंट लग सके. अपने उस बॉयफ्रेंड के सामने जिसने उसे बेवकूफ कहकर छोड़ दिया था.

खैर, फिल्म में बहुत कुछ होता है, लेकिन हमारे मतलब की बात ये है कि काफी समय तक जेमी इस धोखे में रहता है कि वो जिस लड़की से बात कर रहा है वो वेरोनिका है लेकिन वो असल में सिएरा होती है. इसे अंग्रेजी में ‘Catfishing’ कहा जाता है.किसी और की आइडेंटिटी चुराकर उसका इस्तेमाल करना. एक सीन फिल्म में ऐसा भी आता है जिसमें सिएरा जेमी को उसकी जानकारी के बिना किस करती है.

यहां अगर सिएरा की जगह कोई लड़का होता और सिएरा जेमी की जगह होती तो इस सीन पर काफी बहस की जा रही होती. कंसेंट का मामला उछाला गया होता. फिल्म का अंत वैसा ही होता है जैसा हर फिल्म का होता है लेकिन ये फिल्म कई जगहों पर अजीब सा महसूस कराती है. लगता है जो भी हुआ उसके पीछे की वजह जैसी भी रही हो, वो होना नहीं चाहिए था. सिएरा से सहानुभूति होने की जगह गुस्सा आने लगता है.

कई लेवल्स पर ये फिल्म बहुत अच्छा कर जाती है, तो कहीं पर बहुत ही बुरा सा लगता है सब कुछ देखके. थोड़ा और ध्यान दिया जाता तो शायद बेहतर बन जाती. इस फिल्म में जेमी का छोटा भाई मूक-बधिर है. इसलिए साइन लैंग्वेज (सांकेतिक भाषा) में बात करता है. फिल्म के एक सीन में सिएरा जेमी के आमने सामने आ जाती है, और चूंकि वो उसकी आवाज़ पहचानता है इसलिए वो भी गूंगे बहरे होने का नाटक करती है और साइन लैंग्वेज में बात करना शुरु कर देती है. ये सीन बिना कंसेंट के किसिंग वाले सीन जितना ही बुरा था, और उससे थोड़ा ज्यादा. क्योंकि इसमें संवेदना कहीं नहीं थी. उस स्तर तक पहुंच कर महसूस सकने की काबिलियत नहीं थी. जेमी के भाई का मूक-बधिर होना फिल्म में सिर्फ एक प्रॉप की तरह इस्तेमाल हुआ. इसे रखा जाना एक गलती थी.

 

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