3 साल पहले लड़के पर उत्पीड़न का आरोप लगा हीरो बनने वाली लड़की अब कहां गायब है?
जो लड़की न्याय का झंडा लेकर चल रही थी, वो खुद कोर्ट की सुनवाई में नहीं पहुंच रही है.

तीन साल पहले एक केस हुआ था. अगस्त 2015 में. सेंट स्टीफंस में पढ़ने वाली स्टूडेंट जसलीन कौर ने एक फेसबुक पोस्ट डाला. उस पोस्ट में क्या था? एक लड़के की फोटो थी. जसलीन ने कहा कि तिलक नगर की रेडलाइट के पास इस लड़के ने उसे हैरस किया. गन्दी बातें बोलीं. जसलीन ने कहा कि उस रेड लाइट पर इतने सारे लोग मौजूद थे लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया. जसलीन ने अपने पोस्ट में लिखा कि वो अपने लिए स्टैंड ले रही है. इस लड़के को पकड़वाने में मदद करने की अपील की.
पूरा पोस्ट ये रहा

इस आदमी ने रात के तकरीबन आठ बजे तिलक नगर के अग्रवाल स्वीट्स के पास मुझ पर भद्दे कमेंट्स किए. वो एक सिल्वर रंग की रॉयल ऐनफील्ड बाइक पर था. गाड़ी का नंबर था- DL 4S CE 3623. जब मैंने कहा कि मैं उसकी तस्वीर खींच रही हूं और उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत करुंगी, तो उसने तस्वीर खिंचवाने के लिए पोज़ दिया. बोला- जो कर सकती है, कर ले. शिकायत करके दिखा, फिर देखियो क्या करता हूं मैं. उसके भद्दे कमेंट्स से ज्यादा कोई और बात मुझे परेशान कर रही है. ये घटना एक ट्रैफिक सिग्नल पर हुई. लाल बत्ती थी. मुझे जो कुछ भी कहा इस लड़के ने, वो 20 और लोगों ने भी सुना. फिर भी किसी को कोई फर्क नहीं पड़ा. किसी ने बीच-बचाव नहीं किया. कोई भी मेरी मदद के लिए नहीं आया. इसीलिए मैंने खुद के लिए खड़े होने का फैसला किया. मैंने तिलक नगर पुलिस थाने में इसकी शिकायत की. उसकी फोटो और गाड़ी का नंबर भी दिया. इस आदमी की तस्वीर और इसकी गाड़ी का नंबर ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिए. ताकि इसकी पहचान हो सके, ये पकड़ा जा सके. आज उसकी हिम्मत हुई तो उसने मुझसे गलत बात कही. कल को उसकी हिम्मत और बढ़ जाएगी.
नोट: उसने मुझे कैसी भद्दी बात बोली, वो मैं यहां लिख सकती थी. लेकिन मैं नहीं चाहती कि फेसबुक मेरी पोस्ट हटा दे.
जसलीन का ये पोस्ट वायरल हो गया. 1.22 लाख लोगों ने इसे शेयर किया. रात तक उस लड़के को अरेस्ट कर लिया गया. पता चला उसका नाम सर्वजीत सिंह था. जसलीन की हर जगह वाहवाही हो गई. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने उसे 5000 का अवार्ड देने की घोषणा की. टाइम्स नाउ चैनल पर सर्वजीत को दिल्ली का दरिंदा कहा गया. उसे परवर्ट (ठरकी) कहा गया. मामले में केस हुआ. हर टीवी चैनल पर जसलीन कौर और सर्वजीत सिंह की बहस हुई. उस वक़्त टाइम्स नाउ चैनल के एडिटर इन चीफ की कुर्सी पर बैठे थे अर्नब गोस्वामी. जसलीन को ब्रेवहार्ट कहा गया. सोनाक्षी सिन्हा ने भी ट्वीट करके बधाई दी जसलीन को.
उसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया.
सर्वजीत ने अपनी कहानी भी बताई. सर्वजीत ने अरेस्ट होने से पहले अपनी बात फेसबुक पर रखी जहां उसने लिखा कि आखिर उस दिन हुआ क्या था. उसने कहा बिना जाने एडवाइस देने वाले कई हैं. लेकिन उस दिन मैं तिलक नगर की रेड लाइट के पास अग्रवाल स्वीट्स के पास था जब जसलीन ने मुझे रोका. मैंने उससे कहा कि मुझे बाएं जाना है तो मैं क्यों रुकूं. इस पूरी बात पर बहस हुई और उसने मेरी फोटो खींची और फिर कहा अब पुलिस आएगी तो पता चलेगा.
इसके बाद टीवी पर विश्वजीत नाम का एक गवाह आया. उसने बताया कि जसलीन को बदतमीजी करते हुए उसने देखा था. ये कहा कि सर्वजीत की कोई गलती नहीं थी. लेकिन इस तक ही बात खत्म हो गई.

तीन साल के बाद कल द प्रिंट ने सर्वजीत पर स्टोरी की. सर्वजीत ने बताया कि उस मामले के बाद उसे नौकरी छोड़नी पड़ गई थी. दूसरी जगह नौकरी करने पर थोड़े समय बाद वहां से भी निकाल दिया गया. अभी तक वो 13 बार हियरिंग के लिए जा चुका है. बार-बार कोर्ट जाने के लिए छुट्टी लेने की वजह से उसे पिछली नौकरी से भी निकाल दिया गया. लेकिन वो जिस हियरिंग पर जाता है, वहां पर भी कोई फायदा नहीं होता. क्योंकि वहां जसलीन नहीं आती. जज सर्वजीत का नाम लेते हैं, सर्वजीत हाथ उठाकर अपनी हाजिरी लगाता है. जसलीन के ना होने पर हियरिंग की डेट बढ़ा दी जाती है. फिर से वही सब कुछ होता है.
जब सर्वजीत की स्टोरी प्रिंट पर आई, तो उस समय टाइम्स नाउ में काम कर रहे जर्नलिस्ट ने उसे मैसेज किया. ये वही जर्नलिस्ट था जिसने सर्वजीत और जसलीन वाली स्टोरी ब्रेक की थी. उस समय वो डेस्क पर था. उसने सर्वजीत को मैसेज करके माफ़ी मांगी. ये भी कहा कि जर्नलिज़्म में स्टोरी को ब्रेक करने के चक्कर में पड़ने का ट्रेंड बन गया है.
सर्वजीत ने इस पूरे मैसेज का स्क्रीनशॉट लेकर अपनी फेसबुक टाइमलाइन पर डाला.

मामला यहां ये है कि अगर सर्वजीत की गलती है, तो उसे कानून के द्वारा सजा मिलनी चाहिए. जब से ये केस शुरू हुआ है, तब से जसलीन कौर कैनाडा में पढ़ाई के लिए गई हुई है. इस वजह से किसी भी हियरिंग में आई नहीं है. इसी वजह से सर्वजीत पिछले तीन साल से अपने पासपोर्ट का इंतज़ार कर रहा है.
सर्वजीत ने ये भी बताया कि उसे जो वकील मिला है वो केस के बारे में पढ़कर भी नहीं आता. चूंकि वो महंगा वकील अफोर्ड नहीं कर सकता इसलिए उसने लीगल एड से ही वकील की मदद ली. वो तारीख पर आता तो है लेकिन जज से कुछ कहता तक नहीं. हार कर सर्वजीत ने जज से बात की. जज ने बताया कि इस बार दिसंबर में जो हियरिंग शेड्यूल हुई है, अगर उसमें भी जसलीन नहीं आई, तो उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो जाएगा.
हम जब औरतों के हक़ की बात करते हैं, तो उनकी जिम्मेदारियों की बात भी अपने आप ही आ जाती है. अगर जसलीन चाहती हैं कि इस मामले में न्याय हो, और सर्वजीत की गलती के बारे में कोर्ट कोई निर्णय ले, तो अदालत में आना भी जसलीन को ही होगा. वरना ये पूरा मामला एक उदाहरण बनकर रह जाएगा जिसे लोग एक फेक मामला कहकर इन्टरनेट की बहसों में इस्तेमाल करेंगे और इसका हवाला देकर जेनुइन मामलों को भी हल्का बना देंगे. इसमें फेमिनिज्म की कोई गलती नहीं, लेकिन बलि का बकरा उसे ही बनना पड़ेगा.
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