लेडी श्री राम कॉलेज के हॉस्टल गेट के सामने धरना क्यों दे रही हैं लड़कियां

जानिए क्या मांग है स्टूडेंट्स की

दिल्ली यूनिवर्सिटी के ऑल विमेंस कॉलेज लेडी श्री राम के गेट पर पिछली रात बहुत बड़ा धरना दिया गया. धरना देने वाले लोगों में कॉलेज की लड़कियां तो शामिल थी हीं, उनके साथ साथ शामिल थे डीयू के ‘पिंजरा तोड़ ग्रुप’ के सदस्य.

क्या है मामला?

लेडी श्री राम कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी का काफी मशहूर कॉलेज है. यहां स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल भी हैं. इन हॉस्टल्स में आने की टाइमिंग शाम के साढ़े सात बजे है. जब इस पर बवाल मचा पहले तो एक छूट दे दी गई. जो लेट नाईट लेने का प्रावधान है उसमें बदलाव किया गया. उनकी संख्या बढ़ा कर 24 कर दी गई. इन लेट नाइट्स की समय सीमा रात के साढ़े दस बजे है. लेकिन इससे वहां के स्टूडेंट्स खुश नहीं थे. ‘पिंजरा तोड़’ के ऑफिशियल स्टेटमेंट के अनुसार उनकी मांगें कुछ ये थी:

pinjra-2-fb_750_110618072903.jpgतस्वीर: पिंजरा तोड़/फेसबुक

  1. हॉस्टल का कर्फ्यू पूरी तरह हटे
  2. अटेंडेंस सिस्टम हटा दिया जाए
  3. लाइब्रेरी 24x 7 शुरू कर दी जाए
  4. वाई फाई की सुविधायएं दी जाएं
  5. OBC रिजर्वेशन लागू किया जाए

इस धरने की वजह से लेडी श्री राम कॉलेज के मेन गेट रात को ढाई बजे भी खुले रहे. पिंजरा तोड़ की लड़कियों ने वहां धरना बनाए रखा, सोईं भी वहीं. उनके फेसबुक पेज के अनुसार LSR की प्रिंसिपल ने वादा किया है कि वो कमिटियां बनवा रही हैं जो इन मामलों में जांच पड़ताल करेंगी.

pinjra-3-fb_750_110618072931.jpgतस्वीर: पिंजरा तोड़/फेसबुक

पिंजरा तोड़ क्या है?

2015 में जामिया मिलिया इस्लामिया ने गर्मी की छुट्टियों के बाद एक सर्कुलर जारी किया था. इसमें कहा गया था कि महिला छात्राएं रात के आठ बजे के बाद बाहर नहीं रह सकतीं. इस को लेकर वहां की छात्राओं ने विरोध किया. दिल्ली महिला आयोग ने भी आपत्ति जताई. ये भी कहा गया कि पहले से जो नियम कानून हॉस्टल में लागू हैं वो भी बहुत भेद भाव करते हैं. छात्राओं को इनसे बहुत दिक्कत होती है. इस पूरे मुद्दे को लेकर कुछ छात्राएं आगे आईं और उन्होंने पिंजरा तोड़ ग्रुप बनाया. तब से लेकर अब तक ये कई कॉलेजों और इंस्टिट्यूशन्स में धरने प्रदर्शन कर चुके हैं. इन मूवमेंट का कोई एक लीडर या कोई नाम नहीं है. ये उन महिलाओं का समूह है जो देश के एजुकेशनल संस्थानों में महिलाओं की बराबरी को सच करने की कोशिश में जुटा हुआ है.

 

 

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