वर्ल्ड बैंक की टॉप अफसर बनने जा रही हैं भारत की अंशुला कांत
अंशुला कांत ने 1983 में बैंक पीओ के पोस्ट से अपना करियर शुरू किया था.

आपके सामने कई बार ऐसे आंकड़े आते होंगे, जिनमें दावे को पुख़्ता करने के लिए वर्ल्ड बैंक का नाम लिया जाता है. अगर आप इकॉनमी से जुड़ी ख़बरों में रुचि रखते हैं तो आपके लिए वर्ल्ड बैंक का तारुफ थोड़ा अलहदा होगा. आप वर्ल्ड बैंक के काम को भी समझते होंगे. और अगर आप काम को समझते हैं तो आप चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर( CFO) की अहमियत भी समझते होंगे. ये वर्ल्ड बैंक की टॉप पोजिशंस में से एक है. अब ख़बर जान लीजिए. दरअसल, इस पोजिशन के लिए एक भारतीय को चुना गया है. नाम है अंशुला कांत. उन्हें CFO के साथ-साथ मैनेजिंग डायरेक्टर की पोजिशन भी सौंपी गई है. वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष डेविड मल्पास ने अंशुला की नियुक्ति की घोषणा की.
मल्पास ने ट्वीट किया कि अंशुला कांत बतौर मैनेजिंग डायरेक्टर और CFO के रूप में वर्ल्ड बैंक ग्रुप में फाइनैंशल और रिस्क मैनेजमेंट की जिम्मेदारी संभालेंगी.
Pleased to appoint Anshula Kant as the new @WorldBank Group Managing Director & Chief Financial Officer. Anshula brings over 35 yrs of expertise in finance, banking, & innovative use of tech. Look forward to working together to support good dev’t outcomes: https://t.co/8bIbDk9hUx
— David Malpass (@DavidMalpassWBG) July 12, 2019
माल्पस ने अपनी स्टेटमेंट में कहा
"मैं अंशुला कांत को वर्ल्ड बैंक ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर और CFO के रूप में नियुक्त करते हुए बहुत खुश हूं. अंशुला के पास भारतीय स्टेट बैंक के CFO के रूप में वित्त, बैंकिंग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में 35 से ज्यादा सालों का अनुभव और विशेषज्ञता है. रिस्क, कोषागार, फंडिंग, रेगुलेशन और संचालन जैसी अलग-अलग तरह की नेतृत्व चुनौतियों को वो अच्छे से जानती हैं. मैं अपनी मैनेजमेंट टीम में स्वागत करता हूं."
SBI में कार्यकाल के दौरान मीटिंग की ये फोटो है. (साभार- ट्विटर)
मैनेजिंग डायरेक्टर और CFO के रूप में, कांत वर्ल्ड बैंक ग्रुप के फाइनेंशियल और रिस्क मैनेजमेंट के लिए जिम्मेदार होंगी. वो सीधे अध्यक्ष को रिपोर्ट करेंगी. इसके अलावा वो वर्ल्ड बैंक के CEO के साथ मिलकर बड़ी जिम्मेदारियां संभालेंगी.
अंशुला की तारीफ करते हुए वर्ल्ड बैंक ने कहा कि
SBI के CFO के रूप में, अंशुला कांत ने 38 बिलियन डॉलर के रिवेन्यू और 500 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति को मैनेज किया है. उन्होंने कैपिटल बेस में बहुत सुधार किया और अपने कार्यकाल के दौरान SBI की स्थिरता को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए काम किया है.
SBI में बतौर PO शुरुआत की थी
अंशुला लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर वुमन से इकनॉमिक ऑनर्स में ग्रेजुएट हैं. साल 1976 में यहां पढ़ाई शुरू की. इसके बाद उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पोस्ट-ग्रेजुएशन (1979) किया. उनका बचपन उत्तराखंड के रूड़की में बीता. पीजी करने के बाद उन्होंने स्टेट बैंक जॉइन किया. बतौर प्रॉबेशनरी ऑफिसर. साल था 1983. इस साल एक और खूबसूरत घटना उनकी निजी ज़िंदगी में घटी. वो संजय कांत से मिलीं. जो बाद में उनके जीवनसाथी बने.
अंशुला के साथ उनके पति संजय कांत. संजय पेशे से चार्टेड आकाउंटेंट हैं.
स्टेट बैंक में आम ऑफिसर से लेकर सबसे अहम पदों तक पहुंचने का उनका सफर मोटिवेट करने वाला है. उनके कलीग अंशुला को हर लक्ष्य साधने के लिए जानते हैं. उनकी मेहनत को देखकर बैंक ने भी उन्हें मौके भी दिए. साल 2013 में बैंक ने उन्हें चीफ जनरल मैनेजर बनाया. 2014 में दोबारा प्रमोशन मिला और वो बन गईं डिप्टी मैनेजिंग एडिटर.
इसके बाद 6 सितंबर 2018 को स्टेट बैंक ने उन्हें मैनेजिंग डायरेक्टर चुना. ये वो समय था जब बैंक अपने मुश्किल दौर से गुजर रहा था. लेकिन अंशुला की लीडरशिप में बैंक ने कई सुधार देखे. खासतौर पर NPA के मामलों में कमी आई. पहले जो NPA मार्च 2018 में 10.91 प्रतिशत था वो मार्च 2019 में 7.53 रह गया. अंशुला सितंबर 2020 में रिटायर होने वाली थीं. लेकिन, इससे पहले ही उन्हें वर्ल्ड बैंक ने बुला लिया.
बेटी नूपुर और बेटे सिद्धार्थ के साथ दिख रही हैं अंशुला. नुपूर सिंगापुर में काम करती हैं. वही सिद्धार्थ अमेरिका में रहते हैं. फोटो- फेसबुक
अंशुला इस पद पर नियुक्त होने वालीं पहली महिला हैं. PO से बैंक की टॉप अधिकारी बनने और फिर वर्ल्ड बैंक तक छा जाने की अंशुला की ये कहानी मोटिवेट करती है. भारतीयों को गर्व से भर जाने का एक और मौका दिया है अंशुला कांत ने.
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