कंगना रनौत का दोगलापन देखकर आंखों और कान से खून निकल आया है
मणिकर्णिका के फर्स्ट पोस्टर के साथ-साथ कई गलीज और घिनहे सच भी सामने आ रहे हैं.
अगर कोई व्यक्ति मुझसे कहे कि वो भेड़ों की परवाह करता है, लेकिन उसका लंच और डिनर भेड़ियों के साथ होता हो, तो उस पर यकीन करना मुश्किल होगा. किसी के लिए भी मुश्किल होगा.
ये एक बहुत घिसी-पिटी बात कही है मैंने. इसमें नयापन नहीं है. लेकिन जब बात को सीधे-सीधे सामने रखना हो तो हम नए प्रतिमान गढ़ने में समय खर्च नहीं कर सकते. ये इस वजह से भी है क्योंकि हम जिसकी बात करने जा रहे है उस इंसान ने अपनी इमेज ही पहले से एस्टाब्लिश किए जा चुके प्रतिमानों के खिलाफ बनाई है. बात हो रही है कंगना रनौत की.
हाल में वो चर्चा में इसलिए आईं हुई हैं क्योंकि उनकी फिल्म 'मणिकर्णिका' का पहला पोस्टर रिलीज़ हुआ है. 'मणिकर्णिका' झांसी की रानी लक्ष्मीबाई पर बन रही फिल्म है जिसमें कंगना रानी के रोल में दिखाई देंगी. इसमें अंकिता लोखंडे और सोनू सूद भी दिखेंगे. कहानी सबको मालूम है. झांसी की रानी थी रानी लक्ष्मीबाई. उनके पति का देहांत हो गया, तो Doctrine of Lapse के तहत अंग्रेजों ने रानी को कहा कि झांसी अंग्रेजों को दे दे. रानी का दत्तक पुत्र था. गोद लिया हुआ. Doctrine of Lapse गोद लिए बच्चों को उत्तराधिकार नहीं देता था. रानी और अंग्रेजों की ठन गई. रानी लड़ी, पर मारी गई. झांसी अंग्रेजों की हो गई.
Every Country has a hero!Every Legend has a legacy!The symbol of Indian Women!The Hero of Our Independence.The WarriorThe Queen #Manikarnika-The Queen of Jhansi #KanganaRanaut @SonuSood @anky1912 @ZeeStudios_ @shariqpatel @prasoonjoshi_ @Shankar_Live @DirKrish @nishantpitti pic.twitter.com/sWDzdDMD8k
— Kamal Jain (@KamalJain_TheKJ) August 15, 2018
यही कहानी फिर से लाई जा रही है इस फिल्म में.
अब बात करते हैं इस फिल्म से इतर उन बातों की जिनपर बात किये बिना इस फिल्म को सम्पूर्णता में नहीं देखा जा सकता. क्योंकि फिल्म पर बात होगी, तो कंगना पर होगी ही. ये वही कंगना हैं जिनपर इस फिल्म को चुराने का आरोप लगा है.
क्या सच में ये फिल्म चोरी की है?
केतन मेहता, जिन्होंने मिर्च मसाला, माया मेमसाब, मंगल पांडे जैसी फिल्में डिरेक्ट कीं, उन्होंने ये आरोप लगाए कि कंगना ने उनकी इस फिल्म का आइडिया अपने लिए उड़ा लिया है.
केतन मेहता ने कंगना रनौत को लीगल नोटिस भेजा था. इस मामले पर कि उन्होंने उनकी दस साल की मेहनत चुरा ली है और अब किसी और के साथ फिल्म बना रही हैं. केतन के मुताबिक़, उन्होंने इस फिल्म के बारे में कंगना से 2015 में ही बात कर ली थी. तब से लेकर पिछले साल तक उन्होंने इस फिल्म को लेकर अपनी सारी रीसर्च, स्क्रिप्ट वगैरह कंगना के साथ शेयर कीं. उन्हीं के स्टेटमेंट में उन्होंने बताया कि कंगना ने इस फिल्म के लिए अपनी स्वीकृति भी दी थी. लेकिन उन्हें बीच में एक सर्जरी के लिए भर्ती होना पड़ा. जब वो बाहर आए तो उन्हें पता चला कि कंगना, कृष और कमल जैन के साथ मिलकर रानी लक्ष्मीबाई पर फिल्म बना रही हैं. उन्होंने जांच पड़ताल करके उनको लीगल नोटिस भेजी. ये बात पिछले साल मई की है. लेकिन इस पर कुछ हुआ नहीं.
कंगना का क्या टेक है इसपर?
कंगना ने खुद एक टीवी शो पर कहा था कि रानी लक्ष्मीबाई एक ऐतिहासिक किरदार रही हैं भारतीय इतिहास में. उनकी कहानी पर किसी का कोई कॉपीराइट नहीं है. उनके रिप्रेजेन्टेटिव ने भी यही कहा कि केतन की फिल्म और कंगना की फिल्म बिल्कुल अलग है. कंगना की तरफ से तर्क ये आया कि केतन इस फिल्म को अंग्रेजी में बना रहे थे, जबकि कंगना की फिल्म हिंदी में है.
वहीं केतन का ये कहना है कि वो इस फिल्म को अंग्रेजी और हिंदी दोनों में बना रहे थे, क्योंकि वो इसे ग्लोबल स्तर पर ले जाना चाहते थे. उन्होंने ब्रिटिश प्रोड्यूसर्स से बात भी की थी, इंडियन प्रोड्यूसर की तलाश में थे ऐसा उन्होंने कहा. लेकिन कंगना के इस कदम ने उनके पैरों तले से ज़मीन खींच ली.
यही नहीं, खुद को प्रोग्रेसिव विचारधारा की बताने वाली कंगना जिनको उनके फेमिनिज्म की वजह से काफी लोगों ने हाथोंहाथ लिया था, वो अपने स्टेटमेंट की वजह से भी विवादों में आ गईं. हाल में ही 'मिड डे' की तरफ से आयोजित किए 'कन्वर्सेशन विद मिस्टिक' – कंगना रनौत विद सद्गुरु के नाम के शो में कंगना ने कई ऐसी बातें बोलीं जो एक खुले विचार वाला इंसान बोलने से पहले दो बार सोचेगा कि वो ये क्यों बोल रहा है.
कंगना ने कहा अगर कोई एक खास धर्म गाय की पूजा करता है तो आप गाय की हत्या नहीं कर सकते. यही नहीं, कंगना ने ये भी बताया कि मणिकर्णिका में एक सीन है जिसमें वो एक गाय को बचाने जाती है. लेकिन यूनिट के डिरेक्टर वगैरह सब इस बात को डिस्कस करने में लग जाते हैं कि गाय नहीं बकरी/बकरी के बच्चे को बचाना है.
ये भी नहीं, कंगना औरतों के हक के लिए इतना लड़ती हुई दिखाई देती हैं. लेकिन पूरे इंटरव्यू में उन्होंने जग्गी वासुदेव से ये तक नहीं पूछा कि उनकी पत्नी कैसे गुज़र गईं जबकि वो पूरी तरह हेल्दी थीं? जग्गी वासुदेव ने कहा कि उनकी पत्नी ने महासमाधि ले ली, और कंगना ने इस बात पर चूं तक नहीं की. एक सवाल तक नहीं. ये तक नहीं कि जग्गी की पत्नी के पिता ने जग्गी पर मर्डर का चार्ज लगाया है. ये वही 'बोल्ड' एक्ट्रेस हैं जिन्होंने जब करण जौहर और फिल्म इंडस्ट्री में चल रहे वंशवाद का विरोध किया था, तो कई एक्टर्स के साथ आम भारतीय भी उनके साथ खड़े थे.
और हां, ये वही कंगना हैं जो बीते कुछ समय तक बॉलीवुड में 'स्मॉल टाउन' और 'सेल्फ मेड' महिला एक्टर बन मीडिया में स्त्री-विरोधी पत्रकारों के छक्के छुड़ा रही थीं.
सब देख रहे हैं कि इतिहास पर आधारित जो फिल्में बन रही हैं उनको कितना विरोध झेलना पड़ रहा है. कहीं इस विरोध से बचने के लिए तो कंगना ने राईट विंग के सामने सिर नहीं झुका दिया है? या फिर देश में चलती हवा को देखकर उन्होंने जाहिर कर दिया है कि थूककर चाटना ही पड़ा, तो वो ये भी करने को तैयार रहेंगी?
कंगना का दोगलापन बुरा नहीं, घिनहा है. चीप है.
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