मेरे सास-ससुर मेरी इज्जत नहीं करते, झूठ बोलते हैं. क्या करूं?

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ऑडनारी ऑडनारी
जुलाई 03, 2018
प्यार एक सहज प्रक्रिया है. फोटो क्रेडिट- Reuters

रीडर का सवाल: रिलेशनशिप में आते कैसे हैं? रिलेशनशिप बहुत ओवरहाइप लगती है लेकिन आज की जनरेशन में हर कोई रिलेशनशिप में है इससे पियर प्रेशर होता है, पियर प्रेशर से बचने के लिए क्या करें?

जवाब सौरभ द्विवेदी (संपादक, दी लल्लनटॉप) द्वारा :

  • यह बहुत सहज-स्वाभाविक प्रक्रिया है. जैसे आपको भूख लगती है, जैसे आपको प्यास लगती है वैसे ही आपको प्यार की ज़रूरत महसूस होती है. बच्चे का पहला सायास अनुभव होंठ चलाना होता है. बच्चा सबसे पहले मां का दूध पीता है, उसे वो अच्छा लगता है क्योंकि वह उसे खाना खिला रहा है. हम बड़े होते हैं, प्यार में पड़ते हैं ये सहज प्रक्रिया है. वो लोग बहुत बदकिस्मत होते हैं जिन्हें प्यार नहीं होता, जो किसी से प्यार नहीं करते या जिन्हें कोई प्यार नहीं करता. प्यार नहीं होता में आप तय नहीं कर सकते लेकिन प्यार करने के लिए आप तय कर सकते हैं. प्यार करना शाहरुख खान के डर वाला नहीं होना चाहिए. प्यार बहुत स्वाभाविक रूप से होता है. उसके लिए आपको कुछ करने की ज़रूरत नहीं है. आप सामान्य मनुष्य होने की कोशिश करिए. जो चीज़ें आपको अच्छी लगती हैं करिए.
  • पियर प्रेशर जैसी चीज़ें फालतू होती हैं. ये वो लोग ज़्यादा महसूस करते हैं जिनके पास कुछ करने को नहीं होता. हमारे पास बहुत कुछ है करने को, जो अच्छा लगता है वो करें. पियर प्रेशर के चक्कर में आपको लगता है कि आपके पास पार्टनर नहीं है, पार्टनर होना भी ज़रूरी है लेकिन वो आपकी ज़िन्दगी का इकलौता सत्य नहीं हो सकता. लोगों ने अपनी बदमाशियों को छिपाने के लिए पियर प्रेशर नाम की एक आड़ बना ली है. आपका दोस्त अगर ड्रग्स लेता है तो क्या आप भी ड्रग्स लेने लगेंगे? अगर आपका दोस्त फेल हो गया तो पियर प्रेशर में आप फेल तो नहीं हो जाएंगे. आप पियर प्रेशर के नाम का बहाना खोजते हैं क्योंकि आप अपने किए की ज़िम्मेदारी नहीं लेना चाहते. आप रिलेशनशिप में आना चाहते हैं तो आइए लेकिन पियर प्रेशर की आड़ मत लीजिए. किसी ग़लत या मिसमैच रिलेशनशिप में रहने से बेहतर है कि आप सिंगल रहें. ‘Good masturbation is better than bad sex.’ वो यहां भी लागू होता है. पियर प्रेशर मत लीजिए, आपको उससे डील करना चाहिए. रिलेशनशिप जीवन का एक हिस्सा मात्र है.   

रीडर का सवाल: मैं घर से दूर दूसरे शहर में काम करती हूं. मेरे पति, मेरे सास-ससुर मेरी इज़्ज़्त नहीं करते. मुझसे पैसे और पारिवारिक मसलों के बारे में झूठ बोलते हैं. मेरे पति मेरे माता-पिता की भी इज़्ज़्त नहीं करते. मुझे इस रिश्ते में रहने चाहिए या तलाक लेना चाहिए?

जवाब सौरभ द्विवेदी (संपादक, दी लल्लनटॉप) द्वारा :

अगर आपके पति आपकी और आपके माता-पिता की इज़्ज़्त नहीं करते हैं तो आपको तुरंत इस रिश्ते को खत्म कर देना चाहिए. भारत में लड़कों को इस तरह पाला जाता है या सिखाया जाता है कि आपका ससुराल पक्ष आपके पैरों में गिरा रहें. उनको हेय दृष्टि से देखना है. वो आपको दहेज़ दें, आपकी खिदमत करें, ये सब ढकोसला है. अगर आपका पार्टनर आपके माता-पिता की इज़्ज़्त नहीं करता है तो उसे छोड़ देना चाहिए. शादी इसलिए होती है कि आप अपनी ज़िन्दगी में बेहतर करें, इसके लिए ज़रूरी है कि आपका आत्मसम्मान बना रहे. अगर आपसे झूठ बोला जा रहा है तो आपको खुद के लिए निर्णय लेना चाहिए. आप तय करें, अपने पति से बात करें और अगर आपकी नहीं बनती है तो इस रिश्ते को खत्म कर दें.


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