लद्दाख बौद्ध संघ का पूर्व अध्यक्ष मां की मदद के बहाने बेटी का यौन शोषण करता था, केस दर्ज
शर्मनाक! आरोपी के समर्थन में प्रोटेस्ट कर रहे हैं लोग.
(यह खबर हमारे साथ इंटर्नशिप कर रहे अनुराग अनिमेष ने लिखी है.)
लद्दाख बौद्ध संघ. ये संघ बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए काम करती है. इसके एक पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हाल ही में केस दर्ज किया है. वजह? उन पर नाबालिग के यौन शोषण का आरोप है. इनका नाम है त्सावांग थिनल्स, जिन पर प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस (POCSO) अधिनियम और RPC की धारा 354 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
ये पहली बार नहीं है जब थिनल्स पर इस तरह के आरोप लगे हैं. कुछ वक्त पहले भी एक महिला ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.
इस मामले में हमने आज तक के लद्दाख के रिपोर्टर से बात की. उन्होंने बताया, 'नाबालिग की मां बीमार थी और लद्दाख बौद्ध संघ के उस वक्त के अध्यक्ष त्सावांग थिनल्स उनकी मदद कर रहे थे. इसी दौरान बच्ची का यौन शोषण किया गया. बच्ची की शिकायत के बाद पुलिस ने 1 जुलाई को केस दर्ज किया. केस दर्ज होने के तुरन्त बाद बौद्ध संघ ने त्सावांग को पद से हटा दिया.'
LSWSD का प्रेस रिलीज़
मामला सामने आने के बाद लद्दाख स्टूडेंट वेलफेयर सोसाइटी दिल्ली (LSWSD) ने थिनल्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. साथ ही बौद्ध धर्म संघ को भंग करने की भी मांग की. विरोध में LSWSD के शामिल होने के बाद इस मामले ने और तूल पकड़ लिया.
वहीं, बौद्ध धर्म को मानने वाले कई लोग इस मुद्दे को राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं. उनका मानना है कि थिनल्स को फंसाया जा रहा है. वो थिनल्स के समर्थन में रैलियां निकाल रहे हैं. इनका मानना है कि थिनल्स काफी यंग और चर्चित हैं. ऐसे में उनके सहयोगी ही उन्हें फंसाने की कोशिश कर रहे हैं.
दूसरी तरफ, लद्दाख बौद्ध संघ ने बयान कर इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया है. संघ का कहना है कि थिनल्स ने जो भी किया वो वक्तिगत तौर पर किया. इसका लद्दाख बौद्ध संघ से कोई लेना-देना नहीं है. संघ इसका समर्थन नहीं करता है और किसी भी प्रकार के जांच में पूरा सहयोग करने के लिए तैयार है.
फिलहाल आरोपी फरार है और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
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