सीरियल रेपिस्ट जीवाणु: 25 नाबालिग लड़कों समेत 40 पुरुषों और किन्नरों का रेप करने वाला आदमी
दो साल पहले कोर्ट में पेशी के वक़्त भाग निकला था, अब पकड़ा गया है.
जयपुर में राजस्थान पुलिस ने सीरियल रेपिस्ट को गिरफ्तार किया है. जयपुर में 7 साल से भी कम उम्र की 2 बच्चियों से रेप करने के बाद कोटा में छुपा बैठा हुआ था. जयपुर में रेप करने के बाद सामने आ रहे इसके कारनामे दिल दहला देने वाला है. आजतक के संवाददाता शरत कुमार ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि सिकंदर को इससे पहले भी हिरासत में भेजा जा चुका है. 2014 और 2015 में छोटी बच्चियों से रेप के मामले में ये गिरफ्तार हुआ था. बाद में पेशी के लिए कोर्ट ले जाते वक्त भाग निकला था. हालांकि पुलिस ने बाद में गिरफ्तार कर लिया था. कुछ समय पहले ही वो जमानत पर बाहर आया था. बीती 22 जून और 1 जुलाई को इसने जयपुर शहर में दो बार छोटी बच्चियों के साथ रेप किया है. इसके बाद जयपुर शहर में तनाव था. हालात इतने बिगड़ गए कि पुराने शहर में इंटरनेट सेवा तक बंद करनी पड़ी थी.
इसके सन्न कर देने वाले क्राइम
सीरियल रेपिस्ट जीवाणु के अविश्वसनीय अपराध सामने आए हैं. अपने आप को मौत का कहर बताने वाले सिकंदर उर्फ जीवाणु ने अब तक छोटी बच्चियों के साथ-साथ, 25 से ज़्यादा नाबालिग़ लड़कों का रेप किया है. सीरियल रेपिस्ट जीवाणु 40 पुरुषों और किन्नरों के साथ यौन शोषण कर चुका है. सिकंदर महिलाओं की तुलना में कम उम्र के पुरुषों के साथ अप्राकृतिक यौन शोषण करता था. आरोपी सिकंदर उर्फ जीवाणु के कई नाम हैं. इसे अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नामों से जाना जाता था. सिकंदर अपने एक साथी रफीक उर्फ कीटाणु के साथ मिलकर चोरियां और लूट की वारदात को अंजाम देता था. दोनों में एक रात में ज्यादा चोरियां करने की होड़ रहती थी. दोनों ड्रग्स की तस्करी करते थे. सप्लाई देते थे जयपुर के परकोटा इलाके में
2 दशक पुराने इस अपराधी ने 2001 में पहली वारदात की थी. तब नाबालिग था, इसलिए छूट गया था. 2014 में भी एक छोटी बच्ची के साथ रेप करके उसने हत्या कर दी थी. इस मामले में इसे आजीवन कारावास की सजा मिली थी. लेकिन 2015 में इसे जमानत मिल गई थी. 2015 में भी जमानत पर बाहर आने के बाद उसने भट्टा बस्ती इलाके में दो बच्चों का यौन शोषण किया था. 34 साल यह सिलसिला चल चूका है.
ये सीरियल रेपिस्ट अकेला रहता है. जयपुर के नाई की थड़ी इलाके में. इस पर अब तक 12 केस दर्ज हो चुके हैं और 6 बार जेल जा चुका है .
ऐसे पकड़ा गया
जयपुर में सिकंदर की वजह से सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए पुलिस ने 400 पुलिसकर्मियों की 20 टीमें बनाई थी. आरोपी के मोबाइल नंबर की लोकेशन को खंगालते हुए पुलिस कोटा तक पहुंची. सिकंदर को ढूंढने के लिए पुलिस ने डीसीपी लेवल के अधिकारियों की देख-रेख में टीमें बनाई थीं. इसकी पहचान CCTV के ज़रिए हो पाई. ये 4 साल की बच्ची को मोटर साइकिल पर बैठाकर ले गया था. पुलिस ने जब अपराधियों की सूची में खंगालना शुरू किया, तो सिकंदर का पूरा काला चिठ्ठा सामने आ गया.
आरोपी को पकड़ने के बाद पूरी कार्रवाई के बारे में बताते सीनियर पुलिस ऑफिसर.
पुलिस के मुताबिक पिछले तीन मामलों में एक जैसा मोडस ऑपरेंडी था. आरोपी छोटी बच्चियों से कहता कि पिता, भाई या रिशतेदार बुला रहे हैं और फिर मोटरसाइकिल पर बैठा कर ले जाकर उनका रेप करता और फिर फेंक देता था . पुलिस पूछताछ में उसने कबूला है कि 1 जुलाई और 22 जून को जयपुर के शास्त्रीनगर इलाके में 7 साल और 4 साल की बच्ची के साथ रेप किया है. 6 जुलाई की शाम 5:00 बजे सिकंदर कोटा में चाय की टपरी पर था. पुलिस मौके पर पहुंची और उसे दबोच लिया. पुलिस ने सिकंदर के घर में छापेमारी की. वहां पुलिस की कॉपी मिली है जिसमें लिखा था- सिकंदर उर्फ मौत का कहर. कॉपी के पहले पेज पर उसने एक महिला का स्केच बनाया हुआ था. नाम लिखा था- शहनाज . इसी कॉपी के आखिरी पेज पर आरोपी ने खुद का भी स्केच बनाया हुआ था.
ये कितना शातिर अपराधी है
इसका अंदाजा आप इसकी हरकतों से लगा सकते हैं. इसने पूछताछ में बताया कि
1 जुलाई को शास्त्री नगर में बच्ची से रेप के बाद यह 2 जुलाई को जयपुर में ही नाई की थड़ी के पास छिपा था. मीडिया में सीसीटीवी फुटेज देखी तो फरार हो गया. फिर सांगानेर में जाकर मजदूरों के साथ फुटपाथ पर सो गया था. 4 जुलाई को टोंक की ओर भाग गया था. फिर 5 जुलाई को देवली के किसी ठेके पर सेल्समैन से झगड़ा किया. ठेके के मैनेजर सोहन लाल को गोली मारी और 20 हजार रुपये लेकर फरार हो गया. देवली में लूट के बाद आरोपी जीवाणु कोटा में अपने दोस्त के पास छिपा हुआ था. अब ये कह रहा है कि कोटा में दोस्त और उसके परिवार को ना मारना इसकी सबसे बड़ी गलती थी.
प्रदर्शन करते वकील.
बहरहाल, जयपुर के बार एसोसिएशन ने सभी वकीलों से आवाह्न किया है कि सीरियल रेपिस्ट जीवाणु का केस कोई ना लड़े. जब सोमवार को इसे कोर्ट ले जाया गया तो वकीलों ने इसे जमकर पीटा. हालांकि पुलिस ने हालात को सामान्य करने की काफी कोशिश की. पुलिस अब भी मुस्तैद है.
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