रेप की शिकायत करने गई लड़की के साथ कमिश्नर का ऐसा बर्ताव देखकर भरोसा उठ गया
रेप सर्वाइवर को खुद मीडिया में आना पड़ा क्योंकि पुलिस की हरकत घिनही है.
गुजरात का नेहरूनगर इलाका, मार्च का महीना.
एक स्कॉर्पियो कार रुकती है. उसमें से मंकी कैप पहने दो लोग पास खड़ी लड़की को किडनैप करते हैं. चलती कार में उसका रेप करते हैं, वीडियो बनाते हैं, बुरी तरह पीटते हैं. कहते हैं कि लड़की इस बारे में किसी से न बताए नहीं तो उसे, उसकी बहन और बॉयफ्रेंड को जान से मार दिया जाएगा. धमकी के डर से लड़की चुप रहती है. फिर कुछ दिनों बाद उसकी फ्रेंड उसे रेप वाले दिन कार में छूटा हुआ उसका मोबाइल और पर्स वापस करती है.
कुछ दिनों बाद: गुजरात का इसनपुर इलाका
फिर उस लड़की को किडनैप कर लिया जाता है. मंकी कैप पहने चार लोग उसका रेप करते हैं. तस्वीरें खींचते हैं, वीडियो बनाते हैं. अब ये वीडियो व तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालने देने की धमकी देते हैं. उससे पैसे की मांग करते हैं. आरोपी उसे ब्लैकमेल कर उससे 3700 रुपये और सोने की अंगूठी लेते हैं.
इस तरह मानसिक तौर पर परेशान लड़की खाना-पीना छोड़ देती है. अपने कमरे में बंद रहती है. ये सब देखकर उसके माता-पिता ने गुजरात के महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर कॉल किया. महिला हेल्पलाइन नंबर की जिला कोऑर्डिनेटर फाल्गुनी जी ने बताया कि वो लोग लड़की के घर पहुंचे. लड़की किसी से बात नहीं करना चाह रही थी. लेकिन उन लोगों ने उसे समझाया कि वो अपनी बातें उनसे शेयर कर सकती है. किसी से डरने या परेशान होने की जरूरत नहीं है.
लड़की की पूरी बात सुनने के बात उसे बताया जाता है कि वो इस मामले में क्या-क्या कर सकती है. लड़की ने कहा कि वो एफआईआर दर्ज कराना चाहती है. केस दर्ज हो जाता है. लगता है कि कार्रवाई होगी, मामले की जांच की जाएगी और दोषियों को सजा मिलेगी.
लेकिन नहीं, 1 जुलाई को लड़की मीडिया के सामने आती है. क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर जेके भट्ट पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाती है. लड़की के मुताबिक पूछताछ के दौरान उसे मानसिक तौर पर उत्पीड़ित किया गया.
लड़की ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोते हुए बताया, 'उन्होंने मेरे साथ बेहद खराब तरीके से ऊंची आवाज़ में बात की. ऐसे सवाल किए, जो किसी क्रिमीनल से किए जाते हैं. मुझे धमकाते हुए बयान बदलने के लिए कहा. इसी वजह से मुझे मीडिया के सामने आना पड़ा है. उन्होंने कहा आरोपी गाय जैसे सीधे हैं, वो ऐसा कुछ नहीं कर सकते. चाहो तो रेप की जगह ठगी की शिकायत दर्ज करा लो. थोड़ी सजा दिलवा दी जाएगी. रेप क्या होता है, वो तुम कैसे कह सकती हो. लकड़ी जैसी किसी चीज़ का इस्तेमाल हुआ है तो उसे रेप नहीं कह सकते हैं.'
इसके बाद लड़की ने बताया कि उसका परिवार उसके साथ है. इसलिए वो ये लड़ाई लड़ रही है और लड़ती रहेगी.
लड़की के इन आरोपों के बाद अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर एके सिंह क्राइम ब्रांच पहुंचे और केस के बारे में पूरी जानकारी हासिल की. उन्होंने ने बताया कि लड़की की मदद के लिए एक सपोर्ट टीम बनाई गई है. इसमें एक काउंसलर शामिल है, जो बयान दर्ज कराते वक्त लड़की के साथ रहेगा. पुलिस कमिश्नर के मुताबिक लड़की के आरोपों के बाद ये उनके विभाग की नैतिक जिम्मेदारी है कि वो लड़की को विश्वास दिलाएं कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच करेगी.
इस मामले में कुछ लोगों को पकड़ा गया है. एक आरोपी ने पुलिस को बताया कि लड़की के बॉयफ्रेंड के कहने पर ये सब किया गया. पुलिस ने लड़की के बॉयफ्रेंड को भी पकड़ा है. लड़की की जिस सहेली ने उसका पर्स और फोन वापस किया था. उसे भी हिरासत में लिया गया था. बाद में उसे छोड़ दिया गया. अहमदाबाद से आजतक की एसोसिएट एडिटर गोपी घांघर ने बताया कि आरोपी लड़की के ही क्लासमेट हैं. लड़की के घरवाले उसकी शादी उसके बॉयफ्रेंड से कराने को तैयार थे. लेकिन उसके बॉयफ्रेंड का परिवार राज़ी नहीं हुआ. इस पूरे मामले की जांच अब अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर एके सिंह की निगरानी में हो रही है.
(इस पूरे मामले की जानकारी अहमादाबाद से आजतक की एसोसिएट एडिटर गोपी घांघर ने दी है.)
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