क्या ठंड आते ही आपकी भी पीरियड साइकिल गड़बड़ा जाती है?
मौसम का पीरियड साइकिल से क्या लेना-देना?

हर साल ठंड आते ही, 27 साल की रिशिका के पीरियड्स गड़बड़ा जाते थे. कभी दो हफ़्ते जल्दी. कभी 10 दिन लेट. कभी बहुत ज़्यादा ब्लीडिंग. कभी दो दिन में ही खत्म.
और ऐसा सिर्फ़ रिशिका के साथ ही नहीं हो रहा था. 19 साल की वंदना की भी यही कहानी थी. नवंबर से फ़रवरी तक पीरियड्स उसे बहुत परेशान करते थे. ऐसा कई औरतों के साथ होता है. ठंड आते ही उनकी पीरियड साइकिल हिल जाती है. तो क्या वाकई ठंड से पीरियड्स का कोई तालुक है? ये जानने के लिए हमने डॉक्टर अनुराधा कपूर से बात की. वो मैक्स हॉस्पिटल, नई दिल्ली में स्त्रीरोग विशेषज्ञ हैं. वो कहती हैं:
“नहीं, इन दोनों (यानी ठंड और पीरियड्स) में कुछ कॉमन नहीं है. पीरियड्स में अगर कोई भी दिक्कत आती है वो एक वजह से होती है. हॉर्मोनल इम्बलेंस. बाकी सब मिथ है बस.”
हमनें सोचा कुछ और डॉक्टर्स से भी पुछ लिया जाए. तो हमने डॉक्टर किरन कुमार और डॉक्टर शालिनी राजाराम से बात की. ये फ़ोर्टिस मुंबई और बेंगलुरु में स्त्रीरोग विशेषज्ञ हैं. दोनों ने डॉक्टर अनुराधा कपूर की बात पर सहमति जताई.
अब अगर सारे डॉक्टर्स इस बात को नकार रहे हैं तो क्या इसमें कोई भी सच्चाई नहीं है? दरअसल मामला थोड़ा पेचीदा है. ये बात सच है कि ठंड का कोई सीधा असर पीरियड्स पर नहीं पड़ता. और पीरियड्स में अगर कोई भी दिक्कत होती है तो उसकी वजह आपके हॉर्मोन्स हैं. पर एक बात गौरतलब है.
फ़ोटो कर्टसी: ट्विटर
धूप हमारे शरीर में विटामिन डी और डोपामाइन (एक तरह का हॉर्मोन) बनाता है. ये आपका मूड अच्छा करता है, आपको कंसन्ट्रेट करने में मदद करता है, साथ ही ख़ुशी भी महसूस कराता है. बगैर विटामिन डी और डोपामाइन के पीरियड्स के दौरान होने वाले मूड स्विंग्स बहुत ज़्यादा एक्सट्रीम होते हैं. इनसे निपटना भी बहुत मुश्किल होता है.
ठंड के दौरान हम ज़्यादातर घर के अंदर रहते हैं. साथ ही हम खाते ज़्यादा हैं और फिज़िकल एक्सरसाइज़ भी कम करते हैं. इसका असर पड़ता है प्रीमेंसटूरल लक्षणों पर. जो औरतें ज़्यादा एक्टिव होती हैं उनकी पीरियड्स साइकिल ज़्यादा आसान होती है, मुकाबले उन औरतें के जो एक्सरसाइज़ नहीं करतीं. बस इकलौता यही कनेक्शन है.
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