महिलाओं के लिए दुनिया की बेस्ट योग गुरू कहलाने वाली गीता अयंगर का निधन
आखिरी समय तक सिखाती रहीं योग
मशहूर योग गुरू गीता अयंगर का देहांत हो गया है. योग गुरू बी. के. एस. अयंगर की बेटी गीता अयंगर को दिल का दौरा पड़ा और वो नहीं बच सकीं. 16 दिसंबर 2018 को 74 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली.
दो दिन पहले ही उनके पिता का जन्मदिन मनाया गया था. पूरी दुनिया में उन्हें 'सबसे बेहतर महिला योग गुरू' के रूप में जाना जाता था. वो महिलाओं को योग करने के लिए प्रेरित करती थीं. उन्होंने एक किताब भी लिखी, जिसका अनुवाद कई सारी यूरोपियन भाषाओं में हो चुका है. उनकी किताब का नाम था, 'योगा- ए जेम फॉर विमन'. वो महिलाओं के लिए योग पर बहुत ज़ोर देती थीं.
गीता अयंगर को दिल का दौरा पड़ा और वो नहीं बच सकीं. फोटो क्रेडिट- ट्विटर
उन्होंने अपने पिता की तरह महिलाओं के लिए खास योग आसनों पर काम किया. महिलाओं की उम्र के अलग-अलग पड़ाव पर उनके शरीर में बहुत से बदलाव होते हैं. उनको ध्यान में रखते हुए गीता अयंगर ने आसन और प्राणायाम बताए. कैसे योग महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकता है, उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग बेहद लाभकारी सिद्ध होता है. ये सभी बातें वो पूरी ज़िंदगी लोगों को बताती रहीं.
वो आखिरी समय तक काम करती रहीं. फोटो क्रेडिट- ट्विटर
गीता अयंगर को योग का ज्ञान अपने पिता से मिला. वो बचपन से ही अपने पिता के साथ योग करती थीं. 16 साल में ही वो योग सिखाने लगी थीं. उसके बाद उन्होंने आयुर्वेद में पीएचडी की. आयुर्वेद के चिकत्सकीय ज्ञान को उन्होंने योग के साथ इस्तेमाल किया.
वो बचपन से ही अपने पिता के साथ योग करती थीं. फोटो क्रेडिट- ट्विटर
वो आखिरी समय तक काम करती रहीं. वो पिछले तीन सालों से पूरे देश में योग सिखाने के लिए भ्रमण कर रही थीं. हर दिसंबर में 10 दिन का एक शिविर लगता है जो 14 दिसंबर को उनके पिता के जन्मदिन पर समाप्त होता है. वो हर साल इसमें हिस्सा लेकर पूरे ज़ोर शोर से काम करती थीं.
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