बचपन में लगाये पेड़ कटने लगे तो रोने लगी बच्ची, अब ब्रांड एम्बैसडर बन गई है
वैलेंटिना अब मणिपुर को हराभरा बनाने वाले मिशन का हिस्सा है.

9 साल की वैलेंटिना एलंगबाम देवी मणिपुर में रहती है. उसे राज्य को हराभरा बनाने वाली ‘ग्रीन मणिपुर मिशन’ योजना एम्बेसडर बनाया गया है. वैलेंटिना कोई सेलेब्रिटी नहीं है. लेकिन उसे इसके लिए चुनने के पीछे एक बहुत ही प्यारी वजह है.
दरअसल राज्य के काकचिंग जिले में सड़क को चौड़ा करना था. इसके लिए कई पेड़ काटे जा रहे थे. इस दौरान 3 अगस्त को उसके लगाए पेड़ भी काट दिए. बच्ची जब पहली क्लास में पढ़ती थी, तब उसने गुलमोहर के दो पड़े लगाये थे. अपने पेड़ कटते देखकर वैलेंटिना रोने लगीं.
वीडियो में बच्ची अपने चाचा के सामने रोते हुए पेड़ कटने का दुख जाहिर कर रही है. बच्ची मणिपुरी भाषा में कहती है,
'मैंने इन पेड़ों को खुद लगाया था. मैं इन पेड़ों को काफी प्यार करती थी. मुझे इनको कटते हुये देखने के बाद काफी दुख हो रहा है. वो पेड़ मेरे भी ज्यादा बड़े हो गए थे, फिर उन्हें क्यों काट दिया गया. बच्ची ने कहा कि दो पेड़ों की जगह अब 20 नए पौधे लगाएगी.'
पेड़ कटने के बाद बच्ची का रोते हुए वायरल होता वीडियो.
वैलेंटिना हियांगलाम माखा लीकाई इलाके में रहती है. उसका ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद सीएम एन बीरेन सिंह ने उसे एम्बैसडर बनाने का फैसला किया. उन्होंने कहा,
'हमने 18 जुलाई को मुख्यमंत्री ग्रीन मणिपुर मिशन को लॉन्च किया था. वीडियो देखने के बाद अचानक मेरे दिमाग में यह बात आई कि इस बच्ची को मिशन का ग्रीन एम्बेसडर बनाया जाना चाहिए. बुधवार को इसके आदेश सरकार ने जारी कर दिए हैं.'
इस योजना की एम्बैसडर बनने के बाद वैलेंटिना सरकार के कई विज्ञापनों और कार्यक्रमों और वन्य अभियानों का हिस्सा बनेंगी. बच्ची की मां एलांगबाम शाया ने कहा कि मैं सरकार का इस बात के लिए धन्यवाद करती हूं. उन्होंने मेरी बेटी को बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है.
बच्ची ने बेहद नादानी में वो बात कह दी, जिसे बड़े-बड़े पर्यावरण वैज्ञानिक समझा-समझाकर थक चुके हैं. धरती का तापमान हर साल बढ़ रहा है. प्रदूषण बड़ रहा है. हरियाली खत्म हो रही है. अगर हरियाली को नहीं सहेजा तो आने वाली पीढ़ियां वाकई रोने को मजबूर होंगी.
लगातार ऑडनारी खबरों की सप्लाई के लिए फेसबुक पर लाइक करे