वो 5 गलतियां जो नई मांएं अक्सर बच्चों को दूध पिलाते समय करती हैं
मां का फ़र्ज़ निभाते हुए कहीं अपनी सेहत तो नहीं भूल गईं आप?
निशा नई-नई मां बनी थी. सबसे सुना था कि मां का दूध ही बच्चे के लिए सबसे सेहतमंद होता है. पर जब उसने स्तनपान कराना शुरू किया तो उसे काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. वो बच्चे को जब दूध पिलाती थी तो वो उलट देता था. भूखा रोता रहता था. निशा को समझ में नहीं आ रहा था कि वो क्या करे. जब डॉक्टर की सलाह ली तो उसे पता चला वो एक बहुत बड़ी गलती कर रही थी. दूध पिलाते वक़्त उसके बच्चे का सर लटका होता था. इस कारण वो दूध निगल नहीं पा रहा था.
निशा अकेली ऐसी नई मां नहीं है जिसे दूध पिलाने में दिक्कत होती है. हमें से कई औरतें जाने-अनजाने में कुछ गलतियां कर जाती हैं. ऐसी नई माओं की सहूलियत के लिए हमने एक स्त्री रोग विशेषज्ञ से बात की. डॉक्टर साधना काला दिल्ली के मूलचंद अस्पताल में गाइनकॉलजिस्ट हैं. उन्होंने कुछ ज़रूरी टिप्स दीं.
1. डिलीवरी के बाद लेटकर बच्चे को दूध न पिलाएं
डिलीवरी के तुरंत बाद मां बच्चे को दूध पिलाती है. पर क्योंकि वो थकी होती है, ये काम वो लेटे-लेटे करती है. और ये एक बड़ी गलती है. जब आप बच्चे को दूध पिला रहे हों तो दो चीज़ों का ध्यान दीजिएगा:
-आप लेटी न हों.
-आप ने करवट न ली हो.
अगर आप ऐसी पोजीशन में बच्चे को लिटाकर दूध पिलाएंगी तो उसकी नाक बंद होने की चांसेस हैं. बेहतर ये है कि आप बैठी हों. या बिस्तर पर टेक लगाया हो.
2. गोद में बच्चे को सीधा न लिटाएं
बच्चे को दूध पिलाते समय मां उसे गोद में लेटाती है. इस समय उसपर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है. बच्चे का सर उसके शरीर से थोड़ा उठा होना चाहिए. इसके लिए उसकी गुद्दी के नीचे हाथ रखिए. उसके बाद उसका सर हल्का सा ऊपर उठाइए.
इससे वो दूध आसानी से निगल पाएगा. उगलेगा नहीं.
3. अपना स्तन बच्चे के चेहरे पर न दबाएं
ये बहुत आम गलती होती है. औरतें ज़्यादातर अपना स्तन बच्चों के चेहरे के ऊपर रख देती हैं. उनको लगता है बच्चा दूध पीलेगा. पर ऐसा न करें. स्तन का भार बच्चे के मुंह पर न डाले. इससे उसकी सांस रुक सकती है. तो अपना स्तन अपने हाथों से उठाएं. निप्पल को बच्चे के मुंह में डाले. साथ ही जब वो दूध पी रहा हो तो उसपर ध्यान रखें. उसके मुंह के आसपास किसी भी प्रकार का भार न डालें.
4. अगर लगे कि दूध नहीं बन रहा
बहुत बार औरतों को लगता है कि उनका दूध कम बन रहा है. या बन ही नहीं रहा. पर असल में माजरा कुछ और होता है. उनका निप्पल बच्चे की मुंह की रगड़ से छिल जाता है. इस वजह से दूध आसानी से बाहर नहीं निकलता. इससे न ही सिर्फ़ बच्चे को दूध पीने में दर्द होता है. बल्की मां को भी बहुत दर्द होता है. इसका उपाय ये है कि निप्पल की खाल को चिकना रखा जाए. इसके लिए उसे रोज़ धोएं. और उसके बाद नारियल के तेल से उसका मसाज करिएं.
5. जो आप खा रही हैं, वही बच्चा पी रहा है
पैदा होने के कुछ महीनों तक सिर्फ़ आपका दूध की उसको पोषण देगा. वो और कुछ खा नहीं सकता. इसलिए आपको अपने खाने पर ध्यान देना होगा. क्योंकि आप जो भी खा रही हैं, वो उसके पेट में जा रहा है. उदहारण के तौर पर ये समझिए. आपने कुछ चटपटा खाया. जिसमें काफ़ी मिर्च थी. इस वजह से आपका दूध भी बच्चे को मिर्च का स्वाद देगा. साथ ही अगर आप कुछ ऐसा खा रही हैं जो गैस बनता है, तो आपके बच्चे को भी गैस बनेगी. कॉफ़ी भी आपको कम मात्रा में पीनी चाहिए. क्योंकि इससे आपके बच्चे की नींद पर असर पड़ेगा.
नई मां बनने के साथ-साथ काफ़ी जिम्मेदारियां आ जाती हैं. गलतियां भी होती है. पर ज़रूरी है कि आप ख़ुद पर कठोर होना बंद करें. दुनियां में ऐसा कोई भी इंसान नहीं है जिसने बच्चा पालने में गलती न की हो. आप डिलीवरी के बाद अपना ध्यान रखिए. और ख़ुश रहिए.
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