10 गाने जिन्हें बचपन में देखते वक़्त नहीं पता था, इनके एक्टर्स बन जाएंगे स्टार्स
आपको इनमें से कितने गाने याद हैं?
गाने तो हर दौर में बने. मगर जिस तरह 90 के दशक में हमें 'पॉप सॉन्ग' वाले कल्चर ने हिट किया. वैसा न पहले देखा गया. न बाद में. 90s से लेकर 2010 तक, यानी 20 साल के अंदर हम लोगों ने समझा और जाना कि किसी फिल्म के म्यूजिक ट्रैक के अलावा भी गीत बनते हैं. गैर-फ़िल्मी गीतों में हिट हुए अलीशा, अनायडा जैसे सिंगर्स. और कुछ समय बाद आए यूफोरिया (पलाश सेन), बैंड ऑफ़ बॉयज जैसे ग्रुप. फिर ये जाते रहे.
मगर जिन एक्टर्स को इन म्यूजिक विडियोज में ब्रेक मिला. उनमें से कई बन गए बाद में हीरो-हिरोइन.
1. समीरा रेड्डी: और आहिस्ता कीजिए बातें
(पंकज उधास, 1998)
2. रिया सेन: चूड़ी जो खनकी हाथों में
(फाल्गुनी पाठक, 1998)
3. प्रीति झंगियानी: कुड़ी जच गई
(मिलिंद इंगले, 1998)
4. गुल पनाग: कुछ तुम सोचो
(सोनू निगम, 1999)
5. शाहिद कपूर: आंखों में तेरा ही चेहरा
(आर्यन्स, 1999)
6. जॉन अब्राहम: चुपके चुपके सखियों से वो
(पंकज उधास, 1999)
7. आयशा टाकिया: मेरी चूनर उड़ उड़ जाए
(फाल्गुनी पाठक, 2000)
8.रिमी सेन: माएरी
(पलाश सेन/यूफोरिया, 2001)
9. निमरत कौर: तेरा मेरा प्यार
(कुमार सानू, 2004)
10. दीपिका पादुकोण: नाम है तेरा तेरा
(हिमेश रेशमिया, 2006)
लगातार ऑडनारी खबरों की सप्लाई के लिए फेसबुक पर लाइक करे