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वीरांगना भाग 7: सुचेता कृपलानी, जो आज़ाद भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं

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13 August,2019

सुचेता ने भारत छोड़ो आन्दोलन में हिस्सा लिया. ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की स्थापना की. 1942 में जब महात्मा गांधी पुणे में अनशन कर रहे थे, उस समय कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं के लिए अरेस्ट वारंट जारी हो चुके थे. सुचेता का नाम भी उनमें से था. लेकिन अनशन करते हुए महात्मा गांधी की तबियत बिगड़ने लगी थी. सुचेता अंडरग्राउंड थीं, लेकिन उन्होंने होम सेक्रेटरी से गुज़ारिश की कि वो एक बार गांधी जी से मिलना चाहती हैं. भले ही उनसे मिलने के बाद उनको अरेस्ट कर लिया जाए. वो खुद ही गिरफ्तारी दे देंगी. होम सेक्रेटरी ने गवर्नर से बात की, उन्हें गांधी जी से मिलने दिया गया. यही नहीं, उनको चेतावनी देकर मुंबई छोड़ने की बात कही गई. अरेस्ट नहीं किया गया उन्हें. बंटवारे के समय होने वाले दंगों में उन्होंने गांधी जी के साथ मिलकर काफी सहायता पहुंचाई. वो गांधी जी के साथ नोआखाली भी गई थीं 1946 में.