खुद को योगी की प्रेमिका बताने वाली महिला सीरियस मानसिक परेशानी से जूझ रही है

जिस ट्वीट पर प्रशांत कनौजिया को पुलिस ले गई, वो हंसी-मजाक की बात नहीं थी.

‘मेरी एक टीचर थीं, schizophrenia था उनको. पति कनाडा में रहते थे, इतने बूढ़े कि बिस्तर से उठ नहीं पाते. वो देहरादून में किसी भी औरत के पीछे चप्पल लेकर दौड़तीं कि इसका मेरे पति से अफेयर है. वो हमसे कहती थीं कि बीती रात अटल बिहारी वाजपेयी उनके पास आए थे, उनसे जबरदस्ती कर रहे थे. हम छोटे थे, फिर भी पता था कि वो बीमार हैं इसलिए ये सब बोलती हैं.’

मेरी एक दोस्त ने बताया इस बारे में. जब बात चली प्रशांत कनौजिया के अरेस्ट की. पत्रकार हैं. एक ट्वीट किया था, उस पर यूपी पुलिस उठा ले गई. सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया. पिछले दो तीन दिन से इस पर बवाल चल रहा है. पुलिस की इस हरकत की बुराई हो रही है, तो कई लोग प्रशांत के कमेन्ट पर टीका टिप्पणी कर रहे हैं.

इन सबके बीच उस औरत की बात कोई नहीं कर रहा जिसकी वजह से पूरा मामला सामने आया था. रिपोर्ट्स के अनुसार महिला का नाम हेमा सक्सेना है. कानपुर की है. मुख्यमंत्री आवास पर पहुंची और कहा कि वो योगी आदित्यनाथ की प्रेमिका है. उनसे मिलना चाहती है.सौ रुपए के स्टैम्प पेपर पर अपना लव लेटर लिख कर लाई. कहा कि योगी एक बार आकर बात कर लें. हेमा ने ये भी कहा कि वो योगी से एक साल से वीडियो चैटिंग कर रही है.

ये मामला हुआ. लोगों का ध्यान गया. लेकिन मामला बढ़ा नहीं. वहीं शायद दब भी जाता. लेकिन इसी महिला के मामले को लेकर प्रशांत कनौजिया ने ट्वीट कर दिया. बेहद छिछली पोस्ट ही थी. कोई बहुत मारक कमेंट्री नहीं थी स्टेट पर. लेकिन दिल्ली में यूपी पुलिस आई और प्रशांत को उठा ले गई. तो मामला फिर उखड़ा और अब सेटल होने का नाम नहीं ले रहा.

इस मामले में कई चीज़ों पर बहस हो सकती है. हो भी रही है. लेकिन उस औरत की बात कोई नहीं कर रहा जिसने इतना बड़ा स्टेप उठा लिया. कानपुर के नवाबगंज में रहने वाली हेमा के परिवार से कांटेक्ट किया गया. हमारे सूत्र ने बताया कि लड़की तलाकशुदा है. मेंटली डिस्टर्ब है. टीवी देखा करती थी, उस पर योगी को देखती थी. अपने-आप से बातें करने लगती थी.

hema-saxena-750x500_061019042703.jpgहेमा का वीडियो खूब चला. न्यूज चैनलों ने भी इसे कवर किया.

हेमा के पिता हार्ट पेशेंट हैं. मां ने हमारे रिपोर्टर रंजय सिंह से बात की. उन्होंने बताया कि हेमा बीएससी तक पढ़ी है. तीन साल पहले डिवोर्स हुआ था. ससुरालवाले दहेज़ मांगते थे. उसके बाद से ही वो परेशान रहने लगी थी. टीम जब हेमा के घर पहुंची वह घर पर नहीं थी. मां परेशान हैं कि उनके यहां पूछताछ करने वाले बहुत आ रहे हैं. डॉक्टर के पास वो चलने को कहती हैं हेमा से तो वो जाती नहीं है. सिर्फ योगी आदित्यनाथ के वीडियो वगैरह देखती रहती है.

ऐसा कोई पहला मामला नहीं है कि किसी पब्लिक फिगर के लिए किसी ने इस तरह संबंध की बात की हो. अभिषेक बच्चन की शादी जब ऐश्वर्या राय से तय हुई थी, तब भी उनके साथ काम कर चुकी एक लड़की ने कहा था कि वो उनकी गर्लफ्रेंड है. उन दोनों की शादी भी हो चुकी है. जाह्नवी कपूर नाम की इस लड़की के बारे में पता चला कि उसका तलाक हो चुका था. लेकिन उसने कहा कि वो दो साल से अभिषेक को डेट कर रही है. वो लोग जुहू में बराबर मिलते हैं. इस मॉडल ने अमिताभ बच्चन के बंगले प्रतीक्षा के बाहर अपनी कलाई काटने की भी कोशिश की थी.

jhanvi-abhi-750x500_061019042746.jpgजाह्नवी कपूर, वो मॉडल जिसने अभिषेक बच्चन को अपना पति बताया था.

एक्ट्रेस रवीना टंडन का भी ऐसा एक दीवाना था. मन ही मन रवीना को अपनी पत्नी माने बैठा था. जब उनकी शादी अनिल थडानी से हो गई, तब भी खुद को रवीना का पति ही समझता रहा. यहां तक कि ख़बरों के अनुसार उसने अनिल की कार और रवीना के घर पर पत्थर भी फेंके. ख़बरों की मानें तो वो रवीना को ‘पराए मर्द’ से बचाना चाहता था.

जांच करवाने पर पता चला, कि उस आदमी की मानसिक हालत ठीक नहीं थी. रवीना ने उसकी मदद करने का फैसला लिया और बात वहीं ख़त्म कर दी.

लेकिन जब भी महिलाओं के ऐसे मामले सामने आए, न्यूज वालों को मसाला मिल गया.

औरत का प्रेम जब पुरुष द्वारा स्वीकार हो जाए, तो ही प्रेम कहलाता है. वरना केवल एक भटकाव की परिभाषा के कोने में बिठा दिया जाता है. भटकाव, भ्रष्टाचार, भूल. पुरुष की स्वीकार्यता से परे वो उच्छिष्ट है, ऐसा सालों से दिमाग में कोंच-कोंच कर इस तरह भरा गया है कि किसी भी स्त्री को खुलकर प्रेम की मांग और अभिव्यक्ति करते देख हम होश खो बैठते है.

जाह्नवी कपूर, हेमा सक्सेना, नाम कोई भी रख लें आप. इनको मिलने वाला न्यूज फुटेज इस वजह से नहीं है क्योंकि ये प्रेम में चोट खाई हुई हैं. या क्योंकि इनकी मानसिक हालत खराब है. बल्कि इस वजह से है कि इनको स्वीकार नहीं किया गया. ये बेशरम होकर प्रेम की भीख मांग सकीं, क्योंकि इनके दिमाग ने इनका साथ नहीं दिया. वो सो कॉल्ड ‘समाज के कायदे कानून’ भूल गया.

woman-dad-750x500_061019042950.jpgहेमा के पिता की तबियत ठीक नहीं है. इनका पहले टेंट हाउस का काम था, जो अब बंद हो गया है.

हेमा के मामले में उनके घरवाले कह रहे हैं कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. तलाक के बाद अकेली पड़ी-पड़ी मानसिक रूप से बीमार हो गईं. इसी बीमारी ने उन्हें ‘लोकलाज’ भुला दी. सच्चाई और कल्पना के बीच का अंतर भुला दिया. और इस वजह से मजाक का एक आसान टार्गेट. मन से थक चुकी, अपनी राह से बेराह न समझ पाने वाली औरतें मांगती भी हैं तो क्या, प्रेम. पुरुष संतुलन खोता है, खून बहा देता है. मेरी न हो सकी तो किसी और की भी न हो सकोगी. औरत संतुलन खोती है, तो रो-रो सहारा मांगती है. प्रेम मांगती है.

और उसके लिए इन्हें सहानुभूति और इलाज की जगह सिर्फ कुचेष्टा, और उलाहने मिलते हैं. नहीं मिलता, तो प्यार.

 

 

 

 

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