उफनती हुई ब्रह्मपुत्र नदी के बीच इस बच्चे के जन्म को लोग चमत्कार क्यों बता रहे हैं?
असम में भयंकर बाढ़ और बारिश में जब उम्मीद की दो आंखें चमकीं.
असम में रहने वाले लोग इस वक्त बहुत परेशान हैं, क्योंकि लगातार हो रही बारिश की वजह से वहां बाढ़ आ गई है. ब्रह्मपुत्र नदी तो उफान पर है. असम के 33 में से 28 जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. 4157 गांव पानी में ही डूब गए हैं. 15 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. यानी हालत बद से बदतर होती जा रही है. इन हालातों के बीच, असम से एक ऐसी खबर आई है, जो थोड़ी राहत दे रही है, थोड़ी खुशी दे रही है. ये खबर है एक बच्चे के जन्म की.
इस बच्चे का जन्म ब्रह्मपुत्र नदी के ऊपर चल रही एक छोटी सी बोट पर हुआ. वो भी भारी बारिश के बीच.
क्या है पूरा मामला?
असम में एक जिला है गोलाघाट. वहां एक इलाका है मोहोरामुख. इसके तहत एक गांव आता है अफोला. इस गांव में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है. बाढ़ आई हुई है. अफोला में 24 साल की रूमी पथोरी रहती हैं. रूमी प्रेगनेंट थीं. उन्हें 15 जुलाई की रात को लेबर पेन शुरू हो गया. रूमी के पति दुलाल पथोरी ने कई जगह मदद के लिए कॉल लगाया. डॉक्टर्स, नर्स, आशा वर्कर्स सबको कॉल मिलाया. रात में एक लोकल डॉक्टर रूमी के घर भी पहुंचा. चेकअप करने के बाद डॉक्टर ने कहा कि रूमी को जल्द से जल्द अस्पताल ले जाना होगा. करीब चार घंटे तक कोशिश करने के बाद, दुलाल की मदद के लिए एक आशा वर्कर आई. और एक बोट का भी अरैंजमेंट हो गया.
असम में आई बाढ़ की एक तस्वीर. फोटो- इंडिया टुडे
रूमी को दुलाल ने बोट में बैठाया और वो लोग अस्पताल के लिए निकल पड़े. बोट उफनती हुई ब्रह्मपुत्र नदी पर तैर रही थी, लगातार बारिश हो रही थी. उसी वक्त रूमी ने बोट पर एक बच्चे को जन्म दिया. बाद में रूमी को बोकाखाट सिविल अस्पताल में एडमिट कराया गया.
रूमी और उसका बच्चा दोनों सुरक्षित हैं. और बच्चा भी हेल्दी है. अस्पताल के डॉक्टर्स से लेकर, हर कोई बच्चे के जन्म को चमत्कार कह रहा है. रूमी ने अपने बेटे का नाम कृष्णा रखा है. वो कहती हैं,
'बहुत तेज बारिश हो रही थी, उस वक्त मुझे लेबर पेन शुरू हो गया. हमें बड़ी मुश्किल से बोट मिली. मैंने किसी तरह अपने बेटे को जन्म दे दिया. मैं बहुत खुश हूं. मैंने अपने बेटे का नाम कृष्णा रखा है, क्योंकि वो बाढ़ आई हुई नदी के बीचोंबीच पैदा हुआ है.'
रूमी का परिवार इस वक्त बहुत खुश है. बाढ़ जैसी डरावनी हालत के बीच, उनके घर में खुशियां आई हैं. बाढ़ की वजह से दिक्कतें तो बहुत हैं, लेकिन कृष्णा ने सबके चेहरे पर मुस्कान ला दी है.
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