क्या होता है बादी, जिसकी वजह से खाने पर रोक-टोक लगाती है दादी
इसलिए राजमा चावल ज्यादा खाने पर पड़ जाती है डांट.
शीतल शर्मा. उम्र 26 साल है और पिछले कुछ सालों से नोएडा में रह रही हैं. वैसे है आजमगढ़ की. शीतल को राजमा चावल बेहद पसंद है. इतना कि रोज खा सकती है. लेकिन उसकी मां इस बात के लिए अक्सर उसे डांटती है. कि राजमा इतना मत खाया कर. बादी हो जाएगा.
ऐसी ही एक और लड़की है प्राची. कॉलेज में पढ़ती है. उसे भी उसकी दादी आए दिन खाने-पीने को लेकर उसे हिदायत देती रहती है. कि ये खाओ, वो मत खाओ. वो खाने से बादी होता है.
बादी. इसके डर से अक्सर घरों में बुजुर्ग एक खास तरह के खाने से परहेज करने पर जोर देते हैं. आखिर ये बला है क्या?
ये जानने के लिए हमने बात की डॉक्टर त्रिलोकी नाथ मढ़रिया से. वो BAMS डॉक्टर हैं. यानी बैचलर ऑफ आयुर्वेद, मेडिसिन और सर्जरी. छत्तीसगढ़ के एक गांव में प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं.
उन्होंने बताया कि आयुर्वेद के हिसाब से हमारे शरीर में तीन दोष होते हैं. इन्हीं तीन दोषों का इलाज आयुर्वेद में होता है. अब ये दोष कौन से हैं- वात, पित्त और कफ. ये तीनों हमारे शरीर को बनाने वाले पंच तत्वों से बने हैं. वायु और आकाश से बना है वात. अग्नि और जल से पित्त. जल और धरती से कफ. इन पर ज्यादा डिटेल में कभी और बात करेंगे. अभी के लिए इतना ही.
हेल्दी रहने के लिए जरूरी है कि इन तीनों दोषों का बैलेंस बना रहे. तीनों में वात सबसे पावरफुल होता है. बादी, जिसके बारे में हमारी दादी-नानियां बात करती हैं. वो वात से ही बना है.
प्रतीकात्मक फोटो- Pixabay
सरल शब्दों में कहें तो पेट में गैस की तकलीफ को बादी कहा जाता है. कई बार गैस की वजह से ब्लोटिंग होती है, यानी पेट फूला-फूला सा लगता है. एसिडिटी हो जाती है. पेट में जलन होती है. इस वजह से शरीर में सुस्ती आ जाती है.
इस वजह से ऐसी चीजें खाने से बचने को कहा जाता है जिससे गैस हो सकती है.
अब कौन सी हैं वो चीज़ें? जैसे राजमा, लोबिया, छोले, दालें. इनमें भरपूर फाइबर और प्रोटीन होता है. जो हेल्थ के लिए अच्छा माना जाता है. लेकिन इनमें कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो डायजेस्टिव प्रोसेस में दिक्कत पैदा करते हैं. ऐसे में ज्यादा मात्रा में इन्हें लेने पर पेट मैं गैस बन जाती है.
ज्यादा मसालेदार खाने से भी गैस की दिक्कत होती है. वहीं कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें दूध या उससे बनी कोई चीज़ खाने से गैस की समस्या हो जाती है. ऐसे लोगों को डेयरी प्रोडक्ट नहीं खाने की सलाह दी जाती है.
आमतौर पर गैस की दिक्कत से निजात पाने के लिए लोग फिज वाले कोल्ड ड्रिंक्स पीते हैं. इन्हें पीने के बाद डकार आती है और थोड़ी देर के लिए राहत भी महसूस होती है. लेकिन डॉक्टर कहते हैं कि इससे दिक्कत और ज्यादा बढ़ जाती है.
तो अब से दादी-नानी के नुस्खों को नकारने से पहले उनके पीछे का साइंस जरूर पढ़ लीजिएगा.
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