महाकाल के मंदिर में पुजारी ने सिर शर्म से झुका देने वाली हरकत की है

पुजारी हेमंत दुबे के कुकर्म विडियो में कैद नहीं होते तो शायद कार्रवाई नहीं होती.

उज्जैन का मशहूर मंदिर है- महाकालेश्वर का. यहां की भस्म पूजा देखने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं. इस पूजा का महातम इतना माना जाता है कि इसके विडियो यूट्यूब पर देखते हैं लोग अगर मंदिर नहीं जा पाते तो. इस भस्म आरती में महाकालेश्वर के ऊपर भस्म चढ़ाई जाती है और आरती होती है.

bhasm-aarti_750x500_030419093523.jpgतस्वीर: फेसबुक

मंदिर में लोग अपनी आस्था की वजह से जाते हैं. उनको लगता है यहां जाकर उनके पाप कटेंगे. लेकिन धार्मिक स्थलों में होने वाले भ्रष्टाचार से हर कोई वाकिफ़ है. चाहे वो वैटिकन के पादरियों द्वारा चर्च के बच्चों का शोषण हो, या स्वामी नित्यानंद जैसे लोग जिनका काम धर्मगुरु बनकर अपना स्वार्थ साधना हो. इस बार उज्जैन के ही महाकालेश्वर मंदिर से एक खबर आ रही है जो किसी को भी शर्मसार करने के लिए काफी है. फर्स्ट प्रिंट नामक अंग्रेजी अखबार ने इसे सबसे पहले कवरेज दी. वहां से ये मुद्दा उठकर अब नेशनल स्तर पर सामने आ गया है.

मामला है महाकाल मंदिर परिसर में बने अनादिकल्पेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी हेमंत दुबे द्वारा एक  बच्ची के साथ अश्लील हरकत करने का. इस पूरे मामले का विडियो फुटेज जब सामने आया तो प्रशासन की चूलें हिल गईं. इंदौर के जर्नलिस्ट अंकुर जायसवाल ने इस पूरे मामले की पड़ताल की. उन्होंने इस खबर की पुष्टि करते हुए पूरा मामला बताया कि आखिर वहां हुआ क्या.

गुरुवार को ये पूरा मामला मीडिया में आया. विडियो फुटेज में पुजारी हेमंत दुबे साफ़ तौर पर एक छोटी बच्चे कपड़ों में हाथ डाले नज़र आ रहा है. मंदिर परिसर चाक चौबंद माना जाता है, सीसीटीवी कैमरे वगैरह लगे हुए हैं वहां. फिर भी इस पुजारी ने वहां सबके सामने इस तरह की हरकत की, और अगर विडियो फुटेज नहीं होती, तो शायद उसका बचकर निकलना आसान हो जाता. उस बच्ची की पहचान हो गई है, और मामले की छानबीन चल रही है.

hemant-dubey_750x500_030419093624.jpgलेटेस्ट अपडेट के मुताबिक़ हेमंत दुबे को परिसर में आने से रोक दिया गया है. पर क्या यही काफी है?

हेमंत दुबे के बारे में जानकारी दी गई है कि वो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् का कार्यकर्ता रह चुका है. इससे पहले ख़बरों में वो तब आया था जब उज्जैन के माधव कॉलेज के प्रोफ़ेसर एच एस सबरवाल के साथ कुछ गुंडों ने मारपीट की थी. गंभीर रूप से घायल होने के बाद जब प्रोफ़ेसर सबरवाल को एडमिट किया गया था तो हॉस्पिटल में उनकी मौत हो गई थी. ये गुंडे तथाकथित कॉलेज स्टूडेंट थे जिन्होंने प्रोफ़ेसर सबरवाल पर इसलिए अटैक किया क्योंकि उन्होंने कॉलेज स्टूडेंट यूनियन के चुनाव रद्द करवा दिए थे. मामला 2006 का है. इस मामले में जो भी 6 आरोपी थे, उन सभी को बरी कर दिया गया था. इन्हीं 6 आरोपियों में से एक हेमंत दुबे भी था. बरी हो जाने के बाद उसे पुजारी बना दिया गया था.

अंकुर जायसवाल इस पूरे मामले के बारे में बताते हैं कि उज्जैन कलेक्टर कलेक्टर शशांक मिश्रा ने महाकाल मंदिर के प्रशासक अभिषेक दुबे को पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिए थे. मीडिया में ये खबर आने के बाद मंदिर के प्रशासक अभिषेक दुबे ने तत्काल पुजारी हेमंत दुबे को निलंबित करते हुए उसके मंदिर में आने पर प्रतिबंध लगा दिया. उन्होंने पुजारी हेमंत दुबे के आचरण की जांच और घटना के संबंध में एक आवेदन महाकाल थाने में भी दिया था. इसकी जांच अभी चल रही है.

इस पूरे मुद्दे ने पॉलिटिकल रुख ले लिया है क्योंकि इसकी मीडिया कवरेज अब राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गई है. कांग्रेस और बीजेपी के बीच मामले की ज़िम्मेदारी किसकी वाला ब्लेम गेम शुरू हो गया है. इन सबके बीच उस बच्ची जैसी न जाने कितनी बच्चियां ऐसे पंडे-पुजारियों के हत्थे चढ़ रही हैं, इसको लेकर सॉलिड उपाय करना किसी की प्रायोरिटी नहीं है. कोई एक मामला सामने आता है, बातें होती हैं, वादे किए जाते हैं, फिर वही ढाक के तीन पात हो जाते हैं.

इस मामले में कोई भी अपडेट आती है तो हम आपको ज़रूर बताएंगे. फिलहाल इस मामले में जांच जारी है.

अपडेट: महाकाल मंदिर में मासूम बच्ची के साथ अश्लील हरकत करने वाले पुजारी हेमंत दुबे के ख़िलाफ़ अभी पुलिस ने धारा 294 के तहत केस दर्ज किया है. एससीपीसीआर के चेयरमेन राघवेंद्र शर्मा ने कहा पॉक्सो एक्ट में हो सकती है कार्रवाई हो सकती है क्योंकि लड़की नाबालिग है. राज्य सरकार ने महाकाल मंदिर प्रबंध समिति गठित कर दी है. आध्यात्मिक विभाग, मंत्रालय वल्लभ भवन भोपाल से जारी आदेश अनुसार मंदिर समिति में आशीष शर्मा, विजय शंकर शर्मा और कांग्रेस से जुड़े दीपक मित्तल को नया सदस्य मनोनीत किया गया है. ये अपडेट भी जर्नलिस्ट अंकुर जायसवाल ने सीधे भोपाल से मामले को कवर करते हुए भेजी है.

 

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