तीन तलाक के लिए कानून तो बन गया लेकिन घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं
हर रोज हो रहे हैं तीन तलाक
तलाक, तलाक, तलाक. इस मंत्र को एक साथ दोहराइये और पत्नी के रिश्ते का अंत. मुस्लिम समाज में तलाक का ये तरीका लंबे समय से चल रहा था. बीजेपी सरकार इसे रोकने की लगातार कोशिश कर रही थी. 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिया. दिसंबर 2017 में सरकार तीन तलाक को रोकने के इरादे से संसद में मुस्लिम महिला(वैवाहिक अधिकार संरक्षण) बिल लेकर आई. मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में इस बिल को पास कराने की पूरी कोशिश की लेकिन राज्यसभा में जाकर मामला बार-बार लटक जाता.
26 मई 2019. नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. तीन तलाक के मुद्दे पर उनकी पार्टी चुनाव लड़कर सत्ता में आई थी. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली कैबिनेट मीटिंग में इस कानून का ड्राफ्ट पास किया गया. तीन तलाक बिल को देश की संसद ने हरी झंडी दिखा दी है. 30 जुलाई को इस बिल को राज्यसभा ने 84 के मुकाबले 99 वोटों से मंजूरी दे दी. लोकसभा में 25 जुलाई को ही ये बिल पास हो चुका था. 1 अगस्त को राष्ट्रपति ने बिल पर साइन कर दिया. साइन होते ही बिल ने कानून की शक्ल ले ली. तीन तलाक के मामले में दोषी को तीन साल की कैद और जुर्माने की सजा का प्रावधान किया गया है. कानून बनने के बाद भी तीन तलाक के मामले बंद नहीं हुए हैं. हर रोज ऐसी खबरें आ रही हैं.
सड़क पर लड़ाई हुई, दे दिया तीन तलाक
1 अगस्त 2019. इसी दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विधेयक पर साइन किया. और उसी दिन तीन तलाक का एक अजीबोगरीब मामला सामने आ गया. उत्तरप्रदेश का मुरादाबाद जिला. यहां एक व्यक्ति ने सड़क पर तीन तलाक बोलकर अपनी पत्नी को तलाक दे दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तब पुलिस ने इसकी तहकीकात शुरू की. सड़क पर पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ और पति ने तीन बार तलाक बोलकर रिश्ता तोड़ दिया.
वॉट्सऐप पर तीन तलाक
2 अगस्त 2019. कानून बनने के एक दिन बाद. महाराष्ट्र की ठाणे पुलिस ने तीन तलाक का एक मामला दर्ज किया. महिला ने अपने पति पर आरोप लगाया कि उसने उसको वॉट्सऐप पर मैसेज लिखकर तीन तलाक दे दिया. महिला ने बताया कि 2015 से 2018 के बीच ससुरालवाले उसे दहेज के लिए परेशान करते थे.
सांकेतिक तस्वीर. (साभार: इंडिया टुडे)
फोन पर दे दिया तलाक
3 अगस्त. इस बार ट्रिपल तलाक का जिन्न निकला उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में. ट्रिपल तलाक का मामला दर्ज हुआ. थाने का नाम नेबुआ नौरंगिया. फातिमा खातून का पति सऊदी अरब में काम करता है. 2014 में दोनों की शादी हुई थी. 31 जुलाई को वो अपने घर के काम में जुटी थी. तभी उसके ससुर ने फोन लाकर दिया. दूसरी तरफ उसका पति था. पति ने तीन बार तलाक बोलकर फोन काट दिया. अगले दिन जब महिला के पिता वहां आए तो महिला के ससुर ने भरी पंचायत में 1.5 लाख रुपये देकर कहा कि शादी का रिश्ता खत्म हो चुका है. पुलिस सऊदी में रह रहे आरोपी को नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है.
तीन तलाक बोलकर घर से निकाल दिया
3 अगस्त को ही तीन तलाक का एक और मामला सामने आया. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से 350 किलोमीटर दूर सेंधवा शहर से. महीन मंसूरी ने अपनी पत्नी को तीन बार तलाक बोलकर घर से बाहर निकाल दिया. दोनों की मुलाकात फेसबुक के जरिए हुई थी. 14 अप्रैल को दोनों ने शादी की. शादी के तीन महीने बाद ही यह रिश्ता टूट चुका है. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
5 अगस्त 2019. उत्तर प्रदेश का प्रतापगढ़. पुलिस ने नियाज़ उर्फ बबलू और उसके घरवालों के खिलाफ तीन तलाक की धाराओं में केस दर्ज किया. नियाज़ की पत्नी परमीन ने ससुरालवालों पर मारपीट का आरोप लगाया था. मारपीट के बाद नियाज़ ने तीन तलाक बोलकर तलाक दे दिया.
6 अगस्त 2019. उत्तराखंड का उधमसिंह नगर जिला. बाघौरी गांव की शबाना ने शिकायत दर्ज करवाई कि उसका पति मौहम्मद राशिद और उसके ससुरालवाले तंग कर रहे थे. महिला ने बच्ची को जन्म दिया था. इस गुस्से में ससुरालवालों ने कई बार महिला की पिटाई भी की थी. इतने पर भी मन नहीं भरा तो पति ने तीन तलाक बोलकर रिश्ता तोड़ लिया.
7 अगस्त को कानपुर के चकेरी थाना में फारिया के पिता अंजुम नय्यर ने शिकायत दर्ज कराई. फारिया की शादी 2007 में जजमऊ के नफीस से हुई थी. तब से बच्चा नहीं होने को लेकर उसके ससुरालवाले लगातार उसको तंग किए जा रहे थे. पति लगातार उसको पीटता रहता था. मंगलवार 7 अगस्त को नफीस ने फारिया को तीन तलाक कहने से पहले पिटाई भी की.
8 अगस्त को तीन तलाक के मामलों की लिस्ट में एक नया मामला जुड़ गया. उत्तर प्रदेश का सीतापुर. एक मुस्लिम महिला ने पति के ऊपर तीन तलाक का केस दर्ज कराया था. ससुराल वालों ने केस वापस लेने का दबाव बनाया. महिला ने इससे इनकार किया तो ससुराल वालों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी. इसमें महिला की नाक बुरी तरह से घायल हो गई. वो फिलहाल अस्पताल में है.
दहेज की शिकायत की तो भेज दिया तीन तलाक का मैसेज. य़ूपी का मुज़फ्फरनगर. 8 अगस्त 2019. कुवैत में काम करने वाले पति ने वॉट्सऐप पर तीन तलाक का मैसेज भेज कर रिश्ता तोड़ दिया. महिला ने 27 मई को पति के खिलाफ दहेज और मारपीट की शिकायत दर्ज कराई थी.
सरकार ने कानून बना दिया है. लोग उम्मीद जता रहे हैं कि इससे तीन तलाक के मामलों में कमी आएगी. लेकिन ऐसा हो नहीं रहा. हर रोज देश में तीन तलाक से जुड़े केस दर्ज किए जा रहे हैं. कारण ऐसे कि जिनपर तरस आ जाए.
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